वाशिंगटन: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि अमेरिका ने भारत के साथ अपने संबंधों को प्रगाढ़ किया है. उन्होंने कहा कि देश ने क्वाड के माध्यम से भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ सहयोग बढ़ाया है. क्वाड ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के बीच एक राजनयिक गठबंधन है. अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार ब्लिंकन ने कहा कि इंडो-पैसिफिक में अमेरिका की साझेदारी कभी इतनी मजबूत नहीं रही.
ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों के उत्पादन के लिए ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के साथ काम कर रहा है. हमने वियतनाम और इंडोनेशिया के साथ नई व्यापक रणनीतिक साझेदारी, फिलीपींस के साथ एक नया रक्षा सहयोग समझौता, फिलीपींस और जापान के साथ नई त्रिपक्षीय पहल, सोलोमन द्वीप और टोंगा में नए दूतावास शुरू किए.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने आगे कहा कि बीजिंग द्वारा पेश किए गए चुनौतियों पर अमेरिका जी7, यूरोपीय संघ और अन्य सहयोगियों और भागीदारों के साथ पहले से कहीं अधिक निकटता से जुड़ा हुआ है. ब्लिंकन ने कहा,'हम उन्हें उन चुनौतियों पर मिलकर काम कर रहे हैं. हम नाटो और हमारे हिंद-प्रशांत सहयोगियों के बीच सहयोग और समन्वय को गहरा कर रहे हैं.
इन प्रयासों ने हमें चीन के जबरन व्यापार और आर्थिक प्रथाओं, ताइवान जलडमरूमध्य और पूर्व और दक्षिण चीन सागर में शांति और स्थिरता और मानवाधिकार जैसे चिंता के क्षेत्रों से निपटने में अधिक प्रभावी ढंग से संलग्न होने की अनुमति दी है.' इजरायल-हमास संघर्ष पर ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका अपनी मुख्य प्राथमिकताओं पर गहनता से ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगा.
इजरायल को यह सुनिश्चित करने में मदद करना कि 7 अक्टूबर को जो हुआ वह दोबारा कभी न हो. जीवन की हानि और नागरिकों की पीड़ा को कम करते हुए संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करना, शेष बंधकों को उनके परिवारों के पास वापस लाना, संघर्ष को रोकना, हिंसा के विनाशकारी चक्र को हमेशा के लिए तोड़ना और टिकाऊ, स्थायी शांति की ओर बढ़ना शामिल है. उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि इजराइल को हमास के खतरे को दूर करने और गाजा में नागरिकों पर कर को कम करने के बीच चयन करने की जरूरत नहीं है. दोनों करना उसका दायित्व है और दोनों करना उसका रणनीतिक हित है.