लंदन (यूके) : ब्रिटेन ने रूस पर नये प्रतिबंधों की घोषणा की है. यह प्रतिबंध भी यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के विरोध में लगाये गये हैं. ब्रिटेन ने कई धातुओं के साथ रूसी हीरे पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. बता दें कि ब्रिटेन और रूस के बीच 2021 में हीरा आयात का उद्योग 4 बिलियन डॉलर का था. ब्रिटेन सरकार ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि रूसी मूल के तांबे, एल्यूमीनियम और निकल के आयात पर भी प्रतिबंध लगाये गये हैं.
बयान में कहा गया है कि इन व्यापार प्रतिबंधों के साथ, ब्रिटेन पुतिन के सैन्य-औद्योगिक परिसर के अतिरिक्त 86 सदस्यों के साथ-साथ ऊर्जा, धातु और शिपिंग सहित महत्वपूर्ण उद्योगों में काम कर रहे रूसी नागरिकों को भी निशाना बनाने की तैयारी कर रहा है. संभावना जताई जा रही है कि आगामी जी7 की बैठक में इन प्रतिबंधों को लेकर भी ब्रिटेन अपने सहयोगी देशों के साथ बात करेगा. ब्रिटेन का मानना है कि ये प्रतिबंध क्रेमलिन कमजोर करने के प्रयासों में सक्रिय रूप से मदद करेंगे.
एक बयान में कहा गया कि हमारे प्रधानमंत्री ऋषि सुनक हिरोशिमा में जी 7 नेताओं के साथ बैठक करेंगे. वहां वह हमारे आदर्शों और निरंकुश सरकारों के खिलाफ ब्रिटेन सरकार की ओर से चेतावनी जारी करेंगे. यूके सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रूस के युद्ध प्रयासों में बाधा डालने के लिए, ब्रिटेन ने अबतक के सबसे सख्त प्रतिबंध लगाने की योजना बनाई है. यूके सरकार ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि हमने 1,500 से अधिक रूसी व्यक्तियों और संस्थाओं को ब्रिटेन बैन कर दिया है.
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इसके साथ ही 18 बिलियन पाउंड से अधिक की संपत्ति को फ्रीज करने किया गया है. यूके और रूस के बीच होने वाले 20 बिलियन पाउंड से अधिक के व्यापार को भी रोक दिया गया है. बयान में कहा गया है कि जी7 की बैठक में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक वैश्विक सहयोग पर चर्चा करेंगे. इसके साथ ही वह हिरोशिमा शांति पार्क में ए-बम गुंबद (ए बॉम डोम) का दौरा भी करेंगे.
सरकार के बयान में कहा गया है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह करेंगे कि वह यूक्रेन पर ध्यान बनाये रखे और यह सुनिश्चित करे कि उसे अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के हित में राजनयिक, सैन्य और आर्थिक समर्थन मिलते रहें.
(एएनआई)