यरुशलम : प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घोषणा की है कि वह संसद में बहुमत की सरकार बनाने में असफल रहे. नेतन्याहू के अनुसार उन्होंने राष्ट्रपति रेवेन रिवलिन को सूचित कर दिया है कि चुनावों के बाद नई सरकार बनाने में वह असमर्थ हैं.
इससे देश में राजनीतिक अनिश्चितताओं का दौर चालू हो गया है. दरअसल नेतन्याहू ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया. इसमें कहा, 'कुछ समय पहले मैंने राष्ट्रपति को सूचित किया कि मैं सरकार बनाने की कोशिश से पीछे हट रहा हूं.'
इस बयान में नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और पूर्व सैन्य प्रमुख बेनी गैंट्ज के साथ साझा सरकार स्थापित करने की 'अथक प्रयास' की, लेकिन बार-बार निराशा हाथ लगी.
बता दें कि बुधवार को सरकार निर्माण की अंतिम समय सीमा है. इसे देखते हुए नेतन्याहू ने घोषणा की कि वह राष्ट्रपति रेवेन रिवलिन को 'जनादेश' सिद्ध करने का प्रस्ताव लौटा रहे हैं. अब वह गैंट्ज को गठबंधन बनाने की कोशिश करने के लिए कहेंगे.
हालांकि नेतन्याहू अपनी लिकुड पार्टी के शीर्ष पर बने हुए हैं, उनकी इस घोषणा से वह इस साल दूसरी बार सरकार बनाने में असमर्थ रहे हैं.
बता दें कि इजराइल के अटॉर्नी जनरल नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलें को आने वाले हफ्तों में खोल सकते है. आगामी समय में इजरायल के नेता गहरे दबाव में आ सकते हैं.
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गौरतलब है कि पिछले महीने के राष्ट्रीय चुनाव में नेतन्याहू संसद में बहुमत के लिए जरूरी 61 सीटें हासिल करने में नाकाम रहे थे. लेकिन राष्ट्रपति रिवलिन ने नेतन्याहू को सरकार बनाने का पहला अवसर दिया था, क्योंकि उन्हें 55 सीटों का समर्थन था जबकि गैंटज को उनसे एक कम यानी 54 सीटें मिली थी.
हालांकि नेतन्याहू ने गैंट्ज के साथ एक गठबंधन वाली सरकार बनाने की उम्मीद की थी, जो सेन्ट्रिस्ट ब्लू और ह्वाइट पार्टी का नेतृत्व करते हैं.
नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि उनके गठबंधन में उनके पारम्परिक सहयोगी, चरमपंथी और धार्मिक दलों का एक गठबंधन शामिल है, लेकिन गैंट्ज का आरोप था कि वह विश्वासपूर्वक बातचीत नहीं कर रहे थे.