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कार्ल गुस्तव जंग द्वारा विकसित की गई थी सामूहिक अचेतन की शक्ति - सामूहिक अचेतन की शक्ति

कार्ल जंग ने अपने जीवनकाल में कई रचनांए प्रकाशित कीं, और उनके विचारों में कला, साहित्य और धर्म में विस्तार के साथ मनोचिकित्सा के क्षेत्र के बारे में काफी जानकारी दी गई है. कार्ल जंग ने व्यक्तित्व के प्रकारों और उनके प्रकारों का अधिक विस्तार से परिचय किया.

कार्ल गुस्तव जंग
कार्ल गुस्तव जंग
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Published : Jul 27, 2020, 2:17 AM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST

हैदराबाद: कार्ल जंग ने अपने जीवनकाल में कई रचनांए प्रकाशित कीं, और उनके विचारों में कला, साहित्य और धर्म में विस्तार के साथ मनोचिकित्सा के क्षेत्र के बारे में काफी जानकारी दी गई है. कार्ल जंग ने व्यक्तित्व के प्रकारों और उनके प्रकारों का अधिक विस्तार से परिचय किया.

कार्ल जंग की जीवनी के मुताबिक उन्होंने अपने जीवन के आखिर में विभिन्न संस्कृतियों का अध्ययन करने के लिए विश्व की यात्रा की. कार्ल जंग ने अपने निष्कर्षों पर और अपने सिद्धांतों पर कुछ 200 कार्यों को प्रकाशित किया. इनमें मॉडर्न मैन, इन सर्च ऑफ ए सोल (1933), और द अनडिस्कवर्ड सेल्फ (1957) शामिल थे.

उन्होंने ज्यूरिख में संघीय पॉलिटेक्निक और बेसल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर भी काम किया.

जंग के विचार आज भी पुरातत्व, धर्म, साहित्य और यहां तक कि पॉप संस्कृति के रूप में विविध क्षेत्रों में प्रतिध्वनित हैं. कार्ल जंग के पुरस्कार और सम्मान में 1932 में ज्यूरिख का साहित्य पुरस्कार शामिल है.

कार्ल गुस्तव जंग
कार्ल गुस्तव जंग

छह साल बाद उन्हें इंग्लैंड की रॉयल सोसाइटी ऑफ मेडिसिन का मानद साथी चुना गया. 1944 में, उन्हें स्विस एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज का मानद सदस्य नामित किया गया था. जंग का बचपन उनके माता-पिता की जटिलताओं से प्रभावित था.

कार्ल गुस्तव जंग
कार्ल गुस्तव जंग

उनके पिता पॉल ने धर्म में विश्वास नहीं रखते थे. जंग की मां एमिली मानसिक बीमारी से ग्रस्त थीं और जब उनका लड़का सिर्फ तीन साल का था, तो उसको परिवार से अलग मानसिक अस्पताल में अस्थायी रूप से रहने के लिए भेज दिया गया.

जंग, जिन्होंने अपनी किशोरावस्था में बड़े पैमाने पर दर्शन पढ़ना शुरू किया, परंपरा को आगे बढ़ाया और बेसल विश्वविद्यालय में पहुंचे.

वहां, वह जीव विज्ञान, जीवाश्म विज्ञान, धर्म और पुरातत्व सहित अध्ययन के कई क्षेत्रों से अवगत हुए और आखिर में मेडिसिन की पढ़ाई की.

जंग ने 1900 में बेसल विश्वविद्यालय से स्नातक किया और दो साल बाद ज्यूरिख विश्वविद्यालय से एमडी किया. 1903 में एम्मा रोसचेनबैक से शादी की.

इस दंपत्ति के पांच बच्चे थे और 1955 में एम्मा की मृत्यु तक वह साथ रहे.

जून1961 को जंग की ज्यूरिक स्थित मौजूद अपने घर पर मृत्यु हो गई.

हैदराबाद: कार्ल जंग ने अपने जीवनकाल में कई रचनांए प्रकाशित कीं, और उनके विचारों में कला, साहित्य और धर्म में विस्तार के साथ मनोचिकित्सा के क्षेत्र के बारे में काफी जानकारी दी गई है. कार्ल जंग ने व्यक्तित्व के प्रकारों और उनके प्रकारों का अधिक विस्तार से परिचय किया.

कार्ल जंग की जीवनी के मुताबिक उन्होंने अपने जीवन के आखिर में विभिन्न संस्कृतियों का अध्ययन करने के लिए विश्व की यात्रा की. कार्ल जंग ने अपने निष्कर्षों पर और अपने सिद्धांतों पर कुछ 200 कार्यों को प्रकाशित किया. इनमें मॉडर्न मैन, इन सर्च ऑफ ए सोल (1933), और द अनडिस्कवर्ड सेल्फ (1957) शामिल थे.

उन्होंने ज्यूरिख में संघीय पॉलिटेक्निक और बेसल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर भी काम किया.

जंग के विचार आज भी पुरातत्व, धर्म, साहित्य और यहां तक कि पॉप संस्कृति के रूप में विविध क्षेत्रों में प्रतिध्वनित हैं. कार्ल जंग के पुरस्कार और सम्मान में 1932 में ज्यूरिख का साहित्य पुरस्कार शामिल है.

कार्ल गुस्तव जंग
कार्ल गुस्तव जंग

छह साल बाद उन्हें इंग्लैंड की रॉयल सोसाइटी ऑफ मेडिसिन का मानद साथी चुना गया. 1944 में, उन्हें स्विस एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज का मानद सदस्य नामित किया गया था. जंग का बचपन उनके माता-पिता की जटिलताओं से प्रभावित था.

कार्ल गुस्तव जंग
कार्ल गुस्तव जंग

उनके पिता पॉल ने धर्म में विश्वास नहीं रखते थे. जंग की मां एमिली मानसिक बीमारी से ग्रस्त थीं और जब उनका लड़का सिर्फ तीन साल का था, तो उसको परिवार से अलग मानसिक अस्पताल में अस्थायी रूप से रहने के लिए भेज दिया गया.

जंग, जिन्होंने अपनी किशोरावस्था में बड़े पैमाने पर दर्शन पढ़ना शुरू किया, परंपरा को आगे बढ़ाया और बेसल विश्वविद्यालय में पहुंचे.

वहां, वह जीव विज्ञान, जीवाश्म विज्ञान, धर्म और पुरातत्व सहित अध्ययन के कई क्षेत्रों से अवगत हुए और आखिर में मेडिसिन की पढ़ाई की.

जंग ने 1900 में बेसल विश्वविद्यालय से स्नातक किया और दो साल बाद ज्यूरिख विश्वविद्यालय से एमडी किया. 1903 में एम्मा रोसचेनबैक से शादी की.

इस दंपत्ति के पांच बच्चे थे और 1955 में एम्मा की मृत्यु तक वह साथ रहे.

जून1961 को जंग की ज्यूरिक स्थित मौजूद अपने घर पर मृत्यु हो गई.

Last Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST
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