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ईरान ने अमेरिकी विशेषज्ञ रिचर्ड गोल्डबर्ग पर लगाया प्रतिबंध

ईरान के विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि रिचर्ड गोल्डबर्ग पर प्रतिबंध उनकी भूमिका के कारण लगाया गया है. जो अमेरिकी आर्थिक आतंकवाद के तहत है और यह इस्लामिक गणराज्य और उसके नागरिकों के खिलाफ था. पढें पूरी खबर...

अमेरिकी विशेषज्ञ रिचर्ड गोल्डबर्ग पर प्रतिबंध
अमेरिकी विशेषज्ञ रिचर्ड गोल्डबर्ग पर प्रतिबंध
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Published : Aug 3, 2020, 2:20 PM IST

तेहरानः ईरानी राज्य मीडिया ने बताया कि ईरान ने व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के एक पूर्व विशेषज्ञ पर प्रतीकात्मक प्रतिबंध लगाए हैं. ईरान के विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि रिचर्ड गोल्डबर्ग पर प्रतिबंध उनकी भूमिका के कारण लगाया गया है. जो अमेरिकी आर्थिक आतंकवाद के तहत है और यह इस्लामिक गणराज्य और उसके नागरिकों के खिलाफ था.

बयान में कहा गया है कि गोल्डबर्ग ईरानी वित्तीय संस्थानों में ईरानी वीजा या खातों के लिए पात्र नहीं होंगे और न ही वह किसी भी वित्तीय लेनदेन के पात्र होंगे.

गोल्डबर्ग ने रविवार को ट्वीट किया कि @realDonaldTrump के दबाव अभियान में भाग लेने के लिए ईरान की तरफ से आज मुझे एक नया सम्मान मिला है.

गोल्डबर्ग ईरान के खिलाफ सख्त कार्रवाई किये जाने की वकालत करते रहे हैं और जनवरी तक राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में ईरानी मुद्दों पर काम किया. अब वह फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के साथ काम करते हैं.

यह भी पढें कोरोना संकट : कुवैत नहीं जा सकेंगे भारत के लोग, 29 अन्य देशों पर भी रोक

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मई 2018 में ईरान और पश्चिमी देशों के बीच हुए परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग कर दिया है और ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगा दिए हैं.

इसके जवाब में ईरान ने इस समझौते के लगभग हर पहलू से खुद को अलग कर लिया. हालांकि ईरान अभी भी संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों को अपने परमाणु साइटों के निरीक्षण की अनुमति देता है.

इस प्रतिबंध के चलते ईरान का तेल निर्यात जो कि देश का मुख्य आय स्रोत है, वह तेजी से गिर गया है.

तेहरानः ईरानी राज्य मीडिया ने बताया कि ईरान ने व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के एक पूर्व विशेषज्ञ पर प्रतीकात्मक प्रतिबंध लगाए हैं. ईरान के विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि रिचर्ड गोल्डबर्ग पर प्रतिबंध उनकी भूमिका के कारण लगाया गया है. जो अमेरिकी आर्थिक आतंकवाद के तहत है और यह इस्लामिक गणराज्य और उसके नागरिकों के खिलाफ था.

बयान में कहा गया है कि गोल्डबर्ग ईरानी वित्तीय संस्थानों में ईरानी वीजा या खातों के लिए पात्र नहीं होंगे और न ही वह किसी भी वित्तीय लेनदेन के पात्र होंगे.

गोल्डबर्ग ने रविवार को ट्वीट किया कि @realDonaldTrump के दबाव अभियान में भाग लेने के लिए ईरान की तरफ से आज मुझे एक नया सम्मान मिला है.

गोल्डबर्ग ईरान के खिलाफ सख्त कार्रवाई किये जाने की वकालत करते रहे हैं और जनवरी तक राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में ईरानी मुद्दों पर काम किया. अब वह फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के साथ काम करते हैं.

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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मई 2018 में ईरान और पश्चिमी देशों के बीच हुए परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग कर दिया है और ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगा दिए हैं.

इसके जवाब में ईरान ने इस समझौते के लगभग हर पहलू से खुद को अलग कर लिया. हालांकि ईरान अभी भी संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों को अपने परमाणु साइटों के निरीक्षण की अनुमति देता है.

इस प्रतिबंध के चलते ईरान का तेल निर्यात जो कि देश का मुख्य आय स्रोत है, वह तेजी से गिर गया है.

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