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गगनयान कार्यक्रम के लिए Cryogenic Engines का गुणवत्ता परीक्षण सफल : इसरो - भारत की महत्वाकांक्षी गगनयान परियोजना

इसरो अध्यक्ष के सिवन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि भारत की महत्वाकांक्षी गगनयान परियोजना (India's ambitious Gaganyaan project) का, डिजाइन वाला चरण पूरा हो गया है तथा यह परीक्षण के चरण में प्रवेश कर गया है.

गगनयान कार्यक्रम
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Published : Jan 13, 2022, 11:56 AM IST

बेंगलुरु : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने तमिलनाडु के महेंद्रगिरी में इसरो प्रणोदन परिसर (ISRO Propulsion Complex at Mahendragiri Tamil Nadu) में गगनयान कार्यक्रम के वास्ते 720 सेकेंड की अवधि के लिए क्रायोजेनिक इंजन का गुणवत्ता परीक्षण (Quality Test of Cryogenic Engines) किया जो सफल रहा. बेंगलुरु स्थित एजेंसी ने कहा कि बुधवार को हुआ इंजन का प्रदर्शन परीक्षण के उद्देश्यों के अनुरूप रहा.

इसरो ने एक बयान में कहा कि लंबी अवधि का यह सफल परीक्षण मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम-गगनयान के लिए एक बड़ी उपलब्धि (achievement for human space program- Gaganyaan) है. यह गगनयान के लिए क्रायोजेनिक इंजन की विश्वसनीयता और मजबूती सुनिश्चित करता है. बयान के अनुसार, यह इंजन चार और परीक्षणों से गुजरेगा, जो 1810 सेकेंड के होंगे. इसरो ने बताया कि इसके बाद एक और इंजन के दो छोटी अवधि के परीक्षण होंगे और गगनयान कार्यक्रम के लिए क्रायोजेनिक इंजन गुणवत्ता पर खरा उतरने के लिए एक लंबी अवधि का परीक्षण होगा.

इसरो अध्यक्ष के सिवन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि भारत की महत्वाकांक्षी गगनयान परियोजना (India's ambitious Gaganyaan project) का, डिजाइन वाला चरण पूरा हो गया है तथा यह परीक्षण के चरण में प्रवेश कर गया है. उन्होंने कहा था कि भारत की आजादी (15 अगस्त 2022) की 75वीं वर्षगांठ से पहले पहला मानवरहित मिशन भेजने का निर्देश है और सभी पक्षकार इसके लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं. मुझे विश्वास है कि हम इस लक्ष्य का पूरा कर लेंगे.

(पीटीआई-भाषा)

बेंगलुरु : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने तमिलनाडु के महेंद्रगिरी में इसरो प्रणोदन परिसर (ISRO Propulsion Complex at Mahendragiri Tamil Nadu) में गगनयान कार्यक्रम के वास्ते 720 सेकेंड की अवधि के लिए क्रायोजेनिक इंजन का गुणवत्ता परीक्षण (Quality Test of Cryogenic Engines) किया जो सफल रहा. बेंगलुरु स्थित एजेंसी ने कहा कि बुधवार को हुआ इंजन का प्रदर्शन परीक्षण के उद्देश्यों के अनुरूप रहा.

इसरो ने एक बयान में कहा कि लंबी अवधि का यह सफल परीक्षण मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम-गगनयान के लिए एक बड़ी उपलब्धि (achievement for human space program- Gaganyaan) है. यह गगनयान के लिए क्रायोजेनिक इंजन की विश्वसनीयता और मजबूती सुनिश्चित करता है. बयान के अनुसार, यह इंजन चार और परीक्षणों से गुजरेगा, जो 1810 सेकेंड के होंगे. इसरो ने बताया कि इसके बाद एक और इंजन के दो छोटी अवधि के परीक्षण होंगे और गगनयान कार्यक्रम के लिए क्रायोजेनिक इंजन गुणवत्ता पर खरा उतरने के लिए एक लंबी अवधि का परीक्षण होगा.

इसरो अध्यक्ष के सिवन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि भारत की महत्वाकांक्षी गगनयान परियोजना (India's ambitious Gaganyaan project) का, डिजाइन वाला चरण पूरा हो गया है तथा यह परीक्षण के चरण में प्रवेश कर गया है. उन्होंने कहा था कि भारत की आजादी (15 अगस्त 2022) की 75वीं वर्षगांठ से पहले पहला मानवरहित मिशन भेजने का निर्देश है और सभी पक्षकार इसके लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं. मुझे विश्वास है कि हम इस लक्ष्य का पूरा कर लेंगे.

(पीटीआई-भाषा)

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