न्यूयार्क : संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद-निरोधक इकाई के प्रमुख व्लादिमिर वोरोनकोव ने विभिन्न देशों से उत्तरपूर्वी सीरिया के एक विशाल कैंप में फंसे 27000 बच्चों को अपने-अपने यहां ले जाने की अपील की है. उनमें से ज्यादातर कभी इराक और सीरिया के विशाल हिस्से पर काबिज रहे इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के बेटे और बेटियां हैं.
वोरोनकोव ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अनौपचारिक बैठक में कहा कि अल होल (कैंप) में बच्चों की भयावह स्थिति आज दुनिया में सबसे ज्वलंत मुद्दों में एक है. 27000 बच्चे फंसे हुए एवं तकदीर के भरोसे हैं. इस बात की बड़ी आशंका है कि वे इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों का शिकार हो जाएंगे और शिविर में उनके दिलो-दिमाग में कट्टरपंथ का बीज बोए जाने का जोखिम है. संयुक्त राष्ट्र के मानवीय अधिकरियों के अनुसार सीरिया में शरणार्थियों एवं विस्थापितों के सबसे बड़े कैंप अल होल में करीब 62000 लोग हैं.
वोरोनकोव ने कहा कि शिविरों मे 60 देशों के बच्चे हैं, जो सीरिया या शिविरों पर नियंत्रण रखने वाले संगठनों की नहीं, बल्कि संबंधित देशों की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि रूस और कजाखस्तान समेत कई देशों ने करीब 1000 बच्चों एवं उनके परिवार के सदस्यों को अपने यहां बुला लिया है.
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उन्होंने कहा कि इस बात की हर कोशिश की जानी चाहिए कि बच्चे संस्थानों में नहीं रखे जाएं, बल्कि उनके समुदायों में उनके परिवार के सदस्यों के साथ उनका पुनर्मिलन हो जाए.