मुंबई : दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मुद्दा चर्चा में है. जिसमें सभी के अलग-अलग रिएक्शन भी आ रहे हैं.
इसी बीच अब अनुराग कश्यप ने भी इस मुद्दे को लेकर लगातार कुछ ट्वीट किए हैं जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं.
अनुराग ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मित्रों...गजब डिबेट चल रही है. फिल्मों में सिर्फ एक्टर्स नहीं होते. एक फिल्म के सेट पर कम से कम डेढ़ सौ लोग काम करते हैं. अंदर वाले या बाहर वाले जिस दिन सेट पर काम करने वाले असिस्टेंट्स, वर्कर्स, स्पॉटबॉय और बाकी सब इंसानों को इज्जत देना सीख जाएंगे तब उनसे बात की जा सकती है. चाहे वो बात नेपोटिज्म के बारे में हो या फेवरेटिज्म के बारे में हो. पहले इन सेट पर काम करने वालों से एक बार पूछ लो की कौन सा एक्टर या डायरेक्टर या जो भी हो , वो सबसे ज्यादा बदतमीज है या किस एक्टर के नाम से वो उस फिल्म में काम करने से मना कर देते हैं.'
-
मित्रों..ग़ज़ब डिबेट चल रही है।फ़िल्मों में सिर्फ़ ऐक्टर्ज़ नहीं होते।एक फ़िल्म के सेट ओर कम से कम डेढ़ सौ लोग काम करते हैं।अंदर वाले या बाहर वाले जिस दिन सेट पे काम करने वाले असिस्टंट्स और workers, Spotboy और बाक़ी सब इंसानों को इज़्ज़त देना सीख जाएँगे तब उनसे बात की जा सकती है
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) July 20, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">मित्रों..ग़ज़ब डिबेट चल रही है।फ़िल्मों में सिर्फ़ ऐक्टर्ज़ नहीं होते।एक फ़िल्म के सेट ओर कम से कम डेढ़ सौ लोग काम करते हैं।अंदर वाले या बाहर वाले जिस दिन सेट पे काम करने वाले असिस्टंट्स और workers, Spotboy और बाक़ी सब इंसानों को इज़्ज़त देना सीख जाएँगे तब उनसे बात की जा सकती है
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) July 20, 2020मित्रों..ग़ज़ब डिबेट चल रही है।फ़िल्मों में सिर्फ़ ऐक्टर्ज़ नहीं होते।एक फ़िल्म के सेट ओर कम से कम डेढ़ सौ लोग काम करते हैं।अंदर वाले या बाहर वाले जिस दिन सेट पे काम करने वाले असिस्टंट्स और workers, Spotboy और बाक़ी सब इंसानों को इज़्ज़त देना सीख जाएँगे तब उनसे बात की जा सकती है
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) July 20, 2020
अनुराग ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, 'फिर जा कर उन एक्टर के सेट्स पर, जहां जब कमान, तथाकथित एक्टर के हाथ में आ जाती है, उस फिल्म के सपोर्टिंग एक्टर्स के पुराने इंटरव्यू पढ़ लो की वो क्यों फिल्म छोड़ के गए थे. तुम जैसा दूसरों के साथ रहोगे वैसा ही वापस भी मिलेगा'.
इसके बाद अनुराग ने लिखा, 'एक फिल्म बनाने में खून और पसीना 100 से ऊपर लोगों का होता है, लेकिन न्याय, अन्याय की बात सिर्फ वही क्यों करता है जिसको फिल्मों से सबसे ज्यादा मिलता है. सच समझना है तो समाज के हर गड्ढों में झांकना पड़ेगा की कितना गहरा है और उसमें कितना काला है.'
अनुराग ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, 'फिल्मी दुनिया सिर्फ दिखती और छपती ज्यादा है लेकिन यह किसी और दुनिया से अलग नहीं है. मेरे साथ भी 27 सालों में आउसाइडर्स और इंसाइडर्स दोनों ने बहुत कुछ किया है, लेकिन मुझे कोई जरूरत नहीं रही उनके वैलिडेशन या उनकी सराहना की.'
इसके बाद अनुराग ने अपने आखिरी ट्वीट में लिखा, 'चलो बस आज मुझे भी 'मन की बात' करने का मन हुआ साथियों, तो मैंने कर दी. बाकी नई-नई गालियों के साथ रिप्लाई करें तो अच्छा होगा. अगली फिल्म लिख रहा हूं - 'Gangs ऑफ Parlia......' डायलॉग्स को लेकर काफी अटका हुआ हूं...धन्यवाद.'
-
चलो बस आज मुझे भी “मन की बात “ करने का मन हुआ साथियों , तो मैंने कर दी। बाक़ी नयी नयी गालियों के साथ रिप्लाई करें तो अच्छा होगा ।अगली फ़िल्म लिख रहा हूँ - “Gangs ओफ़ Parlia......” . dialogues को लेके काफ़ी अटका हुआ हूँ । धन्यवाद
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) July 20, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">चलो बस आज मुझे भी “मन की बात “ करने का मन हुआ साथियों , तो मैंने कर दी। बाक़ी नयी नयी गालियों के साथ रिप्लाई करें तो अच्छा होगा ।अगली फ़िल्म लिख रहा हूँ - “Gangs ओफ़ Parlia......” . dialogues को लेके काफ़ी अटका हुआ हूँ । धन्यवाद
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) July 20, 2020चलो बस आज मुझे भी “मन की बात “ करने का मन हुआ साथियों , तो मैंने कर दी। बाक़ी नयी नयी गालियों के साथ रिप्लाई करें तो अच्छा होगा ।अगली फ़िल्म लिख रहा हूँ - “Gangs ओफ़ Parlia......” . dialogues को लेके काफ़ी अटका हुआ हूँ । धन्यवाद
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) July 20, 2020
गौरतलब है कि अनुराग कश्यप का यह ट्वीट कंगना रनौत के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने मूवी माफ़िया के वजूद की बात की है. इसके अलावा उन्होंने नाम लेकर कई फ़िल्ममेकर्स और एक्टर्स पर निशाना साधा है.