वाशिंगटन डीसी: वैगनर विद्रोह के बाद अमेरिका ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व को सीधे चुनौती मिलना एक नई बात है. अमेरिकी विदेश विभाग के आधिकारिक प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा है कि यह पहली बार है जब येवगेनी प्रिगोझिन ने रूस के खिलाफ बगावत की बात कही है. इसके पहले किसी भी रूसी अधिकारी ने ऐसा नहीं कहा है. उन्होंने कहा कि दुनिया ने देखा कि पिछले हफ्ते क्या हुआ. यह मामला अभी ठंडा नहीं हुआ है.
मिलर ने सोमवार को कहा कि येवगेनी प्रिगोझिन और पुतिन के बीच समझौता जरूर हो गया है लेकिन उनको लगता है कि स्थिति अभी सुधरी नहीं है. विदेश विभाग के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि ब्लिंकन ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए G7 के नेताओं के साथ-साथ तुर्की और पोलैंड के नेताओं से भी मुलाकात की थी. उन्होंने कहा कि हमने आज अपने सहयोगियों और साझेदारों के साथ चर्चा की है. यूक्रेन के लिए हमारा दृढ़ समर्थन बना रहेगा, चाहे रूस में कुछ भी हो जाए.
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि शनिवार को बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की मध्यस्थता से एक समझौते के बाद प्रिगोझिन बेलारूस के लिए प्रस्थान करने पर सहमत हुए थे, जिससे सशस्त्र विद्रोह समाप्त हो गया. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि लुकाशेंको ने शनिवार को एक फोन कॉल के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को संक्षिप्त विद्रोह को सुलझाने में मदद करने के लिए समझौते का सुझाव दिया था.
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सीएनएन के अनुसार इससे पहले शनिवार को प्रिगोझिन ने कहा कि उनकी सेना ने रोस्तोव-ऑन-डॉन में हवाई क्षेत्र सहित सैन्य सुविधाओं पर नियंत्रण कर लिया है. प्रिगोझिन की कार्रवाई रूसी सेना पर वैगनर सैन्य शिविर पर हमला करने और बड़ी संख्या में उसके लड़ाकों को मारने का आरोप लगाने के बाद आई है.(एएनआई)