हैदराबाद: जोसेफ जॉन थॉमसन का जन्म 18 दिसम्बर 1857 को हुआ था. वह अंग्रेज भौतिक विज्ञानी थे और रॉयल सोसायटी ऑफ लंदन के निर्वाचित सदस्य भी थे.
1918 में वह कैम्ब्रिज ट्रिनिटी कॉलेज में शिक्षक बन गए जहां उन्होंने अपनी मृत्यु तक काम किया. जोसेफ जॉन थॉमसन का 30 अगस्त 1940 को 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया था.
![joseph john thomson](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8616338_th.jpg)
![joseph john thomson](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8616338_thu.jpg)
पुरस्कार और मान्यता
- थामसन ने कैथोड रे और कैथोड रे ट्यूब पर कई प्रयोग किए, इसके जरिए उन्होंने 1897 में इलेक्ट्रॉन की खोज की.
- एडम्स पुरस्कार (1882)
- रॉयल मेडल (1894)
- ह्यूज मेडल (1902)
- भौतिकी नोबेल पुरस्कार (1906)
- इलियट क्रेसन मेडल (1910)
- कोपले मेडल (1914)
- फ्रैंकलिन मेडल (1922)
- कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के परिसर में जे.जे थॉमसन एवेन्यू का नाम थॉमसन के नाम पर रखा गया है.
शिक्षा और करियर
- उनकी प्रारंभिक शिक्षा छोटे निजी स्कूलों में हुई. जहां उन्होंने विज्ञान में उत्कृष्ट प्रतिभा और रुचि का प्रदर्शन किया.
- 1870 में उन्हें 14 साल की असामान्य उम्र में ओवेन्स कॉलेज में भर्ती कराया गया था.
- वह 1876 में ट्रिनिटी कॉलेज कैम्ब्रिज चले गए.
- 1880 में उन्होंने गणित में बीए किया. उन्होंने आवेदन किया और 1881 में ट्रिनिटी कॉलेज के फेलो बन गए.
- थॉमसन ने 1883 में एमए किया.
- थॉमसन को 12 जून 1884 को रॉयल सोसाइटी का फेलो चुना गया और उन्होंने 1915 से 1920 तक रॉयल सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया.
- 22 दिसंबर 1884 को थॉमसन को कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में भौतिकी के कैवेंडिश प्रोफेसर के लिए चुना.
- उन्हें 1906 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
उनके द्वारा लिखी कुछ पुस्तकें
- द स्ट्रक्चर आफ लाइट (1907)
- द कोरपुसकुलर थ्योरी ऑफ मैटर (1907)
- रे ऑफ पॉजिटिव ईलट्रीसिटी (1913)
- द इलेक्ट्रॉन इन केमिस्ट्री (1923)