नई दिल्ली: भारत में अगले पांच वर्षों में लगभग 33 करोड़ 5जी स्मार्टफोन सब्सक्रिप्शन होंगे, जो देश में लगभग 26 प्रतिशत मोबाइल सब्सक्रिप्शन का प्रतिनिधित्व करेंगे. बुधवार को एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. स्वीडिश दूरसंचार दिग्गज एरिक्सन की एक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर, 5जी मोबाइल सब्सक्रिप्शन 2021 के अंत तक 58 करोड़ से अधिक हो जाएगा, जो हर दिन अनुमानित 10 लाख नए 5जी मोबाइल सब्सक्रिप्शन द्वारा संचालित होगा.
भारत में प्रति स्मार्टफोन यूजर औसत ट्रैफिक 2019 में 13 जीबी प्रति माह से बढ़कर 2020 में 14.6 जीबी प्रति माह हो गया है.
एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार, भारत क्षेत्र में प्रति स्मार्टफोन औसत ट्रैफिक विश्व स्तर पर दूसरे स्थान पर है और इसके 2026 में प्रति माह लगभग 40 जीबी तक बढ़ने का अनुमान है.
एरिक्सन इंडिया के प्रमुख नितिन बंसल ने एक बयान में कहा कि कोविड-19 ने भारत के डिजिटल परिवर्तन को गति दी है, क्योंकि अधिक से अधिक उपभोक्ता डिजिटल सेवाओं पर भरोसा करते हैं, चाहे वह अपने व्यवसाय या व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजिटल भुगतान हो, दूरस्थ स्वास्थ्य परामर्श हो, ऑनलाइन खुदरा हो या फिर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो.
दक्षिण पूर्व एशिया, ओशिनिया और भारत, एरिक्सन के लिए नेटवर्क सॉल्यूशंस के प्रमुख बंसल ने कहा, भारत क्षेत्र में प्रति स्मार्टफोन औसत ट्रैफिक विश्व स्तर पर दूसरे स्थान पर है और 2026 में इसके प्रति माह लगभग 40 जीबी तक बढ़ने का अनुमान है.
2021 की पहली तिमाही के दौरान 5जी-सक्षम डिवाइस के साथ 5जी सब्सक्रिप्शन में सात करोड़ की वृद्धि हुई है.
2026 के अंत तक लगभग 3.5 अरब 5जी सब्सक्रिप्शन और 60 प्रतिशत 5जी जनसंख्या कवरेज का अनुमान है.
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इनपुट-आईएएनएस