वाशिंगटन: पेंटागन और अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार अमेरिकी सेना ने पूर्वी सीरिया में ईरान समर्थित समूहों से जुड़े दो स्थानों पर हवाई हमले किए. इनमें एक प्रशिक्षण स्थान और एक हथियार सुविधा को निशाना बनाया गया. यह दो सप्ताह से कुछ अधिक समय में तीसरी बार है जब अमेरिका ने इराक और सीरिया में अमेरिकी सैनिकों के ठिकानों पर हमलों की बढ़ती संख्या के लिए आतंकवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की है.
अमेरिका के रक्षा मंत्री सचिव लॉयड ऑस्टिन ने एक बयान में कहा कि हमलों में अबुकामा और मायादीन के पास के स्थलों को निशाना बनाया गया. इसका इस्तेमाल ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के साथ-साथ ईरान समर्थित आतंकियों द्वारा किया गया. ऑस्टिन ने कहा कि राष्ट्रपति की अमेरिकी कर्मियों की सुरक्षा से बढ़कर कोई प्राथमिकता नहीं है.
उन्होंने आज की कार्रवाई से यह स्पष्ट करने का निर्देश दिया कि अमेरिका अपने कर्मियों और अपने हितों की रक्षा करेगा. एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि एक साइट में हथियार भंडारण भी शामिल है. अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर एक सैन्य अभियान के विवरण पर चर्चा की. इराक में इस्लामिक प्रतिरोध की छत्रछाया में सक्रिय आतंकवादी समूहों ने 17 अक्टूबर से इराक और सीरिया में अमेरिकी कर्मियों के आवास ठिकानों पर लगभग 50 हमले किए हैं.
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वह दिन था जब गाजा अस्पताल में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ. इसमें सैकड़ों लोग मारे गए और कई मुस्लिम देशों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. बता दें कि 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हमास के आतंकियों ने भीषण हमले किए थे. इसके बदल में इजरायली सेना की ओर से अब तक जवाबी हमले जारी हैं. कई समूहों ने हमास के खिलाफ युद्ध में इजरायल का समर्थन करने के लिए अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है.
पेंटागन के मुताबिक सीरिया और इराक में हुए हमलों में करीब 56 अमेरिकी कर्मी घायल हुए हैं, लेकिन सभी ड्यूटी पर लौट आए हैं.