ETV Bharat / science-and-technology

ISRO : Chandrayaan 3 के चंद्रमा तक पहुंचने की प्रक्रिया पूरी, जल्द शुरू होगा अगला चरण

ISRO ने कहा कि इसके साथ ही चंद्रयान-3 ने चंद्रमा तक पहुंचने की अपनी प्रक्रिया पूरी कर ली है और अब Chandrayaan3 प्रणोदन मॉड्यूल और Lander मॉड्यूल को अलग करने की तैयारी करेगा.

Chandrayaan
चंद्रयान
author img

By

Published : Aug 16, 2023, 10:57 AM IST

Updated : Aug 16, 2023, 1:20 PM IST

बेंगलुरु : भारत के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्रमा मिशन के तहत चंद्रयान-3 बुधवार को, पृथ्वी के इकलौते उपग्रह की पांचवी और अंतिम कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कर गया, तथा चंद्रमा की सतह के और भी करीब आ गया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन- ISRO ने कहा कि इसके साथ ही Chandrayaan-3 ने चंद्रमा तक पहुंचने की अपनी प्रक्रिया पूरी कर ली है और अब यह प्रणोदन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल को अलग करने की तैयारी करेगा.

  • Chandrayaan-3 Mission:

    Today’s successful firing, needed for a short duration, has put Chandrayaan-3 into an orbit of 153 km x 163 km, as intended.

    With this, the lunar bound maneuvres are completed.

    It’s time for preparations as the Propulsion Module and the Lander Module… pic.twitter.com/0Iwi8GrgVR

    — ISRO (@isro) August 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने ट्वीट किया, "आज की सफल प्रक्रिया संक्षिप्त अवधि के लिए आवश्यक थी. इसके तहत चंद्रमा की 153 किलोमीटर x 163 किलोमीटर की कक्षा में चंद्रयान-3 स्थापित हो गया, जिसका हमने अनुमान किया था. इसके साथ ही चंद्रमा की सीमा में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी हो गई.अब प्रणोदन मॉड्यूल और लैंडर को अलग होने के लिए तैयार हैं." इसरो ने कहा कि 17 अगस्त को Chandrayaan 3 के प्रणोदन मॉड्यूल से लैंडर मॉड्यूल को अलग करने की योजना है.

ये भी पढ़ें-

14 जुलाई को प्रक्षेपण के बाद Chandrayaan 3 ने पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया, जिसके बाद इसने छह, नौ और 14 अगस्त को चंद्रमा की अगली कक्षाओं में प्रवेश किया तथा उसके और निकट पहुंचता गया. चंद्रयान-3 को चंद्रमा के ध्रुवों पर स्थापित करने का अभियान आगे बढ़ रहा है. ISRO चंद्रयान-3 को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचाने का प्रयास कर रहा है और चंद्रमा से उसकी दूरी धीरे-धीरे कम होती जा रही है. चंद्रयान-3 के 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है.

(भाषा)

बेंगलुरु : भारत के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्रमा मिशन के तहत चंद्रयान-3 बुधवार को, पृथ्वी के इकलौते उपग्रह की पांचवी और अंतिम कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कर गया, तथा चंद्रमा की सतह के और भी करीब आ गया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन- ISRO ने कहा कि इसके साथ ही Chandrayaan-3 ने चंद्रमा तक पहुंचने की अपनी प्रक्रिया पूरी कर ली है और अब यह प्रणोदन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल को अलग करने की तैयारी करेगा.

  • Chandrayaan-3 Mission:

    Today’s successful firing, needed for a short duration, has put Chandrayaan-3 into an orbit of 153 km x 163 km, as intended.

    With this, the lunar bound maneuvres are completed.

    It’s time for preparations as the Propulsion Module and the Lander Module… pic.twitter.com/0Iwi8GrgVR

    — ISRO (@isro) August 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने ट्वीट किया, "आज की सफल प्रक्रिया संक्षिप्त अवधि के लिए आवश्यक थी. इसके तहत चंद्रमा की 153 किलोमीटर x 163 किलोमीटर की कक्षा में चंद्रयान-3 स्थापित हो गया, जिसका हमने अनुमान किया था. इसके साथ ही चंद्रमा की सीमा में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी हो गई.अब प्रणोदन मॉड्यूल और लैंडर को अलग होने के लिए तैयार हैं." इसरो ने कहा कि 17 अगस्त को Chandrayaan 3 के प्रणोदन मॉड्यूल से लैंडर मॉड्यूल को अलग करने की योजना है.

ये भी पढ़ें-

14 जुलाई को प्रक्षेपण के बाद Chandrayaan 3 ने पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया, जिसके बाद इसने छह, नौ और 14 अगस्त को चंद्रमा की अगली कक्षाओं में प्रवेश किया तथा उसके और निकट पहुंचता गया. चंद्रयान-3 को चंद्रमा के ध्रुवों पर स्थापित करने का अभियान आगे बढ़ रहा है. ISRO चंद्रयान-3 को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचाने का प्रयास कर रहा है और चंद्रमा से उसकी दूरी धीरे-धीरे कम होती जा रही है. चंद्रयान-3 के 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है.

(भाषा)

Last Updated : Aug 16, 2023, 1:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.