सैन फ्रांसिस्को : ट्विटर ने माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म का प्रतिनिधित्व करने वाली एक लॉ फर्म पर मुकदमा दायर किया है. दरअसल, एलन मस्क ने 44 बिलियन डॉलर में प्लेटफॉर्म खरीदने की अपनी डील से पीछे हटने की कोशिश की थी. पिछले साल मस्क द्वारा कंपनी का अधिग्रहण करने के अपने समझौते को समाप्त करने की कोशिश के बाद ट्विटर के पिछले प्रबंधन ने कॉर्पोरेट लॉ फर्म को काम पर रखा था. द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, विलय एवं अधिग्रहण मुकदमों की शीर्ष लॉ फर्म वाचटेल, लिप्टन, रोजेन एंड काट्ज को ट्विटर से नौ करोड़ डॉलर फीस मिली, जो सोशल नेटवर्क के अनुसार अन्यायपूर्ण संवर्धन था.
ट्विटर अब चाहता है कि यह फीस वापस की जाए. ट्विटर की मूल कंपनी एक्स कॉर्प द्वारा सैन फ्रांसिस्को सुपीरियर कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है. मुकदमे में कहा गया है कि लॉ फर्म ने कैश रजिस्टर से फंड तब लिया जब चाबियां मस्क को सौंपी जा रही थीं, जो एक्स कॉर्प के मालिक हैं. मुकदमे के साथ प्रस्तुत दस्तावेजों के अनुसार, ट्विटर के बोर्ड और अधिकारियों ने नौ करोड़ डॉलर के भुगतान को मंजूरी दे दी क्योंकि लॉ फर्म मस्क को कंपनी खरीदने के समझौते का पालन कराने में सफल रही थी. Elon Musk ने ट्विटर को 44 अरब डॉलर यानी 3 लाख 45 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा में खरीदा है. जो टेक जगत की तीसरा सबसे बड़ी डील है.
ट्विटर ने मस्क की कंपनी की खरीद से संबंधित अन्य शुल्कों पर विवाद किया था. ट्विटर के मालिक, टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क के सिर पर दुनिया के सबसे अमीर शख्स होने का ताज सजा है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार मस्क की कुल नेटवर्थ 219 अरब डॉलर है. इस साल अब तक उनको 81.8 अरब डॉलर का मुनाफा हुआ है. मस्क ट्वीटर पर दिलचस्प ट्विट पोस्ट करते रहते हैं. हाल ही में मस्क ने लिंडा याकारिनो को ट्विटर की नई सीईओ बनाया है.
(एक्स्ट्रा इनपुट एजेन्सी)