तेहरान : ईरान के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर किए गए सिलसिलेवार साइबर हमले ( cyber attack) की ताजा कड़ी में रविवार को ईरान की निजी विमान कंपनी 'महान एयर' (Mahan Air) को निशाना बनाया गया. ईरान के सरकारी टेलीविजन ने यह जानकारी दी.
साइबर हमले के कारण 'महान एयर' की वेबसाइट तक पहुंच बाधित हो गई. विमान कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसने हमले को ''नाकाम'' कर दिया है और उसकी उड़ान सेवाएं प्रभावित नहीं हुई हैं. कंपनी ने कहा कि पहले भी इस तरह के साइबर हमले किए गए थे.
'महान एयर' के कई ग्राहकों को रविवार को अजीब किस्म के संदेश मिले. 'होसियारने वतन' नामक समूह ने भेजे गए संदेशों में हमले की जिम्मेदारी ली. समूह ने कहा कि ईरान के अर्द्धसैन्य बल रिवॉल्यूशनरी गार्ड के साथ सहयोग के कारण उसने कंपनी की वेबसाइट को निशाना बनाया. इस समूह ने हैकिंग का कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया.
'महान एयर' तेहरान से एशिया, यूरोप के कुछ स्थानों के लिए उड़ानों का संचालन करती है. अमेरिकी कोषागार विभाग ने रिवॉल्यूशनरी गार्ड के 'कुद्स फोर्स' को वित्तीय और अन्य तकनीकी सहायता मुहैया कराने आरोप में विमान कंपनी पर 2011 में प्रतिबंध लगाया था और इसका नाम काली सूची में डाल दिया था. कोषागार विभाग ने आरोप लगाया था कि महान एयर लेबनान के हिजबुल्ला समूह को हथियारों, अन्य सामग्री, कर्मियों को पहुंचाने की व्यवस्था करता है.
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हालिया महीनों में ईरान के कई बुनियादी ढांचों पर साइबर हमले हुए हैं. अक्टूबर में गैस स्टेशन को निशाना बनाया गया था, जिससे वाहन चालाकों को रियायती ईंधन लेने के लिए लंबे समय तक कतारों में रहना पड़ा था. किसी खास देश का नाम लिए बिना राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने हैकिंग के लिए ईरान विरोधी ताकतों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि उनका मकसद अव्यवस्था और व्यवधान पैदा करना है. इसी तरह के एक हमले में रेल प्रणाली को निशाना बनाया गया था, जिससे पूरे ईरान में कई ट्रेनों के परिचालन में देरी हुई थी और कुछ को रद्द करना पड़ा था.
(पीटीआई भाषा)