लखनऊ : फेसबुक ने लखनऊ में डीजीपी मुख्यालय (DGP Headquarters Lucknow) में सोशल मीडिया सेंटर (Social Media Center UP Police) को एक SOS भेजा है जिसमें लखनऊ में एक एनईईटी उम्मीदवार (NEET candidate suicide post) के जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी करने के बारे में जानकारी दी, जिससे पुलिस को घटनास्थल तक पहुंचने और उसकी जान बचाने में मदद की. यह उत्तर प्रदेश पुलिस और सोशल नेटवर्किंग साइट (Uttar Pradesh Police Facebook real time alerts agreement) के बीच रीयल-टाइम अलर्ट और आत्महत्या के मामलों की जांच के लिए कार्रवाई के माध्यम से कीमती जीवन बचाने के लिए एक समझौते का एक हिस्सा था.
समझौते के अनुसार, कोई भी व्यक्ति जो आत्महत्या करने के इरादे से सोशल मीडिया पोस्ट करता है, संबंधित साइट पुलिस नियंत्रण कक्ष को अलर्ट जारी करेगी और तुरंत सहायता प्रदान की जाएगी. अतिरिक्त महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था, प्रशांत कुमार (ADG Law and Order, Prashant Kumar) ने कहा कि सूचना तुरंत लखनऊ पुलिस आयुक्तालय को भेजी गई और उन्हें मामले में काम करने के लिए कहा गया. (Prashant Kumar, IPS, ADG Law and Order, UP) ने कहा, "हमने सभी पुलिसकर्मियों को आत्महत्या से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट का तुरंत जवाब देने और ऐसे संदेश पोस्ट करने वालों की जान बचाने का निर्देश दिया है. फेसबुक ने हमारे साथ साझेदारी की है ताकि हम तुरंत जवाब दे सकें."
रीयल-टाइम अलर्ट: अतिरिक्त सीपी (पश्चिम) चिरंजीव नाथ सिन्हा (Additional CP, Chiranjeev Nath Sinha) तुरंत 29 वर्षीय व्यक्ति के घर पहुंचे, जिसने अपना जीवन समाप्त करने के लिए संदेश पोस्ट किया था. उस व्यक्ति ने स्वीकार किया कि उसने गलती की है और भविष्य में ऐसी बात नहीं दोहराने का वादा किया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब भी कोई आत्महत्या के बारे में संदेश पोस्ट करता है तो फेसबुक यूपी पुलिस को अलर्ट (Facebook sends alert to UP Police) भेजता है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने अलर्ट का संज्ञान लेकर पहले भी कई लोगों की जान बचाई है. हाल ही में प्रयागराज पुलिस (UP Prayagraj Police) ने एक शख्स की जान बचाई थी जिसने फेसबुक पर पोस्ट किया था कि वह अपनी जिंदगी खत्म करने वाला है.--आईएएनएस
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