वाशिंगटन : अमेरिका का अनुमान है कि दिसंबर 2022 से अब तक यूक्रेन में चल रही लड़ाई में 20,000 से अधिक रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि 80,000 सैनिकों के घायल होने का अनुमान है. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने नई अवर्गीकृत खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए यह जानकारी दी. किर्बी ने संवाददाताओं से कहा कि डोनबास क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बखमुत की ओर से आक्रामण कर यूक्रेन पर कब्जा करने का रूस का प्रयास विफल हो गया है. उन्होंने कहा कि रूस किसी भी वास्तविक रणनीतिक और महत्वपूर्ण क्षेत्र पर कब्जा करने में असमर्थ रहा है.
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उन्होंने कहा कि हमारा अनुमान है कि कार्रवाई में मारे गए 20,000 सैनिकों सहित रूस के लगभग 100,000 से अधिक सैनिक हताहत हुए है. अमेरिकी आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर की शुरुआत से ही बखमुत में नुकसान हुआ है. किर्बी ने कहा कि लब्बोलुआब यह है कि महीनों की लड़ाई और असाधारण नुकसान के बाद रूस को कोई सफलता नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि वह यूक्रेनी सैनिकों से जुड़ा आंकड़ा यहां नहीं दे रहे हैं क्योंकि वे (यूक्रेन के सैनिक) पीड़ित हैं. रूस ने उनके ऊपर हमला कर के युद्ध की शुरुआत की है. रूस ने इन आंकड़ों पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
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विश्लेषकों का कहना है कि बखमुत का सामरिक महत्व बहुत कम है, लेकिन यह रूसी कमांडरों के लिए एक केंद्र बिंदु बन गया है. रूस इस इलाके में ज्यादातर वैगनर पर निर्भर है. जो की एक तरह के भाड़े पर काम करने वाले लड़ाकों का समूह है. ये समूह अपने अक्सर अमानवीय तरीकों के लिए कुख्यात है. जानकार बताते हैं कि इसके नेता, येवगेनी प्रिगोझिन ने बखमुत शहर पर कब्जा करने के लिए अपनी और अपनी निजी सेना की प्रतिष्ठा दांव पर लगा दी है. हालांकि, उसने हाल ही में अपने सैनिकों को बखमुत से बाहर निकालने की धमकी दी थी.