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यूपी में जानलेवा बुखार से 25 की मौतें, गंदगी की जगह आंकड़ों की सफाई में जुटा प्रशासन - District Magistrate Chandra Vijay Singh

यूपी के फिरोजाबाद जिले में बुखार से मरने वालों का आंकड़ा 25 के पार पहुंच चुका है. सबसे ज्यादा मौतें ग्रामीण इलाके नगला अमान में होने की बात सामने आ रही है. इस गांव में छह लोगों की मौत से खलबली मची हुई है. इन हालातों के बाद भी स्थानीय प्रशासन गांव में जलनिकासी के निर्देश जारी कर अपने कार्य की इतिश्री कर रहा है और मौत का आंकड़ा कम बताने की कवायद में जुट गया है.

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Published : Aug 28, 2021, 2:40 PM IST

Updated : Aug 28, 2021, 2:46 PM IST

फिरोजाबाद : जनपद में बुखार और डेंगू से मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार को एक दिन में यहां सात मौतों से खलबली मच गई. इसे लेकर जिले में अब तक मौत का आंकड़ा 25 से भी अधिक हो गया है. जिला अस्पताल के वार्ड फुल हो गए हैं. जिलाधिकारी ने भी 15 मौतों की पुष्टि कर दी है.

सदर विधायक मनीष असीजा के साथ जिलाधिकारी, सीएमओ और नगर आयुक्त ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया. डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों व नगर निगम को हिदायत दी कि इस बीमारी की रोकथाम के लिए शहर में जलजमाव वाले स्थानों को जल्द से जल्द चिह्नित करें. वहां से जल निकासी कराई जाए.

बताते चलें कि फिरोजाबाद में वायरल फीवर जानलेवा बन गया है. एक माह से अधिक समय बीत चुका है लेकिन स्वास्थ्य महकमा इस बीमारी पर काबू पाने में फेल नजर आ रहा है. इलाका ग्रामीण हो या शहरी, ज्यादातर क्षेत्र में बड़ी तदात में लोग खासकर बालक बुखार की चपेट में है. कुछ जगहों पर तो डेंगू की भी पुष्टि हो चुकी है.

फ़िरोज़ाबाद में पसरा मौत का फीवर : 25 से ज्यादा लोगों की मौत, डीएम ने की 15 की पुष्टि

जानकारी के अनुसार जिले में बुखार से मरने वालों का आंकड़ा 25 के पार पहुंच चुका है. सबसे ज्यादा मौतें ग्रामीण इलाके नगला अमान में होने की बात सामने आ रही है. इस गांव में छह लोगों की मौत से खलबली मची हुई है. इस गांव में दो लोगों की मौत की वजह डेंगू निकलकर सामने आई है.

इसी तरह शहरी इलाके के मोहल्ला ऐलान नगर में भी फीवर से चार मौत हो चुकी है. लगातार मौतों का सिलसिला जारी है. लोगों की शिकायत है कि स्वास्थ्य विभाग कोई भी ठोस कदम नहीं उठा रहा है.

शुक्रवार को हुईं आठ मौतें

फिरोजाबाद शहर के अलग-अलग इलाकों में वायरल फीवर का कहर जारी है. शुक्रवार को सात मौतों से खलबली मच गयी. बुखार लोगों की जिंदगियां छीन रहा है. जिन बालकों को मौत हुई, उनमें आर्यन जाटव पुत्र शेर सिंह निवासी मोहल्ला खेड़ा, रिया पचौरी पुत्री अजय पचौरी निवासी रहना, बादल शर्मा पुत्र दीपक शर्मा निवासी ब्रह्ममपुरी, वंश राठौर पुत्र ध्रुव नारायण राठौर निवासी हुमायूंपुर, भावना जाटव पुत्री दौजी राम जाटव निवासी संत नगर, मोहम्मद रजा पुत्र मुजीव खान निवासी मोहल्ला कोटला, अंशुल पुत्र कृष्णपाल राठौर निवासी हुमायूंपुर, कन्हैया पुत्र राजू राठौर हुमायूंपुर शामिल हैं. इनमें अंशुल और वंश तो ऐसे है जो अपने माता पिता के इकलौते पुत्र थे.

विधायक व डीएम ने देखे हालात

विधायक मनीष के दखल के बाद जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने सीएमओ डॉ. नीता कुलश्रेष्ठ और नगर आयुक्त प्रेरणा शर्मा के साथ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. जिलाधिकारी ने बताया कि जहां मरीजों की संख्या अधिक है और मरीज गंभीर है, उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा रहा है. जहां जल जमाव है, वहां से जल निकासी के निर्देश जारी किए है. इसके अलावा एंटीलार्वा का भी छिड़काव कराया जा रहा है.

यह भी पढ़ें-मध्य प्रदेश : नाबालिग बच्चों का गला काट पति-पत्नी ने पीया जहर, आर्थिक तंगी से परेशान था परिवार

कोविड हॉस्पिटल में भर्ती हो रहे मरीज

डेंगू और वायरल फीवर के बढ़ते मरीजों की संख्या के कारण फ़िरोज़ाबाद के अस्पताल पूरी तरह भर गया है. अस्पताल की इमरजेंसी में बेड कम पड़ने की वजह से बेंच पर लिटाकर इलाज दिया जा रहा है. पीकू वार्ड को इन मरीजों के लिए खोल दिया गया है, वहीं कोविड अस्पताल में 18 साल से कम उम्र के रोगियों को भर्ती किया जा रहा है.

फिरोजाबाद : जनपद में बुखार और डेंगू से मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार को एक दिन में यहां सात मौतों से खलबली मच गई. इसे लेकर जिले में अब तक मौत का आंकड़ा 25 से भी अधिक हो गया है. जिला अस्पताल के वार्ड फुल हो गए हैं. जिलाधिकारी ने भी 15 मौतों की पुष्टि कर दी है.

सदर विधायक मनीष असीजा के साथ जिलाधिकारी, सीएमओ और नगर आयुक्त ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया. डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों व नगर निगम को हिदायत दी कि इस बीमारी की रोकथाम के लिए शहर में जलजमाव वाले स्थानों को जल्द से जल्द चिह्नित करें. वहां से जल निकासी कराई जाए.

बताते चलें कि फिरोजाबाद में वायरल फीवर जानलेवा बन गया है. एक माह से अधिक समय बीत चुका है लेकिन स्वास्थ्य महकमा इस बीमारी पर काबू पाने में फेल नजर आ रहा है. इलाका ग्रामीण हो या शहरी, ज्यादातर क्षेत्र में बड़ी तदात में लोग खासकर बालक बुखार की चपेट में है. कुछ जगहों पर तो डेंगू की भी पुष्टि हो चुकी है.

फ़िरोज़ाबाद में पसरा मौत का फीवर : 25 से ज्यादा लोगों की मौत, डीएम ने की 15 की पुष्टि

जानकारी के अनुसार जिले में बुखार से मरने वालों का आंकड़ा 25 के पार पहुंच चुका है. सबसे ज्यादा मौतें ग्रामीण इलाके नगला अमान में होने की बात सामने आ रही है. इस गांव में छह लोगों की मौत से खलबली मची हुई है. इस गांव में दो लोगों की मौत की वजह डेंगू निकलकर सामने आई है.

इसी तरह शहरी इलाके के मोहल्ला ऐलान नगर में भी फीवर से चार मौत हो चुकी है. लगातार मौतों का सिलसिला जारी है. लोगों की शिकायत है कि स्वास्थ्य विभाग कोई भी ठोस कदम नहीं उठा रहा है.

शुक्रवार को हुईं आठ मौतें

फिरोजाबाद शहर के अलग-अलग इलाकों में वायरल फीवर का कहर जारी है. शुक्रवार को सात मौतों से खलबली मच गयी. बुखार लोगों की जिंदगियां छीन रहा है. जिन बालकों को मौत हुई, उनमें आर्यन जाटव पुत्र शेर सिंह निवासी मोहल्ला खेड़ा, रिया पचौरी पुत्री अजय पचौरी निवासी रहना, बादल शर्मा पुत्र दीपक शर्मा निवासी ब्रह्ममपुरी, वंश राठौर पुत्र ध्रुव नारायण राठौर निवासी हुमायूंपुर, भावना जाटव पुत्री दौजी राम जाटव निवासी संत नगर, मोहम्मद रजा पुत्र मुजीव खान निवासी मोहल्ला कोटला, अंशुल पुत्र कृष्णपाल राठौर निवासी हुमायूंपुर, कन्हैया पुत्र राजू राठौर हुमायूंपुर शामिल हैं. इनमें अंशुल और वंश तो ऐसे है जो अपने माता पिता के इकलौते पुत्र थे.

विधायक व डीएम ने देखे हालात

विधायक मनीष के दखल के बाद जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने सीएमओ डॉ. नीता कुलश्रेष्ठ और नगर आयुक्त प्रेरणा शर्मा के साथ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. जिलाधिकारी ने बताया कि जहां मरीजों की संख्या अधिक है और मरीज गंभीर है, उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा रहा है. जहां जल जमाव है, वहां से जल निकासी के निर्देश जारी किए है. इसके अलावा एंटीलार्वा का भी छिड़काव कराया जा रहा है.

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कोविड हॉस्पिटल में भर्ती हो रहे मरीज

डेंगू और वायरल फीवर के बढ़ते मरीजों की संख्या के कारण फ़िरोज़ाबाद के अस्पताल पूरी तरह भर गया है. अस्पताल की इमरजेंसी में बेड कम पड़ने की वजह से बेंच पर लिटाकर इलाज दिया जा रहा है. पीकू वार्ड को इन मरीजों के लिए खोल दिया गया है, वहीं कोविड अस्पताल में 18 साल से कम उम्र के रोगियों को भर्ती किया जा रहा है.

Last Updated : Aug 28, 2021, 2:46 PM IST
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