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गाय के गोबर से बना 'खादी प्राकृतिक पेंट', किसान कमाएंगे 'गोबर से धन'

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने अपने आवास पर एक नए तरह के पेंट (रंग) को लॉन्च किया. गाय के गोबर से निर्मित भारत के इस पहले पेंट को खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने विकसित किया है. यह एक पर्यावरण के अनुकूल, गैर विषाक्त पेंट है, जिसे 'खादी प्राकृतिक पेंट' नाम दिया गया है. यह अपनी तरह का पहला उत्पाद है, जिसमें एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण समाहित हैं.

खादी प्राकृतिक पेंट, गाय के गोबर से बना पेंट
गाय के गोबर से बना है खादी प्राकृतिक पेंट, जाने खासियत
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Published : Jan 13, 2021, 6:25 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST

नई दिल्ली : एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने गाय के गोबर से निर्मित एक पर्यावरण के अनुकूल और गैर विषाक्त पेंट का लॉन्च किया है. इस खादी प्राकृतिक पेंट के लॉन्च के अवसर पर केन्द्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह, केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंग और केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना भी उपस्थित थे.

लॉन्च कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यह प्रयास किसानों की आय को बढ़ाने वाले प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है. उन्होंने कहा कि यह कदम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने का इतना प्रभावशाली प्रयास है, जिससे शहरों में रह रहे ग्रामीणों का फिर से ग्रामीण क्षेत्रों की ओर पलायन शुरू हो जाएगा.

खादी प्राकृतिक पेंट, गाय के गोबर से बना पेंट
गाय के गोबर से बना है खादी प्राकृतिक पेंट, जाने खासियत
  • खादी प्राकृतिक पेंट दो रूपों में उपलब्ध है– डिस्टेंपर पेंट और प्लास्टिक इमल्शन पेंट.
  • पेंट की कीमत- डिस्टेंपर केवल 120 रुपये प्रति लीटर और इमल्सन केवल 225 रुपये प्रति लीटर.
  • मुख्य घटक के रूप में गाय के गोबर का इस्तेमाल होता है. पेंट, लागत प्रभावी और गंधहीन है और भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा प्रमाणित किया गया है. खादी प्राकृतिक इमल्शन पेंट बीआईएस 15489: 2013 मानकों को पूरा करता है, जबकि खादी प्राकृतिक डिस्टेंपर पेंट बीआईएस 428: 2013 मानकों से मिलता है.
  • इस पेंट में शीशा, पारा, क्रोमियम, आर्सेनिक, कैडमियम जैसी अन्य कोई भी भारी धातु नहीं है.
    गाय के गोबर से बना है खादी प्राकृतिक पेंट, जानें खासियत
  • यह 4 घंटे से भी कम समय में सूखता है और बेहतर तरीके से सतह पर लगता है.
  • इस पेंट को अंदर और बाहर दोनों ही दीवारों पर लगाया जा सकता है. डिस्टेंपर और इमल्शन पेंट दोनों ही सफेद आधार रंग (बेस कलर) में उपलब्ध हैं, और उचित रंगों के मिश्रण से कोई भी रंग बनाया जा सकता है.

खादी प्राकृतिक डिस्टेंपर और इमल्शन पेंट का परीक्षण देश की तीन प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं में किया गया है -

  • राष्ट्रीय परीक्षण शाला (नेशनल टेस्ट हाउस), मुंबई
  • श्री राम औद्योगिक अनुसंधान संस्थान (श्री राम इंस्टीट्यूट फॉर इंडस्ट्रियल रिसर्च), नई दिल्ली
  • राष्ट्रीय परीक्षण शाला (नेशनल टेस्ट हाउस), गाजियाबाद

इस तकनीक से पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के निर्माण लिए कच्चे माल के रूप में गोबर की खपत बढ़ेगी और किसानों तथा गौशालाओं के लिए अतिरिक्त राजस्व के अवसर बढ़ेंगे. गाय के गोबर के उपयोग से पर्यावरण स्वच्छ होगा और नालियों के अवरुद्ध होने जैसी समस्या भी खत्म होगी.

इस पेंट के निर्माण और विपणन में सरकार की भूमिका केवल एक सूत्रधार की है, वास्तव में इस पेंट का निर्माण और मार्केटिंग, पेशेवर तरीके से किया जाएगा और इसे देश के प्रत्येक हिस्से तक पहुंचाया जाएगा.

पढे़ंः बच्चों के लिए सुरक्षित खिलौने बनाने पर सरकार का जोर

नई दिल्ली : एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने गाय के गोबर से निर्मित एक पर्यावरण के अनुकूल और गैर विषाक्त पेंट का लॉन्च किया है. इस खादी प्राकृतिक पेंट के लॉन्च के अवसर पर केन्द्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह, केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंग और केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना भी उपस्थित थे.

लॉन्च कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यह प्रयास किसानों की आय को बढ़ाने वाले प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है. उन्होंने कहा कि यह कदम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने का इतना प्रभावशाली प्रयास है, जिससे शहरों में रह रहे ग्रामीणों का फिर से ग्रामीण क्षेत्रों की ओर पलायन शुरू हो जाएगा.

खादी प्राकृतिक पेंट, गाय के गोबर से बना पेंट
गाय के गोबर से बना है खादी प्राकृतिक पेंट, जाने खासियत
  • खादी प्राकृतिक पेंट दो रूपों में उपलब्ध है– डिस्टेंपर पेंट और प्लास्टिक इमल्शन पेंट.
  • पेंट की कीमत- डिस्टेंपर केवल 120 रुपये प्रति लीटर और इमल्सन केवल 225 रुपये प्रति लीटर.
  • मुख्य घटक के रूप में गाय के गोबर का इस्तेमाल होता है. पेंट, लागत प्रभावी और गंधहीन है और भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा प्रमाणित किया गया है. खादी प्राकृतिक इमल्शन पेंट बीआईएस 15489: 2013 मानकों को पूरा करता है, जबकि खादी प्राकृतिक डिस्टेंपर पेंट बीआईएस 428: 2013 मानकों से मिलता है.
  • इस पेंट में शीशा, पारा, क्रोमियम, आर्सेनिक, कैडमियम जैसी अन्य कोई भी भारी धातु नहीं है.
    गाय के गोबर से बना है खादी प्राकृतिक पेंट, जानें खासियत
  • यह 4 घंटे से भी कम समय में सूखता है और बेहतर तरीके से सतह पर लगता है.
  • इस पेंट को अंदर और बाहर दोनों ही दीवारों पर लगाया जा सकता है. डिस्टेंपर और इमल्शन पेंट दोनों ही सफेद आधार रंग (बेस कलर) में उपलब्ध हैं, और उचित रंगों के मिश्रण से कोई भी रंग बनाया जा सकता है.

खादी प्राकृतिक डिस्टेंपर और इमल्शन पेंट का परीक्षण देश की तीन प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं में किया गया है -

  • राष्ट्रीय परीक्षण शाला (नेशनल टेस्ट हाउस), मुंबई
  • श्री राम औद्योगिक अनुसंधान संस्थान (श्री राम इंस्टीट्यूट फॉर इंडस्ट्रियल रिसर्च), नई दिल्ली
  • राष्ट्रीय परीक्षण शाला (नेशनल टेस्ट हाउस), गाजियाबाद

इस तकनीक से पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के निर्माण लिए कच्चे माल के रूप में गोबर की खपत बढ़ेगी और किसानों तथा गौशालाओं के लिए अतिरिक्त राजस्व के अवसर बढ़ेंगे. गाय के गोबर के उपयोग से पर्यावरण स्वच्छ होगा और नालियों के अवरुद्ध होने जैसी समस्या भी खत्म होगी.

इस पेंट के निर्माण और विपणन में सरकार की भूमिका केवल एक सूत्रधार की है, वास्तव में इस पेंट का निर्माण और मार्केटिंग, पेशेवर तरीके से किया जाएगा और इसे देश के प्रत्येक हिस्से तक पहुंचाया जाएगा.

पढे़ंः बच्चों के लिए सुरक्षित खिलौने बनाने पर सरकार का जोर

Last Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST
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