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अरबपति मिकाती बन सकते हैं लेबनान के अगले प्रधानमंत्री

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Published : Jul 27, 2021, 12:49 AM IST

लेबनान के राष्ट्रपति सोमवार को अरबपति व्यवसायी और पूर्व प्रधानमंत्री नजीब मिकाती को देश का अगला प्रधानमंत्री बना सकते हैं.लेबनान के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक, मिकाती इस पद के लिए पसंदीदा बन गए है. क्योंकि उन्हें लेबनान के अधिकांश राजनीतिक दलों और शक्तिशाली, ईरान समर्थित आतंकवादी हिज़्बुल्लाह समूह ने समर्थन दिया था.

पूर्व प्रधानमंत्री नजीब मिकाती
पूर्व प्रधानमंत्री नजीब मिकाती

बेरूत : लेबनान के राष्ट्रपति सोमवार को अरबपति व्यवसायी और पूर्व प्रधानमंत्री नजीब मिकाती को देश का अगला प्रधानमंत्री बना सकते हैं. देश में अभूतपूर्व वित्तीय संकट के बीच वर्तमान प्रधानमंत्री साद हरीरी के इस महीने की शुरुआत में मंत्रिपरिषद् गठन के प्रयास को छोड़ने के बाद राष्ट्रपति ने यह कदम उठाया है.

आपको बता दें कि राष्ट्रपति माइकल आउन और लेबनान के सांसदों के बीच विचार-विमर्श के बाद नजीब मिकाती की नियुक्ति आज ही हो सकती है.

लेबनान के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक, मिकाती इस पद के लिए पसंदीदा बन गए है. क्योंकि उन्हें लेबनान के अधिकांश राजनीतिक दलों और शक्तिशाली, ईरान समर्थित आतंकवादी हिज़्बुल्लाह समूह द्वारा समर्थन दिया था और मिकाती को हरीरी ने भी समर्थन दिया, जिन्होंने कैबिनेट के मेकअप पर औन से सहमत होने में विफल रहने के बाद सरकार बनाने के प्रयासों को छोड़ दिया.

यह स्पष्ट नहीं है कि क्या मिकाती को व्यापक रूप से उस राजनीतिक वर्ग का विस्तार माना जाते हैं जिसने देश को दिवालियेपन में ला दिया है.वह कि नई सरकार के गठन पर साल भर से चल रहे गतिरोध को तोड़ने में सक्षम होगा, उन्हें ईसाई विरोध का सामना करना पड़ता है. जिसमें औन की अपनी राजनीतिक पार्टी भी शामिल है. जिसका नेतृत्व अब उनके दामाद गेब्रान बेसिल कर रहे हैं.

उत्तरी शहर त्रिपोली के एक सुन्नी अरबपति मिकाती ने 2005 में और 2011 से 2013 तक प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया, जब उन्होंने हिज़्बुल्लाह और उसके सहयोगियों के प्रभुत्व वाली सरकार में दो साल के कार्यकाल के बाद सीरियाई युद्ध की ऊंचाई पर इस्तीफा दे दिया. पड़ोसी सीरिया के संघर्ष ने लेबनान के बीच सांप्रदायिक तनाव को अगले दरवाजे युद्ध में विपरीत पक्षों का समर्थन करने के लिए बढ़ा दिया.

इसे भी पढ़े-इराक में अमेरिका लड़ाकू मिशन खत्म करने की हो सकती है घोषणा

उत्तरी शहर त्रिपोली के एक सुन्नी अरबपति मिकाती ने 2005 में और 2011 से 2013 तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. जब उन्होंने हिज़्बुल्लाह और उसके सहयोगियों के प्रभुत्व वाली सरकार में दो साल के कार्यकाल के बाद इस्तीफा दे दिया. सीरिया के संघर्ष ने लेबनान के बीच सांप्रदायिक तनाव को अगले दरवाजे युद्ध में विपरीत पक्षों का समर्थन करने के लिए बढ़ा दिया था.

संवैधानिक अधिकारों को लेकर आउन और हरीरी के बीच राजनीतिक गतिरोध के कारण पहले से ही खराब चल रहे आर्थिक एवं वित्तीय संकट और गहरा गया है.अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि मिकाती नई सरकार गठन को लेकर वर्षों से चल रहे गतिरोध को तोड़ पाएंगे अथवा नहीं.

(पीटीआई-भाषा)

बेरूत : लेबनान के राष्ट्रपति सोमवार को अरबपति व्यवसायी और पूर्व प्रधानमंत्री नजीब मिकाती को देश का अगला प्रधानमंत्री बना सकते हैं. देश में अभूतपूर्व वित्तीय संकट के बीच वर्तमान प्रधानमंत्री साद हरीरी के इस महीने की शुरुआत में मंत्रिपरिषद् गठन के प्रयास को छोड़ने के बाद राष्ट्रपति ने यह कदम उठाया है.

आपको बता दें कि राष्ट्रपति माइकल आउन और लेबनान के सांसदों के बीच विचार-विमर्श के बाद नजीब मिकाती की नियुक्ति आज ही हो सकती है.

लेबनान के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक, मिकाती इस पद के लिए पसंदीदा बन गए है. क्योंकि उन्हें लेबनान के अधिकांश राजनीतिक दलों और शक्तिशाली, ईरान समर्थित आतंकवादी हिज़्बुल्लाह समूह द्वारा समर्थन दिया था और मिकाती को हरीरी ने भी समर्थन दिया, जिन्होंने कैबिनेट के मेकअप पर औन से सहमत होने में विफल रहने के बाद सरकार बनाने के प्रयासों को छोड़ दिया.

यह स्पष्ट नहीं है कि क्या मिकाती को व्यापक रूप से उस राजनीतिक वर्ग का विस्तार माना जाते हैं जिसने देश को दिवालियेपन में ला दिया है.वह कि नई सरकार के गठन पर साल भर से चल रहे गतिरोध को तोड़ने में सक्षम होगा, उन्हें ईसाई विरोध का सामना करना पड़ता है. जिसमें औन की अपनी राजनीतिक पार्टी भी शामिल है. जिसका नेतृत्व अब उनके दामाद गेब्रान बेसिल कर रहे हैं.

उत्तरी शहर त्रिपोली के एक सुन्नी अरबपति मिकाती ने 2005 में और 2011 से 2013 तक प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया, जब उन्होंने हिज़्बुल्लाह और उसके सहयोगियों के प्रभुत्व वाली सरकार में दो साल के कार्यकाल के बाद सीरियाई युद्ध की ऊंचाई पर इस्तीफा दे दिया. पड़ोसी सीरिया के संघर्ष ने लेबनान के बीच सांप्रदायिक तनाव को अगले दरवाजे युद्ध में विपरीत पक्षों का समर्थन करने के लिए बढ़ा दिया.

इसे भी पढ़े-इराक में अमेरिका लड़ाकू मिशन खत्म करने की हो सकती है घोषणा

उत्तरी शहर त्रिपोली के एक सुन्नी अरबपति मिकाती ने 2005 में और 2011 से 2013 तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. जब उन्होंने हिज़्बुल्लाह और उसके सहयोगियों के प्रभुत्व वाली सरकार में दो साल के कार्यकाल के बाद इस्तीफा दे दिया. सीरिया के संघर्ष ने लेबनान के बीच सांप्रदायिक तनाव को अगले दरवाजे युद्ध में विपरीत पक्षों का समर्थन करने के लिए बढ़ा दिया था.

संवैधानिक अधिकारों को लेकर आउन और हरीरी के बीच राजनीतिक गतिरोध के कारण पहले से ही खराब चल रहे आर्थिक एवं वित्तीय संकट और गहरा गया है.अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि मिकाती नई सरकार गठन को लेकर वर्षों से चल रहे गतिरोध को तोड़ पाएंगे अथवा नहीं.

(पीटीआई-भाषा)

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