गाजा सिटी : इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा में 11 दिनों से चल रहे सैन्य अभियान रोकने के लिए एकतरफा संघर्ष विराम को मंजूरी दे दी है. इजराइली मीडिया ने यह जानकारी दी.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, हमास के अधिकारियों ने इजराइल के साथ परस्पर संघर्ष विराम की पुष्टि की है. लेकिन इजराइली कैबिनेट के फैसले पर अभी सहमति होनी बाकी है.
मडिया में आई खबरों में कहा गया है कि गाजा पर हवाई हमलों को रोकने के लिए अमेरिका की ओर से दबाव बनाए जाने के बाद यह फैसला किया गया है. कई रिपोर्ट में कहा गया है कि संघर्ष विराम फैसले से करीब तीन घंटे बाद देर रात दो बजे से लागू हो जाएगा.
नेतन्याहू के कार्यालय ने इन रिपोर्ट की तत्काल पुष्टि नहीं की और हमास ने भी इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बातचीत कर संघर्ष विराम का दबाव बनाया था. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की 'तनाव में महत्वपूर्ण कमी' लाने की अपील के बावजूद नेतन्याहू ने गाजा पट्टी पर सैन्य अभियान जारी रखने का संकल्प लिया था.
अमेरिका के अलावा कई अन्य देशों ने भी इजराइल-फिलिस्तीन के बीच तत्काल संघर्ष विराम पर जोर दिया था.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइल के हमले में अब तक 64 बच्चों और 38 महिलाओं समेत कम से कम 227 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 1,620 लोग घायल हुए हैं.
हमास ने अपने कम से कम 20 लड़ाकों के मारे जाने की बात कही है, जबकि इजराइल का कहना है कि उग्रवादी संगठनों के कम से कम 130 लड़ाके मारे गए हैं. वहीं, हमास के हमलों में इजराइल में पांच साल के एक लड़के, 16 साल की एक लड़की और एक सैनिक समेत 12 लोगों की मौत हुई है.
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गाजा पर बमबारी के चलते करीब 58,000 फिलिस्तीनी अपने घरों को छोड़कर जा चुके हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इजराइली हमलों में कम से कम 18 अस्पताल और क्लीनिक नष्ट हुए हैं.