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हम अमेरिकी ठिकानो पर सैकड़ों मिसाइल दागने को तैयार थे : ईरान - strike on US targets

ईरान के अंतरिक्ष कार्यक्रम की अगुवाई करने वाले ब्रिगेडियर जनरल ने कहा है कि ईरानी सेना अमेरिकी ठिकानों पर सैकड़ों मिसाइलें दागने को तैयार थी

अमीर अली हाजीज़ादा
अमीर अली हाजीज़ादा
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Published : Jan 10, 2020, 9:34 AM IST

तेहरान: ईरान के अंतरिक्ष कार्यक्रम की अगुवाई करने वाले ब्रिगेडियर जनरल ने कहा कि बुधवार तड़के उनके बलों ने इराक में अमेरिकी ठिकानों पर 13 मिसाइलें ही दागी थीं, हालांकि वह सैकड़ों मिसाइलें दागने को तैयार थे.

जनरल अमीर अली हाजीज़ादा ने ईरान के सरकारी टीवी से यह भी कहा कि उनके बलों ने उसी समय पर इराक में अमेरिकी सैन्य निगरानी सेवा पर साइबर हमले किए थे.

उन्होंने कहा कि मिसाइल हमले में अमेरिकी बलों के दर्जनों सैनिकों की मौत हुई है और जख्मी हुए हैं, लेकिन इस अभियान के जरिए हमारा मकसद किसी की जान लेना नहीं था बल्कि दुश्मन के सैन्य तंत्र पर आघात करना था.

बहरहाल, अमेरिका ने कहा है कि मिसाइल हमले में कोई अमेरिकी नहीं मारा गया है.

इस बीच, यूरोपीय संघ के एक शीर्ष अधिकारी ने ईरानी राष्ट्रपति से अपरिवर्तनीय कदमों से बचने का आग्रह किया है, जो ईरान परमाणु समझौते को नुकसान पहुंचा सकता हैं. इस समझौते का मकसद देश को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना है.

पढ़ें - अमेरिका और ईरान युद्ध की कगार पर पहुंचने से पहले ठिठके

यूरोपीय काउंसिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने राष्ट्रपति हसन रूहानी से बात की. यह वार्ता यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की शुक्रवार को होने वाली बैठक से पहले हुई है. इस बैठक में अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर चर्चा की जाएगी.

यूरोपीय काउंसिल की ओर से बृहस्पतिवार को जारी बयान के अनुसार, रूहानी ने कहा कि उनका देश यूरोपीय संघ के साथ करीबी सहयोग जारी रखना चाहता है.

तेहरान: ईरान के अंतरिक्ष कार्यक्रम की अगुवाई करने वाले ब्रिगेडियर जनरल ने कहा कि बुधवार तड़के उनके बलों ने इराक में अमेरिकी ठिकानों पर 13 मिसाइलें ही दागी थीं, हालांकि वह सैकड़ों मिसाइलें दागने को तैयार थे.

जनरल अमीर अली हाजीज़ादा ने ईरान के सरकारी टीवी से यह भी कहा कि उनके बलों ने उसी समय पर इराक में अमेरिकी सैन्य निगरानी सेवा पर साइबर हमले किए थे.

उन्होंने कहा कि मिसाइल हमले में अमेरिकी बलों के दर्जनों सैनिकों की मौत हुई है और जख्मी हुए हैं, लेकिन इस अभियान के जरिए हमारा मकसद किसी की जान लेना नहीं था बल्कि दुश्मन के सैन्य तंत्र पर आघात करना था.

बहरहाल, अमेरिका ने कहा है कि मिसाइल हमले में कोई अमेरिकी नहीं मारा गया है.

इस बीच, यूरोपीय संघ के एक शीर्ष अधिकारी ने ईरानी राष्ट्रपति से अपरिवर्तनीय कदमों से बचने का आग्रह किया है, जो ईरान परमाणु समझौते को नुकसान पहुंचा सकता हैं. इस समझौते का मकसद देश को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना है.

पढ़ें - अमेरिका और ईरान युद्ध की कगार पर पहुंचने से पहले ठिठके

यूरोपीय काउंसिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने राष्ट्रपति हसन रूहानी से बात की. यह वार्ता यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की शुक्रवार को होने वाली बैठक से पहले हुई है. इस बैठक में अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर चर्चा की जाएगी.

यूरोपीय काउंसिल की ओर से बृहस्पतिवार को जारी बयान के अनुसार, रूहानी ने कहा कि उनका देश यूरोपीय संघ के साथ करीबी सहयोग जारी रखना चाहता है.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 20:54 HRS IST




             
  • हमने 13 मिसाइलें ही दागीं, हालांकि सैकड़ों दागने को तैयार थे : ईरान



तेहरान, नौ जनवरी (एपी) ईरान के अंतरिक्ष कार्यक्रम की अगुवाई करने वाले ब्रिगेडियर जनरल ने कहा कि बुधवार तड़के उनके बलों ने इराक में अमेरिकी ठिकानों पर 13 मिसाइलें ही दागी थीं, हालांकि वे सैकड़ों मिसाइलें दागने को तैयार थे।



जनरल अमीर अली हाजीज़ादा ने ईरान के सरकारी टीवी से यह भी कहा कि उनके बलों ने उसी समय पर इराक में अमेरिकी सैन्य निगरानी सेवा पर साइबर हमले किए थे।



उन्होंने कहा कि मिसाइल हमले में अमेरिकी बलों के दर्जनों सैनिकों की मौत हुई है और जख्मी हुए हैं लेकिन इस अभियान के जरिए हमारा मकसद किसी की जान लेना नहीं था बल्कि दुश्मन के सैन्य तंत्र पर आघात करना था।



बहरहाल, अमेरिका ने कहा है कि मिसाइल हमले में कोई अमेरिकी नहीं मारा गया है।



इस बीच, यूरोपीय संघ के एक शीर्ष अधिकारी ने ईरानी राष्ट्रपति से ‘अपरिवर्तनीय कदमों’ से बचने का आग्रह किया है जो ईरान परमाणु समझौते को नुकसान पहुंचा सकता हैं। इस समझौते का मकसद देश को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना है।



यूरोपीय काउंसिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने राष्ट्रपति हसन रूहानी से बात की। यह वार्ता यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की शुक्रवार को होने वाली बैठक से पहले हुई है। इस बैठक में अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर चर्चा की जाएगी।



यूरोपीय काउंसिल की ओर से बृहस्पतिवार को जारी बयान के अनुसार, रूहानी ने कहा कि उनका देश यूरोपीय संघ के साथ "करीबी सहयोग" जारी रखना चाहता है।



एपी नोमान नरेश नरेश 0901 2048 तेहरान


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