वाशिंगटन: एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि इस साल भारत में अमेरिकी विजिटर वीजा साक्षात्कार के लिए प्रतीक्षा समय में 60 प्रतिशत की कमी की गई है. इसके लिए अधिकारियों की संख्या बढ़ाई गई और इन आवेदनों के प्रोसेसिंग को लेकर अन्य राजनयिक मिशन खोले गए. वीजा सेवाओं के लिए राज्य की उप सहायक सचिव जूली स्टफट ने एक साक्षात्कार में एजेंसी को बताया कि विदेश विभाग का लक्ष्य इस वर्ष जारी किए गए 10 लाख वीजा प्राप्त करना है. यह संख्या कोरोना महामारी से पूर्व संख्या से अधिक होगा.
अधिकारी ने कहा कि हमने भारत जाने वाले अधिकारियों की संख्या में वृद्धि की है. हमने वीजा की मांग करने वाले भारतीयों को लेकर बैंकॉक जैसे दुनिया के अन्य दूतावासों के साथ अभूतपूर्व व्यवस्था की है. इसे देखते हुए हैदराबाद में एक नया वाणिज्य दूतावास खोलने की प्रक्रिया जारी है . उन्होंने कहा कि उनका ध्यान सिर्फ भारत में वेटिंग टाइम कम करना है. स्टफट ने कहा कि फ्रैंकफर्ट, लंदन और अबू धाबी की ओर से बहुत सारे भारतीय नागरिकों को लिया है जो वीजा की मांग रहे थे.
उन्होंने कहा कि भारतवासी अपने देश में अप्लाई करने में सक्षम हों. इसे देखते हुए 100 से अधिक अमेरिकी राजनयिक मिशन भारत में लोगों को वाजी प्रदान कर रहे हैं. इन सभी प्रयासों के परिणामस्वरूप, पिछले कुछ महीनों में विज़िटर वीज़ा साक्षात्कार प्रतीक्षा समय में 60 प्रतिशत की कमी आई है. यह उन सभी कार्यों का परिणाम है जिन्हें हमने यह सुनिश्चित करने में लगाया है कि जो भारतीय चाहते हैं अमेरिका की यात्रा करने के लिए ऐसा कर सकते हैं.
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स्टफट ने कहा कि वर्तमान में, भारत में वीजा बनाने की प्रक्रिया महामारी से पहले की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है. उन्होंने जोर देकर कहा कि विदेश विभाग प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है. फरवरी में अमेरिका ने भारत में सबसे अधिक ऑन-रिकॉर्ड वीजा बनाया था. स्टफट ने कहा कि वहां हमारी टीम बहुत कड़ी मेहनत कर रही है और वे 10 लाख वीजा लक्ष्य को पूरा करने की राह पर हैं.
(पीटीआई)