वाशिंगटन : अमेरिका ने प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान की अपेक्षित यात्रा को लेकर चीन द्वारा की जा रही बयानबाजी की निंदा की है. व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने सोमवार को रेखांकित किया कि स्वशासित द्वीप में यात्रा करने या न करने का अंतिम फैसला पेलोसी का ही है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी सांसद वर्षों से ताइवान की नियमित यात्रा करते रहे हैं. चीन ताइवान पर अपना दावा करता है.
किर्बी ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को चिंता है कि बीजिंग इस यात्रा को बहाना बनाकर ताइवान जलडमरूमध्य या ताइवान के आस-पास सैन्य कदम उठाने, ताइवान के हवाई क्षेत्र में उड़ान भरने और जलडमरूमध्य में बड़े पैमाने पर नौसैनिक अभ्यास करने समेत उकसाने की कार्रवाई कर सकता है. इससे पहले, चीन ने सोमवार को कहा कि वह पेलोसी की ताइवान की यात्रा करने की योजना से जुड़ी खबरों पर करीबी नजर रख रहा है. उसने साथ ही अमेरिका को आगाह किया कि अगर पेलोसी ताइवान की यात्रा करती हैं तो उसकी सेना कड़ा जवाब देगी और इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे.
सीएनएन ने ताइवान और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से कहा कि बाइडन प्रशासन की चेतावनियों के बावजूद पेलोसी के ताइवान की यात्रा करने की संभावना है. ताइवान की मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि पेलोसी मलेशिया की यात्रा करने के बाद ताइपे पहुंचेंगी और रात वहीं बिताएंगी. पेलोसी की ताइवान यात्रा की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने बीजिंग में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "हम पेलोसी के कार्यक्रम पर करीबी नजर रख रहे हैं और अगर वह ताइवान की यात्रा करती हैं तो हम कड़ा जवाब देंगे."
पेलोसी ने ताइवान यात्रा संबंधी अटकलों के बीच अपने दक्षिण एशिया दौरे की शुरुआत सोमवार को की. हालांकि, पेलोसी की ताइवान यात्रा के संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन ताइवान में स्थानीय मीडिया ने बताया कि पेलोसी मंगलवार की रात राजधानी ताइपे पहुंचेंगी. ताइवान के 'द यूनाइटेड डेली न्यूज', 'लिबर्टी टाइम्स' और 'चाइना टाइम्स' तीन सबसे बड़े राष्ट्रीय समाचार पत्रों ने अज्ञात सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि वह मलेशिया का दौरा करने के बाद मंगलवार की रात ताइपे पहुंचेंगी. पेलोसी ने सोमवार को तड़के सिंगापुर पहुंचकर वहां के नेताओं से मुलाकात की.