दुबई : कोविड-19 महामारी के खिलाफ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की लड़ाई में योगदान देने वाले भारतीय उपमहाद्वीप के स्वास्थ्य कर्मियों ने खाड़ी देश के अधिकारियों से उनकी देश वापसी के लिए कदम उठाने की अपील की है. मीडिया में गुरुवार को आई खबरों में यह बात सामने आई.
कोरोना की दूसरी लहर के कारण उड़ानों पर प्रतिबंधों के चलते ये सभी अपने-अपने देशों में फंसे हुए हैं.
'खलीज टाइम्स' की खबर के मुताबिक अधिकतर स्वास्थ्यकर्मी भारत, नेपाल, श्रीलंका और भूटान के हैं और वर्तमान में अपने-अपने देशों में फंस गए हैं और उपमहाद्वीप में कोरोना वायरस के मामलों के प्रलयकारी प्रसार के कारण उड़ानें निलंबित किए जाने की वजह से यूएई में अपने-अपने कार्यस्थलों पर लौट पाने में असमर्थ हैं.
स्वास्थ्यकर्मियों ने यह भी कहा कि यूएई सरकार को कम से कम उन लोगों को अनुमति देनी चाहिए, जिन्हें टीका लग चुका है.
'खलीज टाइम्स' को एक ई-मेल लिखकर, पंजीकृत नर्स संध्या ने कहा, 'मैं एक कर्मचारी हूं, दुबई के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में अग्रिम मोर्चे पर काम करती हूं और लोगों की सेवा कर रही हूं. मैं दुबई में कोविड-19 की दूसरी लहर से सफलतापूर्वक लड़ने के बाद एक अप्रैल को छुट्टी पर भारत आ गई थी. लेकिन मैं दुबई वापस जाने में असमर्थ हूं.'
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उन्होंने कहा कि अगर वह समय पर यूएई नहीं लौटती हैं तो उनकी नौकरी जा सकती है.
पिछले साल वैश्विक महामारी का प्रकोप शुरू होने के बाद से स्वास्थ्यकर्मियों की मांग बढ़ी हुई है.
(पीटीआई- भाषा)