ETV Bharat / jagte-raho

पंजाब के बाद अब नशे का हब बनती जा रही दिल्ली

राजधानी में ड्रग्स की खपत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और देश के विभिन्न राज्यों के अलावा विदेशों से भी नशे की खेप दिल्ली में आ रही है.

delhi becoming drugs capital after punjab
दिल्ली पुलिस
author img

By

Published : Aug 16, 2020, 5:40 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में नशे के कारोबार का मकड़जाल फैलता जा रहा है. सिर्फ युवा ही नहीं, इसने अपनी गिरफ्त में राजधानी की महिलाओं को भी ले लिया है. राजधानी में ड्रग्स की खपत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और देश के विभिन्न राज्यों के अलावा विदेशों से भी नशे की खेप दिल्ली में आ रही है.

नशे की हब बनती जा रही है दिल्ली




पांव पसार रहा काला कारोबार

डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच, नारकोटिक सेल, स्पेशल सेल सहित स्थानीय पुलिस लगातार ड्रग्स माफियाओं की धरपकड़ में लगी है, लेकिन इसके बावजूद राजधानी दिल्ली में ड्रग्स की खपत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. कुछ दिनों पहले डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने नवी मुंबई के नहवा शेवा पोर्ट से करीब 1000 करोड़ की 191 किलोग्राम हेरोइन पकड़ी थी. छानबीन में सामने आया कि इस पूरे ड्रग्स रैकेट के तार दिल्ली से जुड़े हैं. दिल्ली के ड्रग्स इंपोर्टर सुरेश भाटिया समेत तीन लोगों ने यह खेप छोटे-छोटे पाइप के भीतर अफगानिस्तान से मंगवाई थी.



पहले भी आ चुके हैं मामले

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि अब दिल्ली के तार विदेश से जुड़े हैं. दिसंबर 2019 में एनसीबी ने 1300 करोड़ों रुपये के इंटरनेशनल ड्रग्स गैंग का भंडाफोड़ किया था. इनसे 100 करोड़ रुपये की 20 किलोग्राम कोकीन दिल्ली में जब की गई थी. इस पूरे मामले में पांच भारतीय, एक अमेरिकी, दो नाइजीरियन और एक इंडोनेशियाई नागरिक समेत नौ लोग भारत में गिरफ्तार किए गए थे. यह गैंग दिल्ली एनसीआर, पंजाब, उत्तराखंड, महाराष्ट्र के अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, इंडोनेशिया, श्रीलंका और कोलंबिया तक फैला हुआ था.


पंजाब को छोड़ा पीछे

क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्र बताते हैं कि ड्रग्स के मामले में राजधानी दिल्ली ने अब पंजाब को पीछे छोड़ दिया है. दिल्ली में हेरोइन की खेप मणिपुर, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और झारखंड से आती है. विदेशों से पाकिस्तान और अफगानिस्तान से ड्रग्स की तस्करी की जाती है. कोकीन की स्मगलिंग पश्चिमी अफ्रीकी देशों से होती है. जिसकी खेप मुंबई और गोवा से दिल्ली पहुंचती है. गांजे की तस्करी पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के बॉर्डर के अलावा ओडिशा से ट्रकों के जरिए दिल्ली में होती है.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में नशे के कारोबार का मकड़जाल फैलता जा रहा है. सिर्फ युवा ही नहीं, इसने अपनी गिरफ्त में राजधानी की महिलाओं को भी ले लिया है. राजधानी में ड्रग्स की खपत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और देश के विभिन्न राज्यों के अलावा विदेशों से भी नशे की खेप दिल्ली में आ रही है.

नशे की हब बनती जा रही है दिल्ली




पांव पसार रहा काला कारोबार

डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच, नारकोटिक सेल, स्पेशल सेल सहित स्थानीय पुलिस लगातार ड्रग्स माफियाओं की धरपकड़ में लगी है, लेकिन इसके बावजूद राजधानी दिल्ली में ड्रग्स की खपत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. कुछ दिनों पहले डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने नवी मुंबई के नहवा शेवा पोर्ट से करीब 1000 करोड़ की 191 किलोग्राम हेरोइन पकड़ी थी. छानबीन में सामने आया कि इस पूरे ड्रग्स रैकेट के तार दिल्ली से जुड़े हैं. दिल्ली के ड्रग्स इंपोर्टर सुरेश भाटिया समेत तीन लोगों ने यह खेप छोटे-छोटे पाइप के भीतर अफगानिस्तान से मंगवाई थी.



पहले भी आ चुके हैं मामले

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि अब दिल्ली के तार विदेश से जुड़े हैं. दिसंबर 2019 में एनसीबी ने 1300 करोड़ों रुपये के इंटरनेशनल ड्रग्स गैंग का भंडाफोड़ किया था. इनसे 100 करोड़ रुपये की 20 किलोग्राम कोकीन दिल्ली में जब की गई थी. इस पूरे मामले में पांच भारतीय, एक अमेरिकी, दो नाइजीरियन और एक इंडोनेशियाई नागरिक समेत नौ लोग भारत में गिरफ्तार किए गए थे. यह गैंग दिल्ली एनसीआर, पंजाब, उत्तराखंड, महाराष्ट्र के अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, इंडोनेशिया, श्रीलंका और कोलंबिया तक फैला हुआ था.


पंजाब को छोड़ा पीछे

क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्र बताते हैं कि ड्रग्स के मामले में राजधानी दिल्ली ने अब पंजाब को पीछे छोड़ दिया है. दिल्ली में हेरोइन की खेप मणिपुर, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और झारखंड से आती है. विदेशों से पाकिस्तान और अफगानिस्तान से ड्रग्स की तस्करी की जाती है. कोकीन की स्मगलिंग पश्चिमी अफ्रीकी देशों से होती है. जिसकी खेप मुंबई और गोवा से दिल्ली पहुंचती है. गांजे की तस्करी पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के बॉर्डर के अलावा ओडिशा से ट्रकों के जरिए दिल्ली में होती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.