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गूगल ने नासा रोवर की लैंडिंग का वर्चुअली आतिशबाजी कर मनाया जश्न

नासा रोवर की लैंडिंग की सफलता के सराहने के हुए गूगल ने अपने पेज पर वर्चुअली आतिशबाजी की है. जैसे ही कोई व्यक्ति गूगल पर पर्सीवरेंस रोवर, पर्सीवरेंस को सर्च करता है, तो इस पेज पर वर्चुअल आतिशबाजी होने लगती है. भारतीय अमेरिकी स्वाति मोहन ने इस रोवर की सफल लैंडिंग का वर्चुअल तौर पर नेतृत्व किया था.

पर्सीवरेंस रोवर, perseverance rover
गूगल ने नासा रोवर की लैंडिंग का वर्चुअली आतिशबाजी कर मनाया जश्न
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Published : Feb 19, 2021, 8:23 PM IST

नई दिल्ली : नासा ने अपने पर्सीवरेंस रोवर को मंगल ग्रह के इक्वे टर जजेरो के पास गहरे क्रेटर में सफलतापूर्वक लैंड कराके इतिहास रच दिया है. इस शानदार सफलता का जश्न मनाने के लिए गूगल ने अपने पेज पर वर्चुअल तौर पर आतिशबाजी की है.

जैसे ही आप पर्सीवरेंस शब्द गूगल पर खोजेंगे और जब आप इसका पेज देखेंगे तो आप इस पेज पर आतिशबाजी होते देखेंगे. इसे लेकर गूगल ने ट्वीट किया कि अच्छी चीजें उन लोगों के साथ होती हैं, जिनमें दृढ़ता होती है. नासा और नासा पर्सीवरेंस को सफल लैंडिंग की बधाई.

उधर रोवर के मंगल की सतह को छूने की पुष्टि होते ही कैलीफोर्निया में नासा के मिशन कंट्रोल के इंजीनियर खुशी से झूम उठे. अब अगले 2 सालों में यह छह पहियों वाला रोवर स्थानीय चट्टानों की ड्रिलिंग कर अतीत में यहां रहे जीवन के सबूत तलाशने का काम करेगा.

माना जाता है कि अरबों साल पहले जजेरो में एक विशाल झील थी और जाहिर है जहां पानी है, वहां जीवन भी होगा.

बता दें कि भारतीय अमेरिकी स्वाति मोहन ने इस रोवर की सफल लैंडिंग का वर्चुअल तौर पर नेतृत्व किया था.

पढे़ंः- जानिए कौन हैं, नासा की इंजीनियर डॉ स्वाति मोहन, जिन्होंने निभाई बड़ी भूमिका

(इनपुट-आईएएनएस)

नई दिल्ली : नासा ने अपने पर्सीवरेंस रोवर को मंगल ग्रह के इक्वे टर जजेरो के पास गहरे क्रेटर में सफलतापूर्वक लैंड कराके इतिहास रच दिया है. इस शानदार सफलता का जश्न मनाने के लिए गूगल ने अपने पेज पर वर्चुअल तौर पर आतिशबाजी की है.

जैसे ही आप पर्सीवरेंस शब्द गूगल पर खोजेंगे और जब आप इसका पेज देखेंगे तो आप इस पेज पर आतिशबाजी होते देखेंगे. इसे लेकर गूगल ने ट्वीट किया कि अच्छी चीजें उन लोगों के साथ होती हैं, जिनमें दृढ़ता होती है. नासा और नासा पर्सीवरेंस को सफल लैंडिंग की बधाई.

उधर रोवर के मंगल की सतह को छूने की पुष्टि होते ही कैलीफोर्निया में नासा के मिशन कंट्रोल के इंजीनियर खुशी से झूम उठे. अब अगले 2 सालों में यह छह पहियों वाला रोवर स्थानीय चट्टानों की ड्रिलिंग कर अतीत में यहां रहे जीवन के सबूत तलाशने का काम करेगा.

माना जाता है कि अरबों साल पहले जजेरो में एक विशाल झील थी और जाहिर है जहां पानी है, वहां जीवन भी होगा.

बता दें कि भारतीय अमेरिकी स्वाति मोहन ने इस रोवर की सफल लैंडिंग का वर्चुअल तौर पर नेतृत्व किया था.

पढे़ंः- जानिए कौन हैं, नासा की इंजीनियर डॉ स्वाति मोहन, जिन्होंने निभाई बड़ी भूमिका

(इनपुट-आईएएनएस)

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