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जानें केलिडोस्कोप के अविष्कारक डेविड ब्रूस्टर से जुड़ी रोचक बातें - Kaleidoscope

जेडबर्ग में जन्मे सर डेविड ब्रूस्टर केलिडोस्कोप के आविष्कार और फोटोग्राफी में उपयोग किए जाने वाले, स्टीरियोस्कोप में सुधार करने के लिए जाना जाता है. विलियम व्हीवेल ने ब्रूस्टर को उनके कार्यों के लिए, 'फॉदर ऑफ मॉडर्न एक्सपेरिमेंटल ऑप्टिक्स' और 'जोहान्स केपलर ऑफ ऑप्टिक्स' से संबोधित किया.

David Brewster, inventor of Kaleidoscope
जाने केलिडोस्कोप का अविष्कारक डेविड ब्रूस्टर से जुड़ी रोचक बातें
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Published : Dec 11, 2020, 8:00 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:53 PM IST

हैदराबाद : केलिडोस्कोप का अविष्कार करने वाले सर डेविड ब्रूस्टर का जन्म 11 दिसंबर 1781 को जेडबर्ग में हुआ था. उनके पिता जेमबर्ग ग्रामर स्कूल के रेक्टर थे. डेविड ब्रूस्टर ने केलिडोस्कोप का अविष्कार 1816 में किया था.

केलिडोस्कोप के बाद, उन्होंने स्टीरियोस्कोप में भी सुधार किया. इसे उन्होंने लेंटिकुलर स्टीरियोस्कोप नाम दिया. यह पहला पोर्टेबल, 3 डी व्यूविंग उपकरण था. इसमें लेंस का उपयोग करके दो अलग-अलग बाइनोक्यूलर पिक्चर के साथ थ्री-डाइमेंशनल प्रभाव पैदा किया जाता है.

डेविड ब्रूस्टर को केलिडोस्कोप के आविष्कार और फोटोग्राफी में उपयोग किए जाने वाले, स्टीरियोस्कोप में सुधार करने के लिए जाना जाता है.

अगर हम केलिडोस्कोप कि बात करें, तो यह एक ऑप्टिकल उपकरण है जिसमें दो या अधिक रिफ्लेक्टिंग सतह (मिरर) होती है. यह सतह और एंगल में एक दूसरे की तरफ झुकी होती हैं. मिरर के एक किनारें पर रखी वस्तुओं को दूसरे किनारे से देखे जाने पर, वह आपको एक नियमित सिमैट्रिक पैटर्न में देखाई देती है.

इसके अलावा, ब्रूस्टर ने बाइनोक्यूलर कैमरा, दो प्रकार के पोलीमीटर, पॉलीजोनल लेंस और लाइटहाउस इलुमिनेटर का भी आविष्कार किया.

विलियम व्हीवेल ने ब्रूस्टर को उनके कार्यों के लिए, 'फॉदर ऑफ मॉडर्न एक्सपेरिमेंटल ऑप्टिक्स' और 'जोहान्स केपलर ऑफ ऑप्टिक्स' से संबोधित किया. उन्होंने खनिजविद् प्रोफेसर रॉबर्ट जेम्सन के साथ मिलकर, 1819 में ट्रीटिस ऑन द केलिडोस्कोप को प्रकाशित किया.

डेविड ब्रूस्टर ने एडिनबर्ग फिलोसॉफिकल जर्नल का संपादन भी किया, जिसे पहले एडिनबर्ग जर्नल कहा जाता था. 1819 में फिर से इसका नाम बदलकर एडिनबर्ग जर्नल ऑफ साइंस रख दिया गया. उस समय भी, ब्रूस्टर इस जर्नल के एकमात्र संपादक थे.

  • 1820 में, ब्रूस्टर लंदन में इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल इंजीनियर्स के सदस्य बने.
  • 1821 में वह रॉयल स्कॉटिश सोसाइटी ऑफ आर्ट्स के गठन में सक्रिय रहे, जिसके वह पहले डायरेक्टर भी थे.
  • 1822 में, वह रॉयल आयरिश अकैडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंस के सदस्य बने.
  • ब्रूस्टर ने 18-वॉल्यूम एडिनबर्ग एनसाइक्लोपीडिया का संपादन भी किया.
  • वर्ष 1829 में उन्होनें कई अन्य प्रकाशन के काम किए, जिसमें पेरिओडिकल कलर्स प्रडूस्ट बाइ ग्रूव्ड सर्फेस, द ऑप्टिकल नेचर ऑफ क्रिस्टलाइन लेंस और द कलर ऑफ फिल्म प्लेट्स शामिल हैं.
  • 1831 में न्यॉयूर्क के ब्रिटिश एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस की स्थापना में सहयोग किया.
  • दिसंबर 1837 में, डेविड ब्रूस्टर सेंट एंड्रयूज विश्वविद्यालय में सेंट सल्वाटर और सेंट लियोनार्ड के यूनाइटेड कॉलेज के प्रिंसिपल बने. वहीं 1859 में वह एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के प्रिंसिपल बने.
  • सर डेविड ब्रूस्टर, ऑप्टिक्स और एस्ट्रोनॉमी के लेखक थे. साथ ही वह, द इंस्टिट्यूट ऑफ फ्रांस और रॉयल सोसाइटी ऑफ रूस, प्रशिया, स्वीडन और डेनमार्क के सदस्य भी थे.

सर डेविड ब्रूस्टर का 10 फरवरी 1868 को उनके घर एलरली में निधन हो गया.

पढ़ेंः सैमसंग का 110 इंच माइक्रो एलईडी टीवी लॅान्च, जानिए फीचर्स

हैदराबाद : केलिडोस्कोप का अविष्कार करने वाले सर डेविड ब्रूस्टर का जन्म 11 दिसंबर 1781 को जेडबर्ग में हुआ था. उनके पिता जेमबर्ग ग्रामर स्कूल के रेक्टर थे. डेविड ब्रूस्टर ने केलिडोस्कोप का अविष्कार 1816 में किया था.

केलिडोस्कोप के बाद, उन्होंने स्टीरियोस्कोप में भी सुधार किया. इसे उन्होंने लेंटिकुलर स्टीरियोस्कोप नाम दिया. यह पहला पोर्टेबल, 3 डी व्यूविंग उपकरण था. इसमें लेंस का उपयोग करके दो अलग-अलग बाइनोक्यूलर पिक्चर के साथ थ्री-डाइमेंशनल प्रभाव पैदा किया जाता है.

डेविड ब्रूस्टर को केलिडोस्कोप के आविष्कार और फोटोग्राफी में उपयोग किए जाने वाले, स्टीरियोस्कोप में सुधार करने के लिए जाना जाता है.

अगर हम केलिडोस्कोप कि बात करें, तो यह एक ऑप्टिकल उपकरण है जिसमें दो या अधिक रिफ्लेक्टिंग सतह (मिरर) होती है. यह सतह और एंगल में एक दूसरे की तरफ झुकी होती हैं. मिरर के एक किनारें पर रखी वस्तुओं को दूसरे किनारे से देखे जाने पर, वह आपको एक नियमित सिमैट्रिक पैटर्न में देखाई देती है.

इसके अलावा, ब्रूस्टर ने बाइनोक्यूलर कैमरा, दो प्रकार के पोलीमीटर, पॉलीजोनल लेंस और लाइटहाउस इलुमिनेटर का भी आविष्कार किया.

विलियम व्हीवेल ने ब्रूस्टर को उनके कार्यों के लिए, 'फॉदर ऑफ मॉडर्न एक्सपेरिमेंटल ऑप्टिक्स' और 'जोहान्स केपलर ऑफ ऑप्टिक्स' से संबोधित किया. उन्होंने खनिजविद् प्रोफेसर रॉबर्ट जेम्सन के साथ मिलकर, 1819 में ट्रीटिस ऑन द केलिडोस्कोप को प्रकाशित किया.

डेविड ब्रूस्टर ने एडिनबर्ग फिलोसॉफिकल जर्नल का संपादन भी किया, जिसे पहले एडिनबर्ग जर्नल कहा जाता था. 1819 में फिर से इसका नाम बदलकर एडिनबर्ग जर्नल ऑफ साइंस रख दिया गया. उस समय भी, ब्रूस्टर इस जर्नल के एकमात्र संपादक थे.

  • 1820 में, ब्रूस्टर लंदन में इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल इंजीनियर्स के सदस्य बने.
  • 1821 में वह रॉयल स्कॉटिश सोसाइटी ऑफ आर्ट्स के गठन में सक्रिय रहे, जिसके वह पहले डायरेक्टर भी थे.
  • 1822 में, वह रॉयल आयरिश अकैडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंस के सदस्य बने.
  • ब्रूस्टर ने 18-वॉल्यूम एडिनबर्ग एनसाइक्लोपीडिया का संपादन भी किया.
  • वर्ष 1829 में उन्होनें कई अन्य प्रकाशन के काम किए, जिसमें पेरिओडिकल कलर्स प्रडूस्ट बाइ ग्रूव्ड सर्फेस, द ऑप्टिकल नेचर ऑफ क्रिस्टलाइन लेंस और द कलर ऑफ फिल्म प्लेट्स शामिल हैं.
  • 1831 में न्यॉयूर्क के ब्रिटिश एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस की स्थापना में सहयोग किया.
  • दिसंबर 1837 में, डेविड ब्रूस्टर सेंट एंड्रयूज विश्वविद्यालय में सेंट सल्वाटर और सेंट लियोनार्ड के यूनाइटेड कॉलेज के प्रिंसिपल बने. वहीं 1859 में वह एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के प्रिंसिपल बने.
  • सर डेविड ब्रूस्टर, ऑप्टिक्स और एस्ट्रोनॉमी के लेखक थे. साथ ही वह, द इंस्टिट्यूट ऑफ फ्रांस और रॉयल सोसाइटी ऑफ रूस, प्रशिया, स्वीडन और डेनमार्क के सदस्य भी थे.

सर डेविड ब्रूस्टर का 10 फरवरी 1868 को उनके घर एलरली में निधन हो गया.

पढ़ेंः सैमसंग का 110 इंच माइक्रो एलईडी टीवी लॅान्च, जानिए फीचर्स

Last Updated : Feb 16, 2021, 7:53 PM IST
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