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अमेरिकी न्याय विभाग ने गूगल के खिलाफ अविश्वास का मुकदमा दर्ज किया - antitrust case

अमेरिकी न्याय विभाग ने गूगल पर अपनी बाजार शक्ति और वित्तीय ताकत के माध्यम से प्रतिस्पर्धा और संभावित नवाचार को विफल करने का आरोप लगाया.

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अमेरिकी न्याय विभाग ने गूगल के खिलाफ अविश्वास का मुकदमा दर्ज किया.
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Published : Oct 22, 2020, 11:52 AM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST

वॉशिंगटन: अमेरिकी न्याय विभाग और 11 राज्यों के अटॉर्नी जनरल ने गूगल पर यह आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया है कि यह कथित तौर पर ऑनलाइन खोज में प्रतिस्पर्धा और उपभोक्ता हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए अपने वर्चस्व का दुरुपयोग कर रहे है. अब इस पर जवाब देते हुए गूगल ने कहा है कि अन्य अनगिनत व्यवसायों की ही तरह उनकी कंपनी भी अपनी सेवाओं के प्रचार के लिए भुगतान करती है.

यह सिविल एंटीट्रस्ट मुकदमा, सर्च और सर्च विज्ञापन में एंटीकोमेटिक प्रथाओं के साथ तकनीकी दिग्गजों को चार्ज करते हुए, कोलंबिया के जिले के अमेरिकी जिला न्यायालय में दायर किया गया था जिसमें गूगल को सर्च और सर्च विज्ञापन बाजारों में एंटीकोमेटिक और बहिष्करण प्रथाओं के माध्यम से अवैध रूप से एकाधिकार बनाए रखने और प्रतिस्पर्धी हानि पहुंचाने के लिए आरोपी माना जा रहा है.

अटॉर्नी विलियम बर्र ने कहा कि इस उद्योग में प्रतिस्पर्धा महत्वपूर्ण है.यही कारण है कि आज के समय में इंटरनेट के द्वारपाल गूगल के खिलाफ कई चुनौती है, जैसे यह एंटीट्रस्ट कानूनों का उल्लंघन करना न्याय विभाग और अमेरिकी लोग, दोनों के लिए एक स्मारकीय मामला है.

बर्र ने एक बयान में कहा कि यह मुकदमा लाखों अमेरिकी उपभोक्ताओं, विज्ञापनदाताओं, छोटे व्यवसायों और उद्यमियों के लिए इंटरनेट पर गूगल के गैरकानूनी एकाधिकार के लिए हड़ताली है.

गूगल ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि न्याय विभाग द्वारा मुकदमा गहरा है. लोग गूगल का उपयोग करते हैं क्योंकि वे उसे चुनते हैं इसलिए नहीं कि वे मजबूर हैं या क्योंकि वे विकल्प नहीं खोज सकते हैं.
डिजिटल सर्विसेज में जब आप कोई डिवाइस खरीदते हैं, तो इसमें ऑनलाइन सर्च से संबंधित एक होम स्क्रीन 'आई लेवल शेल्फ' होता है, यानि कि स्क्रीन पर आंखों के बिल्कुल बराबर सामने आने वाला एक काउंटर.

गूगल में मुख्य कानूनी अधिकारी के रूप में कार्यरत केंट वॉकर ने कहा कि मोबाइल में एप्पल सहित एटीएंडटी, वेरिजॉन, सैमसंग और एलजी जैसी कंपनियों द्वारा इस शेल्फ को नियंत्रित किया जाता है. डेस्कटॉप में यही काम माइक्रोसॉफ्ट करता है.अब गूगल इसी 'आई लेवल शेल्फ' के लिए इन्हीं में से कई कंपनियों के साथ मोलभाव करता है.

वॉकर आगे कहते हैं कि एप्पल और अन्य डिवाइस निर्माताओं व कैरियर्स सहित हमारा यह अनुबंध, किसी भी अन्य अनुबंध या करार से भिन्न नहीं है, जो परंपरागत ढंग से अन्य कई कंपनियों द्वारा सॉफ्टवेयर वितरण के लिए किया जाता रहा है.

उन्होंने आगे यह भी कहा कि इन्हीं अनुबंधों के लिए माइक्रोसॉफ्ट की कंपनी बिंग सहित कई अलग-अलग सर्च इंजन हमारे प्रतिस्पर्धी हैं और हमारे अनुबंध इन्हीं प्रतिपक्षी समीक्षाओं में बार-बार खरी उतरी है.

पढे़ंः केंटकी शोधकर्ता ने टांगानिका झील के पर्यावरण के इतिहास को किया उजागर

आईओएस और सीरी के लिए डिफॉल्ट सर्च इंजन बनने के चलते एप्पल की गूगल से सालाना 700 करोड़ डॉलर की आमदनी होती है. जबकि आईओएस और सीरी में डिफॉल्ट सर्च इंजन की भूमिका निभाने के लिए गूगल सालाना 700 करोड़ डॉलर की राशि कंपनी को चुकाती है. एप्पल के डिवाइसों से विज्ञापनों के चलते हो रही आय का सालाना 2500 करोड़ डॉलर गूगल को मिलता है, जो कि कुल आय का लगभग 30 प्रतिशत है.

वॉकर के कहने का आशय यहां यह है कि कुल मिलाकर यह व्यवसाय का एक मिलाजुला रूप है, यहां कोई किसी पर हावी नहीं है.

वॉशिंगटन: अमेरिकी न्याय विभाग और 11 राज्यों के अटॉर्नी जनरल ने गूगल पर यह आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया है कि यह कथित तौर पर ऑनलाइन खोज में प्रतिस्पर्धा और उपभोक्ता हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए अपने वर्चस्व का दुरुपयोग कर रहे है. अब इस पर जवाब देते हुए गूगल ने कहा है कि अन्य अनगिनत व्यवसायों की ही तरह उनकी कंपनी भी अपनी सेवाओं के प्रचार के लिए भुगतान करती है.

यह सिविल एंटीट्रस्ट मुकदमा, सर्च और सर्च विज्ञापन में एंटीकोमेटिक प्रथाओं के साथ तकनीकी दिग्गजों को चार्ज करते हुए, कोलंबिया के जिले के अमेरिकी जिला न्यायालय में दायर किया गया था जिसमें गूगल को सर्च और सर्च विज्ञापन बाजारों में एंटीकोमेटिक और बहिष्करण प्रथाओं के माध्यम से अवैध रूप से एकाधिकार बनाए रखने और प्रतिस्पर्धी हानि पहुंचाने के लिए आरोपी माना जा रहा है.

अटॉर्नी विलियम बर्र ने कहा कि इस उद्योग में प्रतिस्पर्धा महत्वपूर्ण है.यही कारण है कि आज के समय में इंटरनेट के द्वारपाल गूगल के खिलाफ कई चुनौती है, जैसे यह एंटीट्रस्ट कानूनों का उल्लंघन करना न्याय विभाग और अमेरिकी लोग, दोनों के लिए एक स्मारकीय मामला है.

बर्र ने एक बयान में कहा कि यह मुकदमा लाखों अमेरिकी उपभोक्ताओं, विज्ञापनदाताओं, छोटे व्यवसायों और उद्यमियों के लिए इंटरनेट पर गूगल के गैरकानूनी एकाधिकार के लिए हड़ताली है.

गूगल ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि न्याय विभाग द्वारा मुकदमा गहरा है. लोग गूगल का उपयोग करते हैं क्योंकि वे उसे चुनते हैं इसलिए नहीं कि वे मजबूर हैं या क्योंकि वे विकल्प नहीं खोज सकते हैं.
डिजिटल सर्विसेज में जब आप कोई डिवाइस खरीदते हैं, तो इसमें ऑनलाइन सर्च से संबंधित एक होम स्क्रीन 'आई लेवल शेल्फ' होता है, यानि कि स्क्रीन पर आंखों के बिल्कुल बराबर सामने आने वाला एक काउंटर.

गूगल में मुख्य कानूनी अधिकारी के रूप में कार्यरत केंट वॉकर ने कहा कि मोबाइल में एप्पल सहित एटीएंडटी, वेरिजॉन, सैमसंग और एलजी जैसी कंपनियों द्वारा इस शेल्फ को नियंत्रित किया जाता है. डेस्कटॉप में यही काम माइक्रोसॉफ्ट करता है.अब गूगल इसी 'आई लेवल शेल्फ' के लिए इन्हीं में से कई कंपनियों के साथ मोलभाव करता है.

वॉकर आगे कहते हैं कि एप्पल और अन्य डिवाइस निर्माताओं व कैरियर्स सहित हमारा यह अनुबंध, किसी भी अन्य अनुबंध या करार से भिन्न नहीं है, जो परंपरागत ढंग से अन्य कई कंपनियों द्वारा सॉफ्टवेयर वितरण के लिए किया जाता रहा है.

उन्होंने आगे यह भी कहा कि इन्हीं अनुबंधों के लिए माइक्रोसॉफ्ट की कंपनी बिंग सहित कई अलग-अलग सर्च इंजन हमारे प्रतिस्पर्धी हैं और हमारे अनुबंध इन्हीं प्रतिपक्षी समीक्षाओं में बार-बार खरी उतरी है.

पढे़ंः केंटकी शोधकर्ता ने टांगानिका झील के पर्यावरण के इतिहास को किया उजागर

आईओएस और सीरी के लिए डिफॉल्ट सर्च इंजन बनने के चलते एप्पल की गूगल से सालाना 700 करोड़ डॉलर की आमदनी होती है. जबकि आईओएस और सीरी में डिफॉल्ट सर्च इंजन की भूमिका निभाने के लिए गूगल सालाना 700 करोड़ डॉलर की राशि कंपनी को चुकाती है. एप्पल के डिवाइसों से विज्ञापनों के चलते हो रही आय का सालाना 2500 करोड़ डॉलर गूगल को मिलता है, जो कि कुल आय का लगभग 30 प्रतिशत है.

वॉकर के कहने का आशय यहां यह है कि कुल मिलाकर यह व्यवसाय का एक मिलाजुला रूप है, यहां कोई किसी पर हावी नहीं है.

Last Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST
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