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दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा रेडियो टेलीस्कोप हो रहा है बंद

यूएस नेशनल साइंस फाउंडेशन ने घोषणा की है कि वह प्यूर्टो रिको में स्थित 1,000 फीट-चौड़े, 900 टन के रेडियो टेलीस्कोप प्रसिद्ध अरेसिबो ऑब्जर्वेटरी को डीकमिशन करना शुरू करने जा रहा है. यह एस्ट्रोनॉमी समुदाय के लिए एक बहुत बड़ा झटका है, जिसने भारी मात्रा में अंतरिक्ष और वायुमंडलीय अनुसंधान करने के लिए 57 वर्षों तक अरेसिबो का उपयोग किया.

second largest radio telescope, Arecibo
दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा रेडियो टेलीस्कोप हो रहा है बंद . सौजन्यः एमएसएफ
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Published : Nov 22, 2020, 12:45 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:53 PM IST

एमआईटी टेक्नोलॉजी रिव्यू:अरेसिबो ने कई तूफानों और अन्य प्राकृतिक आपदाओं को झेला है और कई दशकों से खड़ा है. इसमें 2017 में आया तूफान मारिया और जनवरी में आए कुछ भूकंप शामिल हैं. लेकिन अगस्त में, एक सपोर्ट केबल अपने सॉकेट से फिसल गया और डिश में 100 फुट लंबा टियर बन गया.

  • Following engineering assessments concluding damage to Arecibo Observatory cannot be addressed without endangering the lives and safety of crew and staff, NSF plans to decommission the 305-meter telescope: https://t.co/En0S7OOhY4 pic.twitter.com/bB70XNud0v

    — National Science Foundation (@NSF) November 19, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इंजीनियरों ने समस्या को स्थिर और पुन: प्रयोज्य माना, लेकिन 6 नवंबर को एक दूसरी केबल निकली. यह नया केबल पिछले टावर के समान ही जुड़ा हुआ था. कई महीनों तक अकेले अतिरिक्त वजन से निपटने के बाद, आखिरकार यह टूट गया.

क्षति का मूल्यांकन कर इंजीनियरनों ने पाया कि संरचना किसी भी क्षण ढह सकती है. एनएसएफ (जो दूरबीन की देखरेख करता है) ने फैसला किया कि अरेसिबो निर्माण श्रमिकों और कर्मचारियों के लिए बहुत खतरनाक होगा. यहां तक ​​कि अगर मरम्मत सफल रही, तो दीर्घकालिक स्थिरता की गारंटी देने का कोई तरीका नहीं होगा.

अपने अधिकांश समय में अरेसिबो दुनिया का सबसे बड़ा एकल-डिश रेडियो टेलीस्कोप था (2016 में चीन द्वारा पांच सौ मीटर एपर्चर गोलाकार टेलीस्कोप, या फास्ट के पूरा होने के साथ यह सबसे बड़ा नहीं रहा था.). दशकों तक, अरेसिबो अंतरिक्ष में वातावरण और वस्तुओं का अध्ययन करने के लिए विशिष्ट रूप से सक्षम था और कोई अन्य उपकरण यह नहीं कर सकते था, खासकर जब यह दूर के ग्रहों, चंद्रमाओं और पृथ्वी के क्षुद्रग्रहों के रडार अवलोकन करने की बात थी.

अरेसिबो ग्रहों की तरफ रडार बीम छोड़ता है और उनसे टकराकर वापस आने वाली बीमा का अवलोकन कर वह उनकी संरचना, दिशा और गति का पता लगाता है.

इसकी सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों में से कुछ इसप्रकार हैः

  • न्यूट्रॉन सितारों के अस्तित्व का पता लगाना
  • पहली बार एक क्षुद्रग्रह की इमेजिंग करना
  • पल्सर का पता लगाना जो कभी एक्सोप्लैनेट्स का घर था

इसने अलौकिक बुद्धिमत्ता (SETI) की खोज को लोकप्रिय बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई. 1974 में, वैज्ञानिकों ने अरेसिबो का उपयोग संदेश भेजने के लिए किया, 1,679-बिट इंटरस्टेलर रेडियो संदेश को गोलाकार तारा समूह M13 (21,000 प्रकाश वर्ष दूर) की ओर निर्देशित किया जो किसी भी बुद्धिमान जीव के साथ संवाद करने के लिए हो सकता है.

अब आगे क्या

निष्पक्ष रुप से कहे तो अरेसिबो का महत्व हाल के वर्षों में नई सुविधाओं और तेजी से हो रहे विकास से कम हो गया है इसपर पाबंदी लगाने से रेडियो एस्ट्रोनॉमी बहुत प्रभावित होगी.

सुधार: दूरबीन की चौड़ाई के लिए इकाइयों को बदल दिया गया है.
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पढ़ेंः समुद्र तल पर सटीक वैश्विक डेटा एकत्र करता है नासा का ये उपग्रह

एमआईटी टेक्नोलॉजी रिव्यू:अरेसिबो ने कई तूफानों और अन्य प्राकृतिक आपदाओं को झेला है और कई दशकों से खड़ा है. इसमें 2017 में आया तूफान मारिया और जनवरी में आए कुछ भूकंप शामिल हैं. लेकिन अगस्त में, एक सपोर्ट केबल अपने सॉकेट से फिसल गया और डिश में 100 फुट लंबा टियर बन गया.

  • Following engineering assessments concluding damage to Arecibo Observatory cannot be addressed without endangering the lives and safety of crew and staff, NSF plans to decommission the 305-meter telescope: https://t.co/En0S7OOhY4 pic.twitter.com/bB70XNud0v

    — National Science Foundation (@NSF) November 19, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इंजीनियरों ने समस्या को स्थिर और पुन: प्रयोज्य माना, लेकिन 6 नवंबर को एक दूसरी केबल निकली. यह नया केबल पिछले टावर के समान ही जुड़ा हुआ था. कई महीनों तक अकेले अतिरिक्त वजन से निपटने के बाद, आखिरकार यह टूट गया.

क्षति का मूल्यांकन कर इंजीनियरनों ने पाया कि संरचना किसी भी क्षण ढह सकती है. एनएसएफ (जो दूरबीन की देखरेख करता है) ने फैसला किया कि अरेसिबो निर्माण श्रमिकों और कर्मचारियों के लिए बहुत खतरनाक होगा. यहां तक ​​कि अगर मरम्मत सफल रही, तो दीर्घकालिक स्थिरता की गारंटी देने का कोई तरीका नहीं होगा.

अपने अधिकांश समय में अरेसिबो दुनिया का सबसे बड़ा एकल-डिश रेडियो टेलीस्कोप था (2016 में चीन द्वारा पांच सौ मीटर एपर्चर गोलाकार टेलीस्कोप, या फास्ट के पूरा होने के साथ यह सबसे बड़ा नहीं रहा था.). दशकों तक, अरेसिबो अंतरिक्ष में वातावरण और वस्तुओं का अध्ययन करने के लिए विशिष्ट रूप से सक्षम था और कोई अन्य उपकरण यह नहीं कर सकते था, खासकर जब यह दूर के ग्रहों, चंद्रमाओं और पृथ्वी के क्षुद्रग्रहों के रडार अवलोकन करने की बात थी.

अरेसिबो ग्रहों की तरफ रडार बीम छोड़ता है और उनसे टकराकर वापस आने वाली बीमा का अवलोकन कर वह उनकी संरचना, दिशा और गति का पता लगाता है.

इसकी सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों में से कुछ इसप्रकार हैः

  • न्यूट्रॉन सितारों के अस्तित्व का पता लगाना
  • पहली बार एक क्षुद्रग्रह की इमेजिंग करना
  • पल्सर का पता लगाना जो कभी एक्सोप्लैनेट्स का घर था

इसने अलौकिक बुद्धिमत्ता (SETI) की खोज को लोकप्रिय बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई. 1974 में, वैज्ञानिकों ने अरेसिबो का उपयोग संदेश भेजने के लिए किया, 1,679-बिट इंटरस्टेलर रेडियो संदेश को गोलाकार तारा समूह M13 (21,000 प्रकाश वर्ष दूर) की ओर निर्देशित किया जो किसी भी बुद्धिमान जीव के साथ संवाद करने के लिए हो सकता है.

अब आगे क्या

निष्पक्ष रुप से कहे तो अरेसिबो का महत्व हाल के वर्षों में नई सुविधाओं और तेजी से हो रहे विकास से कम हो गया है इसपर पाबंदी लगाने से रेडियो एस्ट्रोनॉमी बहुत प्रभावित होगी.

सुधार: दूरबीन की चौड़ाई के लिए इकाइयों को बदल दिया गया है.
Copyright 2020 Technology Review, Inc.
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पढ़ेंः समुद्र तल पर सटीक वैश्विक डेटा एकत्र करता है नासा का ये उपग्रह

Last Updated : Feb 16, 2021, 7:53 PM IST
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