वाशिंगटन डीसी: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रविवार को कहा कि रूस के राष्ट्रपति और वैगनर ग्रुप के बीच विवाद ने व्लादिमीर पुतिन के शासनकाल में 'असली दरार' को उजागर कर दिया है. इस सवाल पर कि क्या वह जानते थे कि येवगेनी प्रिगोझिन अपनी योजना को रद्द कर देगा. इस पर ब्लिंकन ने कहा कि मुझे नहीं पता लेकिन मुझे यकीन है कि पुतिन और वैगनर के बीच को कुछ भी हुआ है, वह आने वाले दिनों में सामने आ जाएगा.
ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका के पास इसकी कोई जानकारी नहीं है. वास्तव में यह रूसियों का आंतरिक मामला है, जिसे पूरी दुनिया देख रही है. उन्होंने कहा कि हमने कई महीनों में रूस में बढ़ते तनाव को देखा, जिसके कारण ऐसा हुआ है लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है यह हम नहीं जानते. अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि पिछले दो तीन दिनों में जो कुछ हुआ है, ऐसे में एक बार फिर से पुतिन शासन के लिए एक सीधी चुनौती सार्वजनिक रूप से सामने आ रही है.
उन्होंन कहा कि माना जा रहा है कि यूक्रेन या नाटो ने किसी तरह रूस के लिए खतरा पैदा कर दिया है, जिससे उसे सैन्य रूप से निपटना होगा. टीएएसएस न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार की सुबह वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने एक टेलीग्राम पोस्ट में घोषणा की थी कि उनके लोग यूक्रेन से दक्षिणी रूस की सीमा पार कर चुके हैं और रूसी सेना के खिलाफ बगावत करने के लिए तैयार हैं.
ये भी पढ़ें- |
इंटरव्यू में ब्लिंकन ने वैगनर को बहुत ही शक्तिशाली ग्रुप बताया है. उन्होंने कहा कि जहां भी वैगनर मौजूद होता है, वहां मौत, विनाश और शोषण होता है. सत्ता पर पुतिन की पकड़ के सवाल पर ब्लिंकन ने कहा यह बहुत सारे सवाल खड़े करता है, जिनका हमारे पास जवाब नहीं है. रूस को अंतरिक चुनौती मिल रही है. उन्होने कहा कि पुतिन ने जो कुछ भी हासिल करने की कोशिश की है, उसका विपरीत हुआ है. रूस आर्थिक रूप से कमजोर है. यह सैन्य रूप से कमजोर है. दुनिया में इसकी साख गिर गई है. यह नाटो को मजबूत और एकजुट करने में कामयाब रहा है. यह यूक्रेनियनों को अलग-थलग करने और एकजुट करने में कामयाब रहा है.
(एएनआई)