नई दिल्ली : ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमेटो ने शुक्रवार को घोषणा की है कि यह अब हिंदी और बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, मराठी, तमिल और तेलुगु सहित व्यापक रूप से बोली जाने वाली अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगा ताकि लोकल भाषाओं को जानने वाले भी इसका इस्तेमाल कर सकें. जोमेटो फिलहाल 1,000 से ज्यादा शहरों में खाना डिलीवर करता है.
ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमेटो कंपनी ने कहा कि वह जोमेटो ऐप के क्षेत्रीय भाषा वर्जन के माध्यम से एक महीने में 1,50,000 से अधिक ऑर्डर दे रही है. इसमें हिंदी और तमिल भाषा के ग्राहक सबसे आगे हैं. इन ऑर्डर्स में फिलहाल हिंदी और तमिल भाषा क्रमशः 54 फीसदी और 11 फीसदी का योगदान कर रहे हैं. साथ ही अन्य भाषाओं में भी कस्टमर तेजी से बढ़ रहे हैं.
फूड एग्रीगेटर ने कहा कि "हम सकारात्मक भावना के लिए आभारी हैं, हम मानते हैं कि हम अभी शुरुआत कर रहे हैं. हम अपने क्षेत्रीय ऐप की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए उन्हें अधिक सटीक और प्रासंगिक बनाने के लिए लगातार काम करेंगे."
ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म का समेकित शुद्ध घाटा सितंबर तिमाही में घटकर 251 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में 430 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था.
कंपनी ने एक बयान में कहा था कि राजस्व एक साल पहले की अवधि में 1,024 करोड़ रुपये के मुकाबले बढ़कर 1,661 करोड़ रुपये हो गया, जो 62.2 प्रतिशत की महत्वपूर्ण बढ़ोतरी है. यह पहली तिमाही है, जहां हमने अरब डॉलर के वार्षिक राजस्व चिह्न् (1.05 अरब डॉलर) को पार कर लिया है.
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ब्लिंकिट का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (जीओवी) 26 प्रतिशत तिमाही-दर-तिमाही बढ़कर 14.82 अरब रुपये हो गया, जबकि राजस्व तिमाही-दर-तिमाही 44 प्रतिशत बढ़ा है. कंपनी ने दावा किया कि त्वरित वाणिज्य में समायोजित ईबीआईटीडीए हानि पिछली तिमाही (2023 की पहली तिमाही) के 3.26 अरब रुपये से घटकर 2.59 अरब रुपये हो गयी है.
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