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ट्रंप ने मियामी स्थित निवेशक समूह को वाशिंगटन होटल बेचा - बिक्री के लिए ट्रम्प अंतरराष्ट्रीय होटल डीसी

अमेरिकी सरकार ने 25 मार्च को कहा था कि वह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कंपनी को हिल्टन के एक सहयोगी को वाशिंगटन में एक लक्जरी होटल के अधिकार बेचने की अनुमति देगी. जिससे शहर के 121 साल पुराने ओल्ड पोस्ट ऑफिस की इमारत से ट्रम्प के नाम को हटाया जा सकेगा.अमेरिकी सामान्य सेवा प्रशासन, जो संघीय सरकार के मकान मालिक के रूप में कार्य करता है, ने कहा कि उसने ट्रम्प संगठन और मियामी निवेश फर्म सीजीआई मर्चेंट ग्रुप के बीच सौदे को मंजूरी दे दी है, जो वाल्डोर्फ एस्टोरिया होटल के रूप में इमारत को संचालित करने की योजना बना रहा है.

ट्रंप ने मियामी स्थित निवेशक समूह को वाशिंगटन होटल बेचा
ट्रंप ने मियामी स्थित निवेशक समूह को वाशिंगटन होटल बेचा
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Published : May 12, 2022, 10:30 AM IST

न्यूयॉर्क : राष्ट्रपति रहते हुए डोनाल्ड ट्रंप की पारिवारिक कंपनी द्वारा संचालित वाशिंगटन होटल के पट्टे को मियामी स्थित निवेशक कोष को बेच दिया गया है. ट्रंप ऑर्गनाइजेशन ने बुधवार को कहा कि उसने मियामी के सीजीआई मर्चेंट ग्रुप को ट्रंप इंटरनेशनल होटल चलाने के अधिकारों की बिक्री पूरी कर ली है. जिसे उसने शहर के लिए प्रति कमरा रिकॉर्ड मूल्य के रूप में वर्णित किया है. निजी लेनदेन पर चर्चा करने के लिए नाम न छापने की शर्त पर सौदे के करीबी सूत्रों ने कहा है कि सौदा 375 मिलियन डॉलर यानी 29 सौ करोड़ रुपए में तय हुआ है.

एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कई होटल दलालों, मालिकों और सलाहकारों को व्हाइट हाउस के पास 263 कमरों वाले होटल से इतनी ऊंची कीमत मिलने की उम्मीद नहीं थी. ट्रंप के राष्ट्रपति पद के चार वर्षों के दौरान होटल को 70 मिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ. यह नुकसान कोरोना के लॉकडाउन से पहले ही होना शुरू हो गया था. बताया जा रहा है कि ट्रंप परिवार के व्यवसाय को शायद 100 मिलियन डॉलर यानी 700 करोड़ रुपए से ज्यादा का लाभ हुआ है.

पढ़ें: ट्रंप के सामने शर्त, 110K डॉलर जमा करें तो खत्म हो जाएगा अवमानना मामला

माना जा रहा है कि प्रति कमरे के हिसाब से होटल का एक कमरा 10 करोड़ रुपए से अधिक यानी 1.4 मिलियन डॉलर में बिका. एस हाउस ओवरसाइट कमेटी ने इस महीने की शुरुआत में सीजीआई से अपने सभी निवेशकों को सूचीबद्ध करने वाले दस्तावेजों का अनुरोध किया था. नए मालिकों ने ट्रंप के नाम हटाने और होटल को वाल्डोर्फ एस्टोरिया को रीब्रांड करने की योजना बनाई. बुधवार की रात कर्मचारी होटल से साइनेज हटाते दिखे. एसोसिएटेड प्रेस ने इस साल की शुरुआत में बताया कि निवेशकों के समूह में पूर्व यांकी स्लगर अलेक्जेंडर रोड्रिगेज शामिल हैं.

पढ़ें: न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल के साथ कानूनी लड़ाई में जज ने ट्रंप को अवमानना का दोषी पाया

4 सालों में हुआ 500 करोड़ रुपए का नुकसान: पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी को उनके चार साल के कार्यकाल के दौरान इस होटल से 7.10 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ था. इसके बाद से ट्रंप ऑर्गनाइजेशन इसे बेचने पर विचार कर रहा था.इस होटल को सितंबर 2016 में लोगों के लिए खोला गया था. वॉशिंगटन स्थित यह होटल शहर के ओल्ड पोस्ट ऑफिस में बना हुआ है. इस बिल्डिंग को 2013 में ट्रम्प की रियल एस्टेट कंपनी को 60 सालों के लिए लीज पर दिया गया था. इस लीज को 40 साल के लिए बढ़ाने का विकल्प भी था. इस बिल्डिंग को रेनोवेट करने के लिए ट्रंप की कंपनी ने 20 करोड़ डॉलर खर्च किए थे. हालांकि, इस बिल्डिंग का स्वामित्व अमेरिकी सरकार के पास ही है.

शहर के 121 साल पुराने ओल्ड पोस्ट ऑफिस में स्थित है होटल: व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर स्थित ट्रंप इंटरनेशनल होटल शहर के 121 साल पुराने ओल्ड पोस्ट ऑफिस में है. संघीय सरकार के स्वामित्व वाली इस संपत्ति को ट्रंप संगठन को लीज पर दिया गया था. ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन 263 कमरों वाले इस होटल के लिए 2019 से ही खरीददार की तलाश कर रहा था.

न्यूयॉर्क : राष्ट्रपति रहते हुए डोनाल्ड ट्रंप की पारिवारिक कंपनी द्वारा संचालित वाशिंगटन होटल के पट्टे को मियामी स्थित निवेशक कोष को बेच दिया गया है. ट्रंप ऑर्गनाइजेशन ने बुधवार को कहा कि उसने मियामी के सीजीआई मर्चेंट ग्रुप को ट्रंप इंटरनेशनल होटल चलाने के अधिकारों की बिक्री पूरी कर ली है. जिसे उसने शहर के लिए प्रति कमरा रिकॉर्ड मूल्य के रूप में वर्णित किया है. निजी लेनदेन पर चर्चा करने के लिए नाम न छापने की शर्त पर सौदे के करीबी सूत्रों ने कहा है कि सौदा 375 मिलियन डॉलर यानी 29 सौ करोड़ रुपए में तय हुआ है.

एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कई होटल दलालों, मालिकों और सलाहकारों को व्हाइट हाउस के पास 263 कमरों वाले होटल से इतनी ऊंची कीमत मिलने की उम्मीद नहीं थी. ट्रंप के राष्ट्रपति पद के चार वर्षों के दौरान होटल को 70 मिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ. यह नुकसान कोरोना के लॉकडाउन से पहले ही होना शुरू हो गया था. बताया जा रहा है कि ट्रंप परिवार के व्यवसाय को शायद 100 मिलियन डॉलर यानी 700 करोड़ रुपए से ज्यादा का लाभ हुआ है.

पढ़ें: ट्रंप के सामने शर्त, 110K डॉलर जमा करें तो खत्म हो जाएगा अवमानना मामला

माना जा रहा है कि प्रति कमरे के हिसाब से होटल का एक कमरा 10 करोड़ रुपए से अधिक यानी 1.4 मिलियन डॉलर में बिका. एस हाउस ओवरसाइट कमेटी ने इस महीने की शुरुआत में सीजीआई से अपने सभी निवेशकों को सूचीबद्ध करने वाले दस्तावेजों का अनुरोध किया था. नए मालिकों ने ट्रंप के नाम हटाने और होटल को वाल्डोर्फ एस्टोरिया को रीब्रांड करने की योजना बनाई. बुधवार की रात कर्मचारी होटल से साइनेज हटाते दिखे. एसोसिएटेड प्रेस ने इस साल की शुरुआत में बताया कि निवेशकों के समूह में पूर्व यांकी स्लगर अलेक्जेंडर रोड्रिगेज शामिल हैं.

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4 सालों में हुआ 500 करोड़ रुपए का नुकसान: पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी को उनके चार साल के कार्यकाल के दौरान इस होटल से 7.10 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ था. इसके बाद से ट्रंप ऑर्गनाइजेशन इसे बेचने पर विचार कर रहा था.इस होटल को सितंबर 2016 में लोगों के लिए खोला गया था. वॉशिंगटन स्थित यह होटल शहर के ओल्ड पोस्ट ऑफिस में बना हुआ है. इस बिल्डिंग को 2013 में ट्रम्प की रियल एस्टेट कंपनी को 60 सालों के लिए लीज पर दिया गया था. इस लीज को 40 साल के लिए बढ़ाने का विकल्प भी था. इस बिल्डिंग को रेनोवेट करने के लिए ट्रंप की कंपनी ने 20 करोड़ डॉलर खर्च किए थे. हालांकि, इस बिल्डिंग का स्वामित्व अमेरिकी सरकार के पास ही है.

शहर के 121 साल पुराने ओल्ड पोस्ट ऑफिस में स्थित है होटल: व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर स्थित ट्रंप इंटरनेशनल होटल शहर के 121 साल पुराने ओल्ड पोस्ट ऑफिस में है. संघीय सरकार के स्वामित्व वाली इस संपत्ति को ट्रंप संगठन को लीज पर दिया गया था. ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन 263 कमरों वाले इस होटल के लिए 2019 से ही खरीददार की तलाश कर रहा था.

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