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दिल्ली: कीर्ति चक्र विजेता ने सेना के जवानों को ठगा, कर्नल गिरफ्तार - कर्नल गिरफ्तार

ठगी के मामले में कीर्ति चक्र से सम्मानित हो चुके एक सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है.

colonel arrested for cheating army personal
कर्नल गिरफ्तार
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Published : Oct 7, 2020, 5:48 PM IST

नई दिल्ली: सेना के जवानों को बोकारों में सस्ते प्लॉट देने के नाम पर उनसे लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. आरोप कीर्ति चक्र से सम्मानित हो चुके एक सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल पर है. आर्थिक अपराध शाखा ने इस बाबत एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पूरे फर्जीवाड़े को लेकर उससे पूछताछ की जा रही है.

कीर्ति चक्र विजेता ने सेना के जवानों को ठगा
संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार सेना के एक हवलदार ने आर्थिक अपराध शाखा को बताया कि सेना के कई लोगों के साथ एसडब्ल्यूए इंडिया लिमिटेड द्वारका ने अट्ठासी लाख रुपए की ठगी की है. उन्हें इस एनजीओ द्वारा बताया गया कि उन्हें झारखंड के बोकारों में बनने जा रहे है. प्रोजेक्ट में प्लॉट दिया जाएगा. आरोपी ने बताया कि वह एनजीओ चलाते हैं. जो आर्मी में काम करने वाले लोगों के फायदे के लिए काम करती है. इस प्रोजेक्ट में किसी भी प्रकार का मुनाफा नहीं कमाया जाएगा. उनके पैसे एनजीओ में जमा कर लिए और बताया कि वहां पर उन्हें रेजिडेंशियल प्लॉट दिए जाएंगे. न प्लॉट मिला और न रुपये हुए वापस

काफी संख्या में लोगों ने आरोपी की इस संस्था में पैसे जमा करा दिए. उन्हें इसके लिए एग्रीमेंट लेटर के साथ ही एलोकेशन लेटर भी दिया गया, लेकिन कभी भी ना तो उनके रुपए लौटाए गए और ना ही प्लॉट मिला. उन्होंने जब अपने स्तर पर जांच की तो पता चला कि उनके पास कोई प्लॉट है ही नहीं. इस शिकायत पर एसीपी वीरेंद्र सिंह सजवान की देखरेख में एसआई गणपति महाराज की टीम ने छानबीन शुरू की. प्राथमिक जांच के बाद इस बाबत फरवरी 2018 में एफआईआर दर्ज की गई.



लेफ्टिनेंट कर्नल को किया गिरफ्तार

जांच के दौरान आर्थिक अपराध शाखा को पता चला कि राकेश राणा ने सेना के जवानों को बताया था कि 20 एकड़ की लैंड पर यह प्रोजेक्ट बनेगा. इसके लिए उसके पास सरकार से मंजूरी भी आ गई है. जबकि वास्तव में उसके पास जमीन ही नहीं थी. राकेश राणा इस एनजीओ का चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर था. वह खुद सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल है और कीर्ति चक्र विजेता है. इस जानकारी पर आरोपी को आर्थिक अपराध शाखा ने द्वारका स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया.


पहले भी कर चुका है ठगी

गिरफ्तार किया गया राकेश राणा द्वारका सेक्टर 18ए स्थित वीर आवास में रहता है. वह पहले भी इस तरीके की ठगी कर चुका है. सुप्रीम कोर्ट ने कुछ दिन पहले उसे जमानत पर छोड़ा था. आर्थिक अपराध शाखा ने द्वारका स्थित उसके घर से उसे मंगलवार को गिरफ्तार किया है. उसे अदालत के समक्ष पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.

नई दिल्ली: सेना के जवानों को बोकारों में सस्ते प्लॉट देने के नाम पर उनसे लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. आरोप कीर्ति चक्र से सम्मानित हो चुके एक सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल पर है. आर्थिक अपराध शाखा ने इस बाबत एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पूरे फर्जीवाड़े को लेकर उससे पूछताछ की जा रही है.

कीर्ति चक्र विजेता ने सेना के जवानों को ठगा
संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार सेना के एक हवलदार ने आर्थिक अपराध शाखा को बताया कि सेना के कई लोगों के साथ एसडब्ल्यूए इंडिया लिमिटेड द्वारका ने अट्ठासी लाख रुपए की ठगी की है. उन्हें इस एनजीओ द्वारा बताया गया कि उन्हें झारखंड के बोकारों में बनने जा रहे है. प्रोजेक्ट में प्लॉट दिया जाएगा. आरोपी ने बताया कि वह एनजीओ चलाते हैं. जो आर्मी में काम करने वाले लोगों के फायदे के लिए काम करती है. इस प्रोजेक्ट में किसी भी प्रकार का मुनाफा नहीं कमाया जाएगा. उनके पैसे एनजीओ में जमा कर लिए और बताया कि वहां पर उन्हें रेजिडेंशियल प्लॉट दिए जाएंगे. न प्लॉट मिला और न रुपये हुए वापस

काफी संख्या में लोगों ने आरोपी की इस संस्था में पैसे जमा करा दिए. उन्हें इसके लिए एग्रीमेंट लेटर के साथ ही एलोकेशन लेटर भी दिया गया, लेकिन कभी भी ना तो उनके रुपए लौटाए गए और ना ही प्लॉट मिला. उन्होंने जब अपने स्तर पर जांच की तो पता चला कि उनके पास कोई प्लॉट है ही नहीं. इस शिकायत पर एसीपी वीरेंद्र सिंह सजवान की देखरेख में एसआई गणपति महाराज की टीम ने छानबीन शुरू की. प्राथमिक जांच के बाद इस बाबत फरवरी 2018 में एफआईआर दर्ज की गई.



लेफ्टिनेंट कर्नल को किया गिरफ्तार

जांच के दौरान आर्थिक अपराध शाखा को पता चला कि राकेश राणा ने सेना के जवानों को बताया था कि 20 एकड़ की लैंड पर यह प्रोजेक्ट बनेगा. इसके लिए उसके पास सरकार से मंजूरी भी आ गई है. जबकि वास्तव में उसके पास जमीन ही नहीं थी. राकेश राणा इस एनजीओ का चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर था. वह खुद सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल है और कीर्ति चक्र विजेता है. इस जानकारी पर आरोपी को आर्थिक अपराध शाखा ने द्वारका स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया.


पहले भी कर चुका है ठगी

गिरफ्तार किया गया राकेश राणा द्वारका सेक्टर 18ए स्थित वीर आवास में रहता है. वह पहले भी इस तरीके की ठगी कर चुका है. सुप्रीम कोर्ट ने कुछ दिन पहले उसे जमानत पर छोड़ा था. आर्थिक अपराध शाखा ने द्वारका स्थित उसके घर से उसे मंगलवार को गिरफ्तार किया है. उसे अदालत के समक्ष पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.

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