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अब महिलाओं के गहने बनेंगे हथियार, ऐसे करेंगे सुरक्षा - महिला सुरक्षा आभूषण

महिलाएं अब केवल अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी आभूषण पहन सकेंगी. आभूषणों की सुरक्षा से जुड़े डर को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रोका जाएगा, क्योंकि वहां महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष उपकरण बनाया गया है. यह उपकरण महिलाओं के गहनों में स्थापित किया जाएगा और उनकी सुरक्षा के साथ-साथ उनकी सुंदरता भी बढ़ाएगा.

women safety, Women's Safety Jewellery
अब महिलाओं की सुरक्षा कर सकते है उनके आभूषण
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Published : Oct 5, 2020, 4:28 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST

वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आभूषणों की सुरक्षा और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े खतरे को कम करने के लिए एक विशेष उपकरण बनाया गया है. इस सुरक्षा उपकरण को विशेष रूप से देश में छेड़छाड़ और बलात्कार की घटनाओं को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है. वाराणसी के श्याम चौरसिया और दिल्ली के रचना राजेंद्रन ने महिलाओं के खिलाफ छेड़छाड़ और अन्य अपराधों को रोकने के लिए 'महिला सुरक्षा आभूषण' डिजाइन किया है.

रचना राजेंद्रन ने बताया कि इस सुरक्षा उपकरण को विशेष रूप से देश में छेड़छाड़ और बलात्कार की घटनाओं को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है. डिवाइस को आभूषण के अंदर लगाकर ब्लूटूथ के माध्यम से जोड़ा जाएगा. यदि कोई महिला मुसीबत में है तो वह आभूषण में लगे बटन को दबाकर पुलिस और परिवार के सदस्यों दोनों के नंबरों पर अपना लोकेशन भेज सकती है, ताकि संकट में पड़ी महिलाओं की रक्षा की जा सके.

उन्होंने बताया कि उसकी एक उपयोगी विशेषता यह है कि यह तब भी अच्छा काम करता है, जब इसे मोबाइल फोन के स्क्रीन-लॉक या वॉलेट के अंदर रखा जाए. अगर कोई आपका आभूषण छीनता है तो यह तुरंत संदिग्ध के स्थान का पता लगाएगा. यह गैजेट आसानी से उपयोग किया जा सकता है.

युवा वैज्ञानिक श्याम चौरसिया ने कहा कि जब भी देर रात काम करने वाली महिलाएं मुसीबत में पड़ती हैं, तो छेड़छाड़ करने वाले उनके मोबाइल फोन और पर्स छीन लेते हैं. आभूषण में डिवाइस को दबाने से, संलग्न ब्लूटूथ काम करना शुरू कर देगा. यह ब्लूटूथ 3 से 5 मीटर के दायरे में काम करता है. इस उपकरण से महिला के साथ-साथ उसके आभूषण की भी सुरक्षा होगी. इसमें एक ब्लूटूथ मॉड्यूल और एक चार्जेबल बैटरी होती है, जो लगभग 10 घंटे तक चलती है. इस आभूषण का नाम 'वीमेन सेफ्टी एंटी ज्वेलरी' रखा गया है. इसे बनाने में 2-3 महीने का समय लगा है. इस उपकरण की कीमत लगभग 900 रुपये है और यह पूरी तरह से मेड इन इंडिया है.

गोरखपुर के वीर बहादुर सिंह तारामंडल के वैज्ञानिक अधिकारी महादेव पांडे ने कहा कि यह एक अच्छा गैजेट है. यह महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रभावी हो सकता है. इस तकनीक का परीक्षण सरकार द्वारा किया जाएगा.

बीएचयू के प्रोफेसर और इनोवेशन सेंटर के समन्वयक मनीष अरोड़ा ने कहा कि यह एक साहसी प्रयास है. हालांकि, यह तभी सफल होगा जब इसे उद्योग के सहयोग से चलाया जाएगा. कई प्रमुख कॉर्पोरेट ज्वैलर्स हैं, जिनसे संपर्क करना फायदेमंद हो सकता है. आभूषण में लगे एक ब्लूटूथ डिवाइस के साथ यह इनोवेशन बहुत अच्छा है. मुसीबत में होने पर बटन दबाने पर, व्यक्ति के परिवार को एक अलर्ट मिलता है. यह महिला सुरक्षा पर एक विवेकपूर्ण प्रयास है, लेकिन इस नवाचार को बाजार तक ले जाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है.

पढ़ेंः पेटीएम ने भारत में लॉन्च किया एंड्रॉइड मिनी एप स्टोर

वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आभूषणों की सुरक्षा और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े खतरे को कम करने के लिए एक विशेष उपकरण बनाया गया है. इस सुरक्षा उपकरण को विशेष रूप से देश में छेड़छाड़ और बलात्कार की घटनाओं को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है. वाराणसी के श्याम चौरसिया और दिल्ली के रचना राजेंद्रन ने महिलाओं के खिलाफ छेड़छाड़ और अन्य अपराधों को रोकने के लिए 'महिला सुरक्षा आभूषण' डिजाइन किया है.

रचना राजेंद्रन ने बताया कि इस सुरक्षा उपकरण को विशेष रूप से देश में छेड़छाड़ और बलात्कार की घटनाओं को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है. डिवाइस को आभूषण के अंदर लगाकर ब्लूटूथ के माध्यम से जोड़ा जाएगा. यदि कोई महिला मुसीबत में है तो वह आभूषण में लगे बटन को दबाकर पुलिस और परिवार के सदस्यों दोनों के नंबरों पर अपना लोकेशन भेज सकती है, ताकि संकट में पड़ी महिलाओं की रक्षा की जा सके.

उन्होंने बताया कि उसकी एक उपयोगी विशेषता यह है कि यह तब भी अच्छा काम करता है, जब इसे मोबाइल फोन के स्क्रीन-लॉक या वॉलेट के अंदर रखा जाए. अगर कोई आपका आभूषण छीनता है तो यह तुरंत संदिग्ध के स्थान का पता लगाएगा. यह गैजेट आसानी से उपयोग किया जा सकता है.

युवा वैज्ञानिक श्याम चौरसिया ने कहा कि जब भी देर रात काम करने वाली महिलाएं मुसीबत में पड़ती हैं, तो छेड़छाड़ करने वाले उनके मोबाइल फोन और पर्स छीन लेते हैं. आभूषण में डिवाइस को दबाने से, संलग्न ब्लूटूथ काम करना शुरू कर देगा. यह ब्लूटूथ 3 से 5 मीटर के दायरे में काम करता है. इस उपकरण से महिला के साथ-साथ उसके आभूषण की भी सुरक्षा होगी. इसमें एक ब्लूटूथ मॉड्यूल और एक चार्जेबल बैटरी होती है, जो लगभग 10 घंटे तक चलती है. इस आभूषण का नाम 'वीमेन सेफ्टी एंटी ज्वेलरी' रखा गया है. इसे बनाने में 2-3 महीने का समय लगा है. इस उपकरण की कीमत लगभग 900 रुपये है और यह पूरी तरह से मेड इन इंडिया है.

गोरखपुर के वीर बहादुर सिंह तारामंडल के वैज्ञानिक अधिकारी महादेव पांडे ने कहा कि यह एक अच्छा गैजेट है. यह महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रभावी हो सकता है. इस तकनीक का परीक्षण सरकार द्वारा किया जाएगा.

बीएचयू के प्रोफेसर और इनोवेशन सेंटर के समन्वयक मनीष अरोड़ा ने कहा कि यह एक साहसी प्रयास है. हालांकि, यह तभी सफल होगा जब इसे उद्योग के सहयोग से चलाया जाएगा. कई प्रमुख कॉर्पोरेट ज्वैलर्स हैं, जिनसे संपर्क करना फायदेमंद हो सकता है. आभूषण में लगे एक ब्लूटूथ डिवाइस के साथ यह इनोवेशन बहुत अच्छा है. मुसीबत में होने पर बटन दबाने पर, व्यक्ति के परिवार को एक अलर्ट मिलता है. यह महिला सुरक्षा पर एक विवेकपूर्ण प्रयास है, लेकिन इस नवाचार को बाजार तक ले जाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है.

पढ़ेंः पेटीएम ने भारत में लॉन्च किया एंड्रॉइड मिनी एप स्टोर

Last Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST
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