बैंकाक : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को थाईलैंड की राजधानी में विश्व हिंदू सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. इस दौरान विचारक, कार्यकर्ता और नेता दुनियाभर में हिंदुओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनसे जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे. चार साल में एक बार होने वाले विश्व हिंदू सम्मेलन (WHC) के तीसरे संस्करण का विषय 'जयस्य आयतनम धर्मः' है जिसका अर्थ 'धर्म, विजय का निवास' है. इसमें हिंदुओं के मूल्यों, रचनात्मकता और उद्यमशीलता की भावना को व्यक्त करने के लिए सात समानांतर सत्र शामिल हैं.
कार्यक्रम की आयोजक टीम के सदस्य समीर पांडा ने कहा, 'समानांतर सत्रों में दुनियाभर में हिंदुओं के सामने आने वाले अवसरों और चुनौतियों से निपटने के संबंध में चर्चा की जाएगी.' आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, माता अमृतानंदमयी, योगेन्द्र गिरि जैसे आध्यात्मिक नेता, दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह, श्रीधर वेम्बू, नरेंद्र मुरकुम्बी समेत उद्यमियों, लेखक विक्रम संपत, वैज्ञानिक आनंद रंगनाथन के तीन दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करने की उम्मीद है.
इसके अलावा, केन्या, ऑस्ट्रेलिया, सूरीनाम, जर्मनी, न्यूजीलैंड और थाईलैंड जैसे देशों के राजनीतिक और व्यापारिक नेताओं के भी सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है. पांडा ने कहा कि सम्मेलन के जरिये सभी हिंदू नेताओं, कार्यकर्ताओं, विचारकों और प्रभावशाली लोगों को एक साथ आने और अपने विचार साझा करने का मौका मिलेगा. डब्ल्यूएचसी के पहले के संस्करण 2014 में दिल्ली में और 2018 में शिकागो में आयोजित किए गए थे.
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