वाशिंगटन: जलवायु मामलों के लिए अमेरिका के विशेष दूत जॉन केरी अपनी चीन यात्रा के बाद मंगलवार को भारत की पांच दिवसीय यात्रा पर आने वाले हैं. वह जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा पर चर्चा करेंगे. 25 से 29 जुलाई तक अपनी यात्रा के दौरान केरी दिल्ली और चेन्नई का दौरा करेंगे. दिल्ली में केरी वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे.
अमेरिकी विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि केरी की यात्रा जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा पर साझा उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए है, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा और भंडारण समाधानों में निवेश के लिए एक मंच बनाने, शून्य-उत्सर्जन बसों की तैनाती का समर्थन करने और स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने के आपसी प्रयास शामिल हैं.
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बयान में कहा गया है, 'मंत्री केरी चेन्नई में जी-20 पर्यावरण और जलवायु स्थिरता मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे.' विशेष रूप से जी-20 के पर्यावरण और जलवायु स्थिरता मंत्री 28 जुलाई को चेन्नई में मिलेंगे. केरी की भारत यात्रा ऐसे समय में हुई है जब देश टिकाऊ ऊर्जा पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा है. हाल ही में शनिवार को गोवा में जी-20 ऊर्जा मंत्रिस्तरीय बैठक में एक वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अब वर्ष 2030 तक 50 प्रतिशत गैर-जीवाश्म स्थापित क्षमता हासिल करने की योजना बना रहा है. प्रधानमंत्री ने उस बैठक में कहा,'भविष्य, स्थिरता या वृद्धि और विकास के बारे में कोई भी बात ऊर्जा के बिना पूरी नहीं हो सकती. यह व्यक्तियों से लेकर राष्ट्रों तक सभी स्तरों पर विकास को प्रभावित करता है. जिसमें जी20 समूह के देशों के मंत्री एक साथ आए थे.
(एएनआई)