नई दिल्ली: एचपी इंडिया ने एक नई रिपोर्ट में बताया कि विशेष रूप से पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) पर गेम खेलने वाले 10 में से नौ भारतीयों में तनाव कम होता है और अध्ययन के दबाव को कम करने और सकारात्मक भावनाओं को प्रेरित करने में मदद करता है. यह दशार्ता है कि देश में अब बड़ी स्क्रीन पर गेमिंग को मोबाइल से ज्यादा पसंद किया जा रहा है. सर्वेक्षण में शामिल 90 प्रतिशत से अधिक लोगों ने यह भी कहा कि पीसी गेमिंग सामाजीकरण को बढ़ावा देता है और नए दोस्त बनाने में मदद करता है.
सिनियर डायरेक्टर, पर्सनल सिस्टम्स-एचपी इंडिया मार्केट विक्रम बेदी ने कहा कि जैसा की हम जानते हैं, चल रही महामारी ने दुनिया को बदल दिया है. इस अफरातफरी के बीच, लोगों ने खुद को एक तनाव से मुक्त करने के लिए दोस्तों से जुड़ने के लिए एक टूल की तलाश की, जिससे गेमिंग क्षेत्र में एक मजबूत उछाल देखा गया है.
गेमिंग डिवाइस पसंद करने के मामले में महिलाएं (58 फीसदी) पुरुषों (52 फीसदी) से आगे है.
बेदी ने कहा कि एचपी उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपने उत्पाद की पेशकशों को नया करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके अतिरिक्त, युवा भारतीय गेमर्स को बढ़ावा देने के एचपी के निरंतर प्रयास में, हाल ही में एक छात्रवृत्ति की घोषणा की गई है जो प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता के साथ-साथ भारतीय गेमर्स को अंतर्राष्ट्रीय एक्सपोजर प्रदान करेगी.
निष्कर्षों से पता चलता है कि टॉयर 2 शहरों में 94 प्रतिशत उत्तरदाताओं, टॉयर 1 में 88 प्रतिशत और मेट्रो शहरों में 87 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने गेमिंग के लिए मोबाइल फोन पर पीसी को चुना.
एचपी इंडिया मार्केट के प्रबंध निदेशक केतन पटेल ने कहा कि गेमिंग हमारे पीसी पोर्टफोलियो में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है और हम इस गति को जारी रखने और भारत में अग्रणी पीसी गेमिंग ब्रांड के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने की उम्मीद करते हैं.
गेमिंग के अलावा, उत्तरदाताओं ने मनोरंजन (54 प्रतिशत), फोटो/वीडियो संपादन (54 प्रतिशत) और ग्राफिक डिजाइन (48 प्रतिशत) को अन्य प्रमुख कार्य के रूप में हाइलाइट किया जो उन्होंने अपने पीसी पर किए थे.
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इनपुट-आईएएनएस