अंकारा: तुर्की में विनाशकारी भूकंप के बाद लोग घोर संकट का सामना कर रहे हैं. इनसब के बीच कुछ लोग मदद करने के बजाय लूटपाट करने में लगे हैं. तुर्की के अधिकारियों ने शनिवार को तुर्की में शक्तिशाली भूकंप के बाद लूटपाट करने के आरोप में 48 लोगों को गिरफ्तार किया. सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी.
समाचार एजेंसी अनादोलु ने कहा कि सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद लूटपाट की जांच के तहत आठ अलग-अलग प्रांतों में संदिग्धों को पकड़ा गया था. भूकंप और उसके बाद के झटकों ने तुर्की और सीरिया में 28,000 से अधिक लोगों की जान ले ली. आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित एक डिक्री के अनुसार, पुलिस अब आपातकाल की स्थिति के तहत विस्तारित शक्तियों के हिस्से के रूप में लूटपाट के अपराधों के लिए लोगों अतिरिक्त तीन दिनों के लिए हिरासत में ले सकते हैं. राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने पहले कसम खाई थी कि तुर्की लूटेरों पर नकेल कसेगा.
भूकंप प्रभावित दियारबाकिर प्रांत के दौरे के दौरान उन्होंने कहा, 'हमने आपात स्थिति की घोषणा की है.' एर्दोगन ने कहा, 'इसका मतलब यह है कि अब से, लूट या अपहरण में शामिल लोग सावधान हो जाएं. एर्दोगन ने मंगलवार को भूकंप से प्रभावित दक्षिणपूर्वी तुर्की के 10 प्रांतों में तीन महीने के आपातकाल की घोषणा की थी. इस बीच, इस हफ्ते की शुरुआत में तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी 7.8 तीव्रता के भूकंप से मरने वालों की संख्या शनिवार को 28,000 से अधिक हो गई.
तुर्की के राष्ट्रपति के अनुसार, तुर्की में मरने वालों की संख्या बढ़कर 21,848 हो गई है. शनिवार को दक्षिण-पूर्वी शहर सान्लिउफ़ा में एर्दोगन ने कहा कि 80,104 लोग घायल हुए हैं. व्हाइट हेल्मेट्स सिविल डिफेंस ग्रुप के अनुसार, सीरिया में कुल मौतों की संख्या 3,553 है, जिसमें उत्तर पश्चिम में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में 2,166 शामिल हैं. सीरिया के राज्य मीडिया के अनुसार, सीरिया के सरकार-नियंत्रित भागों में 1,387 मौतें हुई हैं. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, सभी प्रभावित क्षेत्रों में सीरिया में घायल लोगों की कुल संख्या 5,273 है, जिसमें सरकार नियंत्रित क्षेत्रों में 2,326 और विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में 2,950 शामिल हैं.
जर्मनी ने विशेष रूप से सुरक्षा चिंताओं के कारण तुर्की में बचाव और राहत कार्य को निलंबित कर दिया है. ऑस्ट्रिया द्वारा शनिवार को इसी तरह के कदम के बाद यह फैसला किया गया. संगठन ने शनिवार को एक बयान में कहा कि जर्मन फेडरल एजेंसी फॉर टेक्निकल रिलीफ (टीएचडब्ल्यू) ने हटे क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति में बदलाव के कारण अपने बचाव अभियान को रोक दिया है. यह तुर्की की आपदा और आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (एएफएडी) के समन्वय में अंतर्राष्ट्रीय खोज और बचाव (आईएसएआर) जर्मनी के साथ काम कर रहा था.
पिछले कुछ घंटों में, हटे क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति स्पष्ट रूप से बदल गई है. विभिन्न समूहों के बीच संघर्ष की खबरें बढ़ रही हैं. आईएसएआर जर्मनी और टीएचडब्ल्यू की खोज और बचाव दल इसलिए फिलहाल संयुक्त आधार शिविर में रहेंगे. जैसे ही एएफएडी स्थिति को सुरक्षित समझेगा, आईएसएआर और टीएचडब्ल्यू अपना काम फिर से शुरू कर देंगे.' सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रियाई सेना ने भी अपने संचालन को निलंबित करने में सुरक्षा जोखिमों का हवाला दिया.
ऑस्ट्रियन फोर्सेज डिजास्टर रिलीफ यूनिट (AFDRU) के अनुसार, 'तेजी से कठिन सुरक्षा स्थिति' के कारण ऑस्ट्रियाई सेना ने तुर्की में बचाव अभियान को निलंबित कर दिया है. ऑस्ट्रियन फोर्सेज डिजास्टर रिलीफ यूनिट के लेफ्टिनेंट कर्नल पियरे कुगेल्विस ने शनिवार को एक बयान में कहा, 'जीवन बचाने की अपेक्षित सफलता का सुरक्षा जोखिम से कोई उचित संबंध नहीं है. तुर्की में समूहों के बीच आक्रामकता बढ़ रही है.'
(एएनआई)