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बेरूत बंदरगाह पर अब भी खतरनाक एसिड के 52 कंटेनर मौजूद - containers of acid

लेबनान की राजधानी बेरूत में चार अगस्त 2020 को बंदरगाह पर दो विस्फोट हुए थे. इस हादसे में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. बंदरगाह के नए निदेशक ने बताया कि अब भी यहां पर खतरनाक एसिड के 52 कंटेनर मौजूद हैं. पढ़ें विस्तार से...

बेरूत बंदरगाह
बेरूत बंदरगाह
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Published : Jan 4, 2021, 1:48 PM IST

बेरूत : बेरूत के बंदरगाह के नए निदेशक ने कहा है कि यहां अब भी खतरनाक एसिड के 52 कंटेनर मौजूद हैं और एक जर्मन कंपनी उन्हें हटाने की कोशिश कर रही है. जर्मन कंपनी कॉम्बी लिफ्ट आठ अलग-अलग प्रकारों के एसिड को पैक कर रही है और यूरोपीय मानकों के अनुसार उनके शिपिंग को सुनिश्चित करेगी.

सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने रविवार को बानम अल-काइसी को पैन-अरब दैनिक अशर-अल-अस्वत के हवाले से ये जानकारी दी. बंदरगाह पर एसिड की उपस्थिति के बारे में लेबनानी और जर्मन पर्यावरण मंत्रालयों द्वारा जारी रिपोटरें के बाद यह कदम उठाया गया है.

काइसी ने लापरवाही के लिए बंदरगाह पर एसिड की मौजूदगी और उन्हें नष्ट करने या फिर से निर्यात करने के लिए आवश्यक लंबी प्रशासनिक प्रक्रियाओं को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि लेबनानी सेना ने लगभग एक सप्ताह में बंदरगाह पर उपलब्ध 10,000 कंटेनरों में से 725 की जांच की है.

यह भी पढ़ें- लेबनान की राजधानी बेरूत में विस्फोट

चार अगस्त, 2020 को बेरूत के बंदरगाह पर दो विस्फोट हुए, जिसमें 200 लोगों की मौत हो गई और कम से कम छह हजार लोग घायल हो गए. तीन लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए.

लेबनान की राजधानी का एक बड़ा हिस्सा इस विस्फोट में नष्ट हो गया था. जांच में बताया गया है कि विस्फोट बंदरगाह पर मौजूद लगभग 500 टन अमोनियम नाइट्रेट के चलते हुआ था.

बेरूत : बेरूत के बंदरगाह के नए निदेशक ने कहा है कि यहां अब भी खतरनाक एसिड के 52 कंटेनर मौजूद हैं और एक जर्मन कंपनी उन्हें हटाने की कोशिश कर रही है. जर्मन कंपनी कॉम्बी लिफ्ट आठ अलग-अलग प्रकारों के एसिड को पैक कर रही है और यूरोपीय मानकों के अनुसार उनके शिपिंग को सुनिश्चित करेगी.

सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने रविवार को बानम अल-काइसी को पैन-अरब दैनिक अशर-अल-अस्वत के हवाले से ये जानकारी दी. बंदरगाह पर एसिड की उपस्थिति के बारे में लेबनानी और जर्मन पर्यावरण मंत्रालयों द्वारा जारी रिपोटरें के बाद यह कदम उठाया गया है.

काइसी ने लापरवाही के लिए बंदरगाह पर एसिड की मौजूदगी और उन्हें नष्ट करने या फिर से निर्यात करने के लिए आवश्यक लंबी प्रशासनिक प्रक्रियाओं को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि लेबनानी सेना ने लगभग एक सप्ताह में बंदरगाह पर उपलब्ध 10,000 कंटेनरों में से 725 की जांच की है.

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चार अगस्त, 2020 को बेरूत के बंदरगाह पर दो विस्फोट हुए, जिसमें 200 लोगों की मौत हो गई और कम से कम छह हजार लोग घायल हो गए. तीन लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए.

लेबनान की राजधानी का एक बड़ा हिस्सा इस विस्फोट में नष्ट हो गया था. जांच में बताया गया है कि विस्फोट बंदरगाह पर मौजूद लगभग 500 टन अमोनियम नाइट्रेट के चलते हुआ था.

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