जेद्दा : इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) ने पश्चिम एशिया के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना खारिज करते हुए सोमवार को अपने 57 सदस्य देशों से कहा कि वे इसे लागू करने में मदद न करें.
दुनियाभर में 1.5 अरब से ज्यादा मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करने वाले इस्लामी देशों के संगठन ने एक बयान में कहा कि संगठन इस अमेरिकी-इजराइली योजना को खारिज करता है, क्योंकि यह फलस्तीनी लोगों की न्यूनतम आकांक्षाओं एवं कानूनी अधिकारों को पूरा नहीं करती और शांति प्रक्रिया की संदर्भित शर्तों के विरुद्ध है.
सऊदी अरब के शहर जेद्दा स्थित ओआईसी मुख्यालय में विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान संगठन ने सभी सदस्य देशों से इस योजना को लागू नहीं करने या इसे किसी भी तरह से लागू करने के अमेरिकी प्रशासन के प्रयासों में सहयोग नहीं देने की अपील की.
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पिछले सप्ताह घोषित इस अमेरिकी योजना में इजराइल को अधिकार दिया गया है कि वह विवादित शहर यरुशलम पर अपनी 'अविभाजित राजधानी' के रूप में और फलस्तीनी जमीन पर जो बस्तियां हैं, उनपर पूरा नियंत्रण रखे. ट्रंप ने कहा कि फलस्तीन के लोगों को क्षेत्र पूर्वी यरुशलम के एक हिस्से को राजधानी घोषित करने की अनुमति होगी.
वहीं ओआईसी ने अपने 'अरब और इस्लामिक चार्टर' का हवाला देते हुए पूर्वी यरुशलम को भविष्य के फलस्तीनी राष्ट्र की राजधानी के रूप में अपना समर्थन दोहराया.