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जींद के जिला कारागार में सवा सौ बंदी भूख हड़ताल पर, जानें क्या है कारण

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Published : Oct 30, 2021, 7:40 PM IST

हरियाणा के जींद में जिला कारागार में तीन कुख्यात अपराधियों को बिल्कुल अलग-थलग रखे जाने पर शनिवार को लगभग सवा सौ बंदियों ने रोषस्वरूप भूख हड़ताल शुरु कर दी.

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जींद : हरियाणा के जींद जेल के कैदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है. कैदियों की मांग है कि तीन कुख्यात बंदियों को बाहर निकाला जाए और जेल वार्डन के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

बताया जाता है कि 27 अक्टूबर को जेल कर्मियों तथा बंदियों के बीच गतिरोध उस समय शुरु हुआ जब जेल वार्डन और तीन बंदियों के बीच कहासुनी हो गई. जेल सूत्रों के अनुसार जेल वार्डन ने तीनों बंदियों को शाम को प्रार्थना के लिए प्रांगण में आने को कहा था लेकिन उन्होंने ऐसा करने मना कर दिया.

इसी बात पर उनकी वार्डन के साथ कहासुनी हुई. अगली सुबह योग के दौरान भी इन तीनों बंदियों ने योग करने से मना कर दिया. इस पर जेल में व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीनों बंदियों को बिल्कुल अलग-थलग कर दिया गया.

सूत्रों के अनुसार अन्य बंदियों ने तीनों को बाहर निकालने की अपील की. जब उन्हें बाहर नहीं निकाला गया तो शुक्रवार शाम को बैरक के बंदियों ने खाना छोड़ दिया. बंदियों ने जेल प्रशासन से साफ कहा कि जब तक इन तीनों बंदियों को बाहर नहीं निकाला जाता तब तक वे खाना नहीं खाएंगें.

सूत्रों के अनुसार शनिवार को भी बैरक के बंदियों ने खाना नहीं खाया. बताया जाता है कि उस बैरक में 200 बंदी है, जिन्होंने खाना छोड़ रखा है. जेल उपाधीक्षक सचिन ने बताया कि तीनों बंदियों ने वार्डन के साथ दुर्व्यवहार किया है जिस पर उन्हें बैरक से अलग कर रख दिया गया.

यह भी पढ़ें-अमित शाह का कांग्रेस पर हमला- कोरोना काल में नहीं दिखे, केवल चुनाव आने पर सामने आते हैं

तीनों बंदियों पर गंभीर प्रकृति के काफी मामले दर्ज हैं. नियम सभी बंदियों तथा कैदियों पर लागू होते हैं. उन्होंने कहा कि बैरक के सभी बंदियों ने खाना नहीं छोड़ा है, बस कुछ ने ऐसा किया है, व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस प्रकार के कदम उठाए जाने भी जरूरी हैं.

(पीटीआई-भाषा)

जींद : हरियाणा के जींद जेल के कैदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है. कैदियों की मांग है कि तीन कुख्यात बंदियों को बाहर निकाला जाए और जेल वार्डन के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

बताया जाता है कि 27 अक्टूबर को जेल कर्मियों तथा बंदियों के बीच गतिरोध उस समय शुरु हुआ जब जेल वार्डन और तीन बंदियों के बीच कहासुनी हो गई. जेल सूत्रों के अनुसार जेल वार्डन ने तीनों बंदियों को शाम को प्रार्थना के लिए प्रांगण में आने को कहा था लेकिन उन्होंने ऐसा करने मना कर दिया.

इसी बात पर उनकी वार्डन के साथ कहासुनी हुई. अगली सुबह योग के दौरान भी इन तीनों बंदियों ने योग करने से मना कर दिया. इस पर जेल में व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीनों बंदियों को बिल्कुल अलग-थलग कर दिया गया.

सूत्रों के अनुसार अन्य बंदियों ने तीनों को बाहर निकालने की अपील की. जब उन्हें बाहर नहीं निकाला गया तो शुक्रवार शाम को बैरक के बंदियों ने खाना छोड़ दिया. बंदियों ने जेल प्रशासन से साफ कहा कि जब तक इन तीनों बंदियों को बाहर नहीं निकाला जाता तब तक वे खाना नहीं खाएंगें.

सूत्रों के अनुसार शनिवार को भी बैरक के बंदियों ने खाना नहीं खाया. बताया जाता है कि उस बैरक में 200 बंदी है, जिन्होंने खाना छोड़ रखा है. जेल उपाधीक्षक सचिन ने बताया कि तीनों बंदियों ने वार्डन के साथ दुर्व्यवहार किया है जिस पर उन्हें बैरक से अलग कर रख दिया गया.

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तीनों बंदियों पर गंभीर प्रकृति के काफी मामले दर्ज हैं. नियम सभी बंदियों तथा कैदियों पर लागू होते हैं. उन्होंने कहा कि बैरक के सभी बंदियों ने खाना नहीं छोड़ा है, बस कुछ ने ऐसा किया है, व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस प्रकार के कदम उठाए जाने भी जरूरी हैं.

(पीटीआई-भाषा)

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