ल्वीव (यूक्रेन) : यूक्रेन में करीब छह महीने से जारी युद्ध को रोकने के मकसद से संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस और तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने गुरुवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी इस संबंध चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि अधिकतर जिन भी मुद्दों पर चर्चा की गई उन पर क्रेमलिन की रजामंदी जरूरी है. रूस के यहां सैन्य कार्रवाई शुरू करने के बाद एर्दोआन पहली बार यूक्रेन यात्रा पर पहुंचे हैं और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस दूसरी बार.
इस यात्रा से युद्ध रोकने के संबंध में, समग्र शांति की नहीं तो कम से कम विशिष्ट मुद्दों पर कुछ सफलता मिलने की उम्मीद थी. हालांकि अभी तक ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा. यूक्रेन के पश्चिमी शहर ल्वीव में आयोजित एक बैठक में नेताओं ने युद्ध के कैदियों के आदान-प्रदान पर और यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र को सुरक्षित बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के परमाणु ऊर्जा विशेषज्ञों की यात्रा की व्यवस्था करने को लेकर चर्चा की. एर्दोआन ने कई बार युद्ध रोकने की दिशा में प्रयास किया है.
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तुर्की उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का सदस्य है, जिसकी लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था व्यापार के लिए रूस पर निर्भर है और उसने दोनों देशों के बीच एक मध्यस्थ की भूमिका निभाने की कोशिश की है. तुर्की के राष्ट्रपति ने बैठक के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय से युद्ध को समाप्त करने के लिए राजनयिक प्रयास जारी रखने का आग्रह किया. रूस के फरवरी में यूक्रेन पर हमला करने के बाद से हजारों लोग मारे गए हैं, जबकि एक करोड़ से अधिक यूक्रेनवासियों को अपने घर छोड़ने पड़े.
एर्दोआन ने एक बार फिर दोहराया कि तुर्की एक 'मध्यस्थ और सूत्रधार' की भूमिका निभाने को तैयार है. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि युद्ध बातचीत के जरिए ही समाप्त किया जा सकता है. तुर्की ने मार्च में इस्तांबुल में रूसी और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच वार्ता की मेजबानी की थी, हालांकि युद्ध रोकने के लिए उसमें कोई सफलता हासिल नहीं हो पाई थी. इस बीच, यूक्रेन के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि यूक्रेन के खारकीव क्षेत्र पर रूसी मिसाइल हमलों में रात भर में कम से कम 17 लोगों की जान चली गई. वहीं, रूस की सेना ने दावा किया कि उसने खारकीव में विदेशी सैनिकों के एक अड्डे पर हमला किया, जिसमें 90 लोग मारे गए. यूक्रेन की ओर से इस संबंध में तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है.