नई दिल्ली : ट्विटर ने बिना अकाउंट वाले लोगों के लिए अपने वेब प्लेटफॉर्म पर ब्राउजिंग एक्सेस बंद कर दिया है और उन्हें ट्वीट देखने के लिए पहले एक अकाउंट बनाना होगा. एलन मस्क ने शनिवार को कहा कि "डेटा स्क्रैपिंग" के कारण यह कठोर कार्रवाई आवश्यक थी. हालांकि, यह कदम उल्टा पड़ सकता है क्योंकि अगर ट्वीट सार्वजनिक रूप से सुलभ नहीं हैं, तो सर्च इंजन एल्गोरिदम ट्विटर की सामग्री को कम रैंक कर सकते हैं.
मस्क ने यह भी कहा कि यह एक अस्थायी आपातकालीन उपाय है. ट्विटर के मालिक ने पोस्ट किया, "हमारा डेटा इतना लूटा जा रहा था कि यह सामान्य उपयोगकर्ताओं के लिए अपमानजनक सेवा थी." उन्होंने दावा किया, "एआई का काम करने वाली लगभग हर कंपनी, स्टार्टअप से लेकर पृथ्वी के कुछ सबसे बड़े निगमों तक, बड़ी मात्रा में डेटा स्क्रैप कर रही थी." मस्क के अनुसार, "केवल कुछ एआई स्टार्टअप के अपमानजनक मूल्यांकन को सुविधाजनक बनाने के लिए आपातकालीन आधार पर बड़ी संख्या में सर्वरों को ऑनलाइन लाना कठिन है."
रिपोर्टों में कहा गया है कि ट्विटर के कई हालिया बदलावों की तरह, नवीनतम कदम उलटा पड़ सकता है. ट्विटर डेेेली ने पोस्ट किया, “यह समझ में आता है कि ट्विटर अपने डेटा को मुफ्त में लिए जाने से बचाना चाहता है, हालांकि यह कदम निस्संदेह बाहरी लिंक/एम्बेड से ट्विटर की पहुंच और जोखिम को कम करता है, साथ ही कुछ गोपनीयता संबंधी चिंताओं को भी बढ़ाता है. उम्मीद है कि लंबी अवधि के लिए बेहतर समाधान ढूंढा जा सकता है.'' इस कदम से मस्क का लक्ष्य एआई टूल्स को ट्विटर पर सर्च करने से रोकना है.
(आईएएनएस)