नई दिल्लीः सोशल नेटवर्क फेसबुक ने एक बयान में कहा कि नया नियम कोविड 19 और टीकों, जलवायु परिवर्तन, चुनाव या अन्य विषयों के बारे में झूठी या भ्रामक कॉन्टेंट पर लागू होता है, ताकि कम से कम लोग फेसबुक पारिवारिक एप पर गलत सूचनाएं देखें.
फेसबुक ने सूचित किया कि आज से, किसी व्यक्ति के फेसबुक अकाउंट से अगर ऐसी कॉन्टेंट साझा की गई, जिसके बारे में फैक्ट चेकिंग पार्टनर द्वारा रेट किया गया या सवाल उठाए गए तो हम यूज फीड में सभी पोस्ट के वितरण को कम कर देंगे.
कंपनी लोगों को सूचित करेगी अगर किसी यूजर ने गलत कॉन्टेंट साझा किया. जिसे बाद में फैक्ट चेकर रेट करता है. अब, फेसबुक ने इन सूचनाओं को फिर से डिजाइन किया है ताकि यह समझना आसान हो जाए कि ऐसा कब होता है.
इस अधिसूचना में फैक्ट चेकर के दावे को खारिज करने वाला लेख और साथ ही लेख को उनके अनुयायियों के साथ साझा करने का संकेत शामिल है.
सोशल नेटवर्क ने कहा कि इसमें एक नोटिस भी शामिल है कि जो लोग बार बार झूठी जानकारी साझा करते हैं, उनके पोस्ट न्यूज फीड में कम हो सकते हैं, इसलिए अन्य लोगों द्वारा उन्हें देखने की संभावना कम होती है.
कंपनी ने 2016 के अंत में अपना फैक्ट चेकिंग प्रोग्राम शुरू किया था.
कंपनी ने कहा कि हमने गलत सूचना साझा करने वाले पेज, ग्रुप, इंस्टाग्राम अकाउंट और डोमेन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और अब हम व्यक्तिगत फेसबुक अकाउंट के लिए भी दंड को शामिल करने के लिए इनमें से कुछ प्रयासों का विस्तार कर रहे हैं.
पढ़ेंः अब गूगल पेज पर पासवर्ड लगाकर चीजों के रख सकेंगे सुरक्षित
इनपुट-आईएएनएस