वाशिंगटन डीसी : अमेरिका का मानना है कि उसके तमाम साझेदारों में भारत सबसे खास साझेदार है. क्योंकि भारत और अमेरिका अपनी प्राथमिकताओं पर मिलकर काम करते हैं. अमेरिकी विदेश विभाग के आधिकारिक प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने गुरुवार को (स्थानीय समय) एक प्रेस वार्ता में ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका की साझेदारी के परिणामों को महसूस किया जा सकता है. हम उनका असर जमीन पर एक-दुसरे के देशों में देख सकते हैं. किसी भी अन्य साझेदार के मुकाबले भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी से होने वाले फायदे ज्यादा स्पष्ट हैं.
उन्होंने कहा कि इस कारण यह है कि दोनों राष्ट्र पहले सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं को तय करते हैं. फिर उनपर बारीकी से काम करते हैं. मैथ्यू मिलर ने कहा कि स्वतंत्र इंडो-पेसिफिक क्षेत्र के लिए भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है. मिलर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी अमेरिका यात्रा के बारे में सवाल पर ज्यादा कुछ बोलने से परहेज किया. उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन पीएम मोदी के दौरे को लेकर उत्साहित हैं. वह पूरे भारतीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करने के लिए तैयार हैं.
मैथ्यू मिलर ने कहा कि इस बारे में व्हाइट हाउस ही अधिक जानकारी दे सकता है. क्योंकि पीएम मोदी से जुड़े सभी मुद्दों को वहीं से देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सही वक्त पर व्हाइट हाउस निश्चित रूप से पीएम मोदी की यात्रा से जुड़ी और जानकारियां मीडिया से शेयर करेगा.
उन्होंने कहा कि मैं कहूंगा कि भारत और अमेरिका की साझेदारी तीन बुनियादी बातों पर आधारित है समृद्धी, सुरक्षा और लचीलापन. मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका पीएम मोदी की आगामी यात्रा का इंतजार कर रहा है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग में पीएम मोदी के लिए राजकीय भोज का आयोजन किया जाएगा. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी की ओर से भारतीय-अमेरिकियों के लिए उनके संदेश के बारे में पूछे जाने पर, मिलर ने कहा कि मैंने सुना है कि नए अमेरिकी राजदूत, राजदूत गार्सेटी, वास्तव में एक सेलिब्रिटी हैं.
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में घोषणा की, पीएम नरेंद्र मोदी की मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन करेंगी. पीएम मोदी के सम्मान में व्हाइट हाउस में एक राजकीय रात्रिभोज आयोजित होगा. अमेरिका में पीएम मोदी वाशिंगटन के जॉन एफ कैनेडी सेंटर में शीर्ष अमेरिकी कंपनियों के चेयरमैन और सीईओ को भी संबोधित करेंगे. अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी 22 जून को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे.
(एएनआई)