मॉस्को: एक रूसी अदालत ने गुरुवार को पूर्व सरकारी टीवी पत्रकार मरीना ओव्स्यानिकोवा को घर में अक्टूबर तक नजरबंद रहने का आदेश दिया है. टीवी पत्रकार ने एक लाइव कार्यक्रम में यूक्रेन पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हमले की निंदा की थी. बुधवार को जांचकर्ताओं ने 44 वर्षीय ओव्स्यानिकोवा को हिरासत में लिया और उस पर रूसी सशस्त्र बलों के बारे में जानकारी फैलाने का आरोप लगाया.
दो बच्चों की मां टीवी पत्रकार के दोषी पाए जाने पर उसे 10 साल तक की जेल की सजा हो सकती है. मार्च महीने में चैनल वन टेलीविजन की तत्कालीन संपादक ओव्स्यानिकोवा ने उस समय वैश्विक सुर्खियाँ बटोरीं जब वह शाम के समाचार के सेट पर 'नो वॉर' लिखा एक पोस्टर पकड़े हुए पहुंच गयी थी. हालांकि, हाउस अरेस्ट का उस विशेष विरोध से कोई लेना-देना नहीं है.
यह क्रेमलिन के पास जुलाई के मध्य में एक महिला विरोध से जुड़ा हुआ है, जब ओव्स्यानिकोवा ने विरोध के दौरान एक पोस्टर रखा था जिसमें लिखा था 'पुतिन एक हत्यारा है, उसके सैनिक फासीवादी हैं.' उसके सामने 'खून से लथपथ' तीन खिलौने वाली गुड़िया जमीन पर पड़ी थीं. मॉस्को के बासमनी जिला अदालत में गुरुवार को उसे कई पुलिसकर्मियों से घिरे एक पिंजरे में रखा गया था. उसके हाथ में एक चिन्ह था जिस पर लिखा था, 'मरे हुए बच्चे आपको सपनों में सताएं.'
उसके वकील दिमित्री जख्वाटोव ने मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर लिखा कि 'यहां तक कि' सोवियत संघ के सबसे क्रूर सीरियल किलर आंद्रेई चिकाटिलो को इतनी निगरानी में नहीं रखा गया था. बंद कमरे में सुनवाई के दौरान, अदालत ने फैसला सुनाया कि ओव्स्यनकोवा को 9 अक्टूबर तक नजरबंद रखा जाएगा. जख्वाटोव ने कहा,' मैं यह भी नहीं जानता कि क्या कहना है. अच्छा है कि यह जेल नहीं है? निश्चित रूप से अच्छा है.'
24 फरवरी को यूक्रेन में सेना भेजने के पुतिन के फैसले की रूस में आलोचना पर रोक है. वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 19 साल तक रूसी स्टेट टीवी के लिए काम करने वाली ओव्स्यानिकोवा को शरण देने या कांसुलर सुरक्षा के अन्य रूपों की पेशकश की है. इस साल की शुरुआत में प्रमुख पुतिन आलोचक इल्या याशिन और व्लादिमीर कारा-मुर्ज़ा को मास्को के यूक्रेन हमले की निंदा करने के लिए प्री-ट्रायल जेल में डाल दिया गया था.