दुबई: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा सोमवार तड़के दागी गई बैलिस्टिक मिसाइल को बीच में ही रोक दिया और नष्ट कर दिया. यह मिसाइल ऐसे समय पर दागी गई, जब इज़राइल के राष्ट्रपति आइजक हरजोग देश की यात्रा पर हैं.
यूएई पर हाल के हफ्तों में हुआ यह ऐसा तीसरा हमला है.
यूएई की सरकारी एजेंसी ‘डब्ल्यूएएम’ ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, हमले से कोई नुकसान नहीं हुआ है, क्योंकि नष्ट की गई बैलिस्टिक मिसाइल के टुकड़े आबादी वाले क्षेत्रों के बाहर गिरे.
देश की नागरिक हवाई यातायात नियंत्रण एजेंसी ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात में हवाई यात्रा पर तत्काल कोई प्रभाव नहीं पड़ा, जहां से अमीरात और एतिहाद के लंबी दूरी के विमान उड़ान भरते हैं.
पहले ही, देश के शीर्ष अभियोजक ने धमकी दी है कि जो लोग इस तरह की घटना की तस्वीरें साझा करेंगे, उन्हें यूएई में आरोपों का सामना करना पड़ेगा.
यमन के अल-जॉफ प्रांत में भी पिछले सप्ताह इसी तरह एक हमला किया गया था. अल-जॉफ, अबू धाबी के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 1,350 किलोमीटर (840 मील) पर स्थित है.
हूती सेना के प्रवक्ता येहिया सारे ने ट्वीट किया कि विद्रोही आने वाले घंटों में एक हमले की घोषणा करेंगे.
उन्होंने इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी. हूती के समाचार चैनल अल-मसीरा ने बाद में बताया कि हवाई हमलों ने यमन की विद्रोहियों के कब्जे वाली राजधानी सना को निशाना बनाना शुरू कर दिया है.
इस बीच, इज़राइल के राष्ट्रपति आइजक हरजोग ने अबूधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान के साथ मुलाकात की. दो घंटे की बातचीत के दौरान हरजोग ने इस क्षेत्र के और देशों से इज़राइल को मान्यता देने की अपील की तथा अबू धाबी पर हाल के हवाई हमलों की निंदा की.
इज़राइल के राष्ट्रपति के कार्यालय के अनुसार हरजोग ने कहा, मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि हम आपकी सुरक्षा जरूरतों का समर्थन करते हैं और आपकी संप्रभुता पर किसी भी हमले की पूरी तरह से निंदा करते हैं.
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पीटीआई-भाषा