नई दिल्ली: सेना के जवानों को बोकारों में सस्ते प्लॉट देने के नाम पर उनसे लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. आरोप कीर्ति चक्र से सम्मानित हो चुके एक सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल पर है. आर्थिक अपराध शाखा ने इस बाबत एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पूरे फर्जीवाड़े को लेकर उससे पूछताछ की जा रही है.
काफी संख्या में लोगों ने आरोपी की इस संस्था में पैसे जमा करा दिए. उन्हें इसके लिए एग्रीमेंट लेटर के साथ ही एलोकेशन लेटर भी दिया गया, लेकिन कभी भी ना तो उनके रुपए लौटाए गए और ना ही प्लॉट मिला. उन्होंने जब अपने स्तर पर जांच की तो पता चला कि उनके पास कोई प्लॉट है ही नहीं. इस शिकायत पर एसीपी वीरेंद्र सिंह सजवान की देखरेख में एसआई गणपति महाराज की टीम ने छानबीन शुरू की. प्राथमिक जांच के बाद इस बाबत फरवरी 2018 में एफआईआर दर्ज की गई.
लेफ्टिनेंट कर्नल को किया गिरफ्तार
जांच के दौरान आर्थिक अपराध शाखा को पता चला कि राकेश राणा ने सेना के जवानों को बताया था कि 20 एकड़ की लैंड पर यह प्रोजेक्ट बनेगा. इसके लिए उसके पास सरकार से मंजूरी भी आ गई है. जबकि वास्तव में उसके पास जमीन ही नहीं थी. राकेश राणा इस एनजीओ का चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर था. वह खुद सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल है और कीर्ति चक्र विजेता है. इस जानकारी पर आरोपी को आर्थिक अपराध शाखा ने द्वारका स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया.
पहले भी कर चुका है ठगी
गिरफ्तार किया गया राकेश राणा द्वारका सेक्टर 18ए स्थित वीर आवास में रहता है. वह पहले भी इस तरीके की ठगी कर चुका है. सुप्रीम कोर्ट ने कुछ दिन पहले उसे जमानत पर छोड़ा था. आर्थिक अपराध शाखा ने द्वारका स्थित उसके घर से उसे मंगलवार को गिरफ्तार किया है. उसे अदालत के समक्ष पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.