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जमीन पर गिरने वाला है नासा का 38 साल पुराना सेटेलाइट, जानिए इससे क्या हो सकता है खतरा

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Published : Jan 10, 2023, 10:43 AM IST

नासा (National Aeronautics and Space Administration) का करीबन साढ़े तीन दशक पुराना 2450 किलोग्राम वजन का सेटेलाइट आसमान से रविवार तक गिरने वाला है. नासा के विशेषज्ञ इसे सुरक्षित नष्ट करने की दिशा में काम कर रहे हैं, ताकि धरती पर कोई खतरा न हो. पढ़ें पूरी खबर..

Nasa satellite (Concept Image)
नासा का उपग्रह (प्रतीकात्मक चित्र )

वाशिंगटनः 38 साल पुराना नासा का उपग्रह आसमान से गिरने वाला है. नासा की ओर से जारी जानकारी में कहा गया है कि पृथ्वी पर मलबा गिरने की संभावना नहीं के बराबर (38 Year Old NASA satellite Fall From Space This Weekend) है. नासा के अनुसार, 5400 पाउंड (2450 किलोग्राम) के इस उपग्रह का अधिकांश हिस्सा धरती के वातावरण में दोबारा प्रवेश करने पर जल जाएगा. वहीं कुछ टुकड़ों के बचने की संभावना है. अंतरिक्ष एजेंसी ने लगभग 9400 में से 1 मलबे के गिरने से चोट लगने की आशंका व्यक्त की है. मलबे के गिरने से रोकने और नासा के खतरे को कम करने के लिए वैज्ञानिक काम कर रहे हैं.

नासा के रक्षा विभाग के अनुसार, विज्ञान उपग्रह के रविवार रात नीचे आने की संभावना है. इसमें 17 घंटे का समय लगेगा. हालांकि, कैलिफोर्निया स्थित एयरोस्पेस कार्पोरेशन की ओर से इसे सोमवार की सुबह नीचे लाने का लक्षित रखा गया है. इसे 17 की बजाय 13 घंटे में नीचे लाने का लक्ष्य रखा गया है. इस अफ्रीका, मध्य पूर्व एशिया और उत्तर और दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी क्षेत्रों से गुजरने वाले ट्रैक पर लाने की योजना पर काम किया जा रहा है.

1984 में अंतरिक्ष यान चैलेंजर पर प्रक्षेपित इस सेटेलाइट Earth Radiation Budget Satellite (ERBS) के नाम से जाना जाता है. इस सेटेलाइट का कार्यकाल महज 2 साल था, लेकिन 2005 तक ERBS फंक्शनल था. इस दौरान सेटेलाइट ने ओजोन और अन्य वायुमंडलीय माप से संबंधित डाटा संग्रह (Ozone And Other Atmospheric Measurements) का काम करता रहा. उपग्रह की मदद से वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया कि कैसे पृथ्वी सूर्य से ऊर्जा को अवशोषित और विकीर्ण होता है. सेटेलाइट से फंक्शनल नहीं होने के संबंध में जारी विशेष मैसेज के बाद इसे सुरक्षित नीचे लाने की परियोजना पर काम किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें-नासा का उपग्रह पृथ्वी की कक्षा से अलग हुआ, चंद्रमा की ओर बढ़ा

वाशिंगटनः 38 साल पुराना नासा का उपग्रह आसमान से गिरने वाला है. नासा की ओर से जारी जानकारी में कहा गया है कि पृथ्वी पर मलबा गिरने की संभावना नहीं के बराबर (38 Year Old NASA satellite Fall From Space This Weekend) है. नासा के अनुसार, 5400 पाउंड (2450 किलोग्राम) के इस उपग्रह का अधिकांश हिस्सा धरती के वातावरण में दोबारा प्रवेश करने पर जल जाएगा. वहीं कुछ टुकड़ों के बचने की संभावना है. अंतरिक्ष एजेंसी ने लगभग 9400 में से 1 मलबे के गिरने से चोट लगने की आशंका व्यक्त की है. मलबे के गिरने से रोकने और नासा के खतरे को कम करने के लिए वैज्ञानिक काम कर रहे हैं.

नासा के रक्षा विभाग के अनुसार, विज्ञान उपग्रह के रविवार रात नीचे आने की संभावना है. इसमें 17 घंटे का समय लगेगा. हालांकि, कैलिफोर्निया स्थित एयरोस्पेस कार्पोरेशन की ओर से इसे सोमवार की सुबह नीचे लाने का लक्षित रखा गया है. इसे 17 की बजाय 13 घंटे में नीचे लाने का लक्ष्य रखा गया है. इस अफ्रीका, मध्य पूर्व एशिया और उत्तर और दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी क्षेत्रों से गुजरने वाले ट्रैक पर लाने की योजना पर काम किया जा रहा है.

1984 में अंतरिक्ष यान चैलेंजर पर प्रक्षेपित इस सेटेलाइट Earth Radiation Budget Satellite (ERBS) के नाम से जाना जाता है. इस सेटेलाइट का कार्यकाल महज 2 साल था, लेकिन 2005 तक ERBS फंक्शनल था. इस दौरान सेटेलाइट ने ओजोन और अन्य वायुमंडलीय माप से संबंधित डाटा संग्रह (Ozone And Other Atmospheric Measurements) का काम करता रहा. उपग्रह की मदद से वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया कि कैसे पृथ्वी सूर्य से ऊर्जा को अवशोषित और विकीर्ण होता है. सेटेलाइट से फंक्शनल नहीं होने के संबंध में जारी विशेष मैसेज के बाद इसे सुरक्षित नीचे लाने की परियोजना पर काम किया जा रहा है.

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