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FCI की फर्जी वेबसाइट बना बेरोजगारों को था ठगने का प्लान, साइबर सेल ने दबोचा

दिल्ली में अपराधिक मामले लगातार सामने आ रहे है. वहीं दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की 2 फर्जी वेबसाइट बनाने वालों को गिरफ्तार किया है. जिन्होंने फर्जी वेबसाइट पर ठगी के लिए नौकरी के फर्जी विज्ञापन डाले थे.

Cyber cell team of delhi police  arrested  fake website  makers of FCI
दिल्ली पुलिस
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Published : Jun 20, 2020, 3:17 PM IST

नई दिल्ली: जल्दी रुपये कमाने की चाहत में हरियाणा के एक शिक्षक ने कुछ साथियों के साथ मिलकर फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की 2 फर्जी वेबसाइट बना ली. उसने इन पर ठगी के लिए नौकरी के फर्जी विज्ञापन डालें, लेकिन एफसीआई की नजर इस पर पड़ गई. उनकी शिकायत पर ठगी से पहले ही इन शातिर जालसाजों को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है.

फर्जी वेबसाइट बनाने वालों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्ता किया
डीसीपी अन्येश रॉय के अनुसार फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से साइबर सेल को एक शिकायत मिली थी. इसमें बताया गया कि उनके नाम से दो फर्जी वेबसाइट बनाई गई है. उन्हें शक है कि इसके जरिए जालसाजी की जा रही है. इस सूचना पर साइबर सेल ने मामला दर्ज किया और छानबीन शुरू की. यह दोनों ही वेबसाइट फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के नाम से मिलती-जुलती बनाई गई थी. इसलिए सबसे पहले साइबर सेल ने इन दोनों वेबसाइट को ब्लॉक करवाया ताकि लोगों के साथ ठगी ना हो सके. इसका फायदा भी मिला और अभी तक पुलिस को वेबसाइट के जरिए कोई ठगा गया शख्स नहीं मिला है.
वेबसाइट बनाने एवं बनवाने वाला गिरफ्तार

आगे छानबीन के दौरान जब टेक्निकल जांच की गई एवं अन्य डिजिटल जानकारियों को खंगाला गया तो इसके जरिए आरोपियों की पहचान हो गई. यह सभी टेक्निकल मदद साइबर सेल की लैब से ही ली गई. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर प्रमेंद्र की टीम ने वेबसाइट बनाने वाले शरण सिंह को गिरफ्तार कर लिया. उसने बताया कि इस पूरे प्रकरण के पीछे विजय कुमार नामक शख्स है. इस जानकारी पर हरियाणा के सोनीपत निवासी विजय कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया.


शिक्षक निकला जालसाजी का मास्टरमाइंड

पूछताछ के दौरान आरोपी विजय कुमार ने बताया कि वह अंग्रेजी का टीचर है. उसने पुलिस को बताया कि वह फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी करना चाहता था. इसमें उसने शरण सिंह की मदद ली थी जो बीकॉम पढ़ा हुआ है. यह वेबसाइट तैयार करने के बाद उन्होंने नौकरी के लिए फर्जी विज्ञापन भी डाल दिए थे, लेकिन समय रहते साइबर सेल के लिए गए एक्शन के चलते वह ठगी से पहले ही पकड़े गए.

नई दिल्ली: जल्दी रुपये कमाने की चाहत में हरियाणा के एक शिक्षक ने कुछ साथियों के साथ मिलकर फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की 2 फर्जी वेबसाइट बना ली. उसने इन पर ठगी के लिए नौकरी के फर्जी विज्ञापन डालें, लेकिन एफसीआई की नजर इस पर पड़ गई. उनकी शिकायत पर ठगी से पहले ही इन शातिर जालसाजों को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है.

फर्जी वेबसाइट बनाने वालों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्ता किया
डीसीपी अन्येश रॉय के अनुसार फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से साइबर सेल को एक शिकायत मिली थी. इसमें बताया गया कि उनके नाम से दो फर्जी वेबसाइट बनाई गई है. उन्हें शक है कि इसके जरिए जालसाजी की जा रही है. इस सूचना पर साइबर सेल ने मामला दर्ज किया और छानबीन शुरू की. यह दोनों ही वेबसाइट फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के नाम से मिलती-जुलती बनाई गई थी. इसलिए सबसे पहले साइबर सेल ने इन दोनों वेबसाइट को ब्लॉक करवाया ताकि लोगों के साथ ठगी ना हो सके. इसका फायदा भी मिला और अभी तक पुलिस को वेबसाइट के जरिए कोई ठगा गया शख्स नहीं मिला है.
वेबसाइट बनाने एवं बनवाने वाला गिरफ्तार

आगे छानबीन के दौरान जब टेक्निकल जांच की गई एवं अन्य डिजिटल जानकारियों को खंगाला गया तो इसके जरिए आरोपियों की पहचान हो गई. यह सभी टेक्निकल मदद साइबर सेल की लैब से ही ली गई. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर प्रमेंद्र की टीम ने वेबसाइट बनाने वाले शरण सिंह को गिरफ्तार कर लिया. उसने बताया कि इस पूरे प्रकरण के पीछे विजय कुमार नामक शख्स है. इस जानकारी पर हरियाणा के सोनीपत निवासी विजय कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया.


शिक्षक निकला जालसाजी का मास्टरमाइंड

पूछताछ के दौरान आरोपी विजय कुमार ने बताया कि वह अंग्रेजी का टीचर है. उसने पुलिस को बताया कि वह फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी करना चाहता था. इसमें उसने शरण सिंह की मदद ली थी जो बीकॉम पढ़ा हुआ है. यह वेबसाइट तैयार करने के बाद उन्होंने नौकरी के लिए फर्जी विज्ञापन भी डाल दिए थे, लेकिन समय रहते साइबर सेल के लिए गए एक्शन के चलते वह ठगी से पहले ही पकड़े गए.

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